एनक्लोजर से बाहर निकलते ही जंगल में दौड़े भालू, सरिस्का में अब टाइगर-पैंथर के साथ भालू की भी साइटिंग

सरिस्का में अब पर्यटक टाइगर और पैंथर के साथ-साथ भालू की भी साइटिंग कर सकेंगे।

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Sariska Tiger Reserve : अलवर। सरिस्का में अब पर्यटक टाइगर और पैंथर के साथ-साथ भालू की भी साइटिंग कर सकेंगे। जालोर से लाए गए तीन भालूओं में से दो को रेडियो कॉलर लगाने के बाद सोमवार को पानीढाल व गुवाड़ा लॉज के वन क्षेत्र में बनाए गए पोर्टेबल एनक्लोजर में छोड़ा गया। जिनका अठखेलियां करते हुए वीडियो सामने आया है, जो टूरिस्ट को आकर्षित करने वाला है। एन्क्लॉजर से खुले जंगल में जैसे ही छोड़ा तो दोनों भालुओं ने आगे-पीछे दौड़ लगा दी। खास बात ये है कि देश में भालू को ट्रांसलोकेशन करने का काम सरिस्का में पहली बार हुआ है।

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जालोर के सुंधा कंजर्वेशन रिजर्व एरिया की जसवंतपुरा रेंज से 4 साल का नर भालू अलवर लाया गया। जिसे सरिस्का की सदर रेंज के जंगल में रखा है। इससे पहले आबू पर्वत से लाए गए एक नर व एक मादा भालू को सोमवार को एनक्लोजर से खुले जंगल में छोड़ा गया। अब जालोर से लाए गए भालू को खुले जंगल में छोड़ने की तैयारी की जा रही है।

बता दें कि अब तक सरिस्का में टाइगर और पैंथर की साइटिंग होती रही है। लेकिन, अब भालू भी पर्यटकों को दिखाई देंगे। पशु चिकित्सक व भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून के विशेषज्ञ भालुओं के व्यवहार पर नजर रख रहे हैं।

वन विभाग की टीम करेगी मॉनिटरिंग

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बता दें कि 21 अप्रैल को माउंट आबू वन्यजीव अभयारण्य से एक नर एवं एक मादा भालू को ट्रांसलोकेट कर सरिरका लाया गया। दोनों भालुओं को वरिष्ठ पशु चिकित्सकों एवं भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून के प्रतिनिधि विशेषज्ञ की निगरानी में रेडियो कॉलरिग कर रेंज तालवृक्ष में बनाए गए एनक्लोजर में 23 अप्रैल को छोड़ा गया। उसके बाद 24 अप्रैल को मुख्य वन संरक्षक एवं क्षेत्र निदेशक आरएन मीणा सरिस्का बाघ परियोजना अलवर उप वन संरक्षक, डीपी जागावत, बाघ परियोजना सरिस्का, अरूण कुमार डी. सहायक वन संरक्षक सरिस्का, पंकज कुमार मीणा सहायक वन संरक्षक टहला, वरिष्ठ पशु चिकित्सक डा.डी.डी. मीणा, भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून के प्रतिनिधि विशेषज्ञ डा. अनूप प्रधान एवं दिलीप कुमार गुर्जर क्षेत्रीय वन अधिकारी तालवृक्ष की उपस्थिति मे दोनो नर व मादा भालुओं का स्वास्थ्य जांच के बाद स्वस्थ्य पाए जाने पर बीजा घाट एनक्लोजर से सफलता पूर्वक खुले जंगल में विचरण के लिए छोड दिया गया। इनकी वन विभाग की टीम मॉनिटरिंग करेगी।

एक और भालू को सरिस्का लाने की तैयारी

जिले के सरिस्का बाघ अभ्यारण में अब तक तीन भालू आ चुके हैं और चौथे भालू को लाने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए वन विभाग की टीम जालोर के सुंधा कंजर्वेशन रिजर्व गई हुई है। माना जा रहा है कि जल्द ही चौथे भालू को सुंधा कंजर्वेशन रिजर्व एरिया से ट्रेंकुलाइज कर सरिस्कार लाया जाएगा। इसकी साथ ही सरिस्का में अब टाइगर और पैंथर के साथ-साथ भालुओं का कुनबा भी बढ़ेगा।

अब सरिस्का में 28 टाइगर और तीन भालू

बता दे कि अलवर के सरिस्का बाघ अभ्यारण में अभी 28 टाइगर हैं। वहीं, पैंथरों की संख्या तो अनगिनत है। ऐसे में अब तीन भालुओं को सरिस्का लाया गया है। इसके अलावा सरिस्का में अब वन्य जीव भी है। सरिस्का में लगातार वन्य जीवों का कुनबा बढ़ने से पर्यटकों की संख्या में भी इजाफा होगा।

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