Nandini Gupta : मिस इंडिया बनने के बाद पहली बार अपने घर कोटा पहुंची नंदिनी, चलाया ट्रैक्टर,  स्टूडेंट्स से किए सवाल-जवाब 

कोटा। हाल ही में मिस इंडिया का ताज पहनने वाली नंदिनी गुप्ता (Nandini Gupta) आज अपने गृह नगर कोटा पहुंची। यहां उन्होंने अपने परिवार अपने…

Nandini Gupta

कोटा। हाल ही में मिस इंडिया का ताज पहनने वाली नंदिनी गुप्ता (Nandini Gupta) आज अपने गृह नगर कोटा पहुंची। यहां उन्होंने अपने परिवार अपने समाज अपने लोगों के बीच समय बिताया। उन्होंने यहां पर ट्रैक्टर भी चलाया नंदिनी खुद बताती हैं कि वे ट्रैक्टर चलाने की बहुत शौकीन है। नंदिनी नहीं यहां मेडिकल और इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स के साथ बातचीत भी की।

नंदिनी ने चलाया ट्रै्क्टर

नंदिनी गुप्ता के कोटा आने पर शहर वासियों ने उनका भव्य स्वागत किया। नंदिनी को उनके परिवार वाले और प्रशंसक ट्रैक्टर से लेकर आए। नंदिनी ने खुद ट्रैक्टर भी चलाया। नंदिनी ने जवाहर नगर में स्थित कैंपस में मेडिकल और इंजीनियरिंग स्टूडेंट के साथ बातचीत की। जिसमें उन्होंने स्टूडेंट के कई सवालों के जवाब भी दिए इसमें सबसे ज्यादा सवाल नंदिनी के करियर को लेकर पूछे गए थे। कोचिंग के निदेशक डॉ गोविंद महेश्वरी, नवीन माहेश्वरी और बृजेश माहेश्वरी ने नंदिनी और उनके परिवार का स्वागत किया। साथ ही उन्हें एक राशि भेंट देकर सम्मानित भी किया।

ऐश्वर्या राय़ को देखकर मिस इंडिया में आईं Nandini Gupta

नंदिनी ने यहां कई सवालों के जवाब दिए जिसमें उन्होंने कहा था कि मैंने मिस वर्ल्ड बनने का ख्वाब देखा वह भी तब जब मैंने 10 साल की उम्र में देवदास फिल्म में ऐश्वर्या राय को देखा था। उनके बारे में मेरी मां ने मुझे बताया था कि वह मिस वर्ल्ड रह चुकी है। नंदिनी ने यहां अपनी पढ़ाई को लेकर भी जवाब दिए। उन्होंने कहा की मैं तो हाड़ौती से हूं तो यहां की भाषा तो मुझे बहुत अच्छे से आती है लेकिन इंग्लिश कमजोरी थी मेरी। इंग्लिश में मैंने सुधार किया क्योंकि आगे काफी चुनौतियां होती हैं। इसका सामना हमें करना होता है। 

नवीं क्लास में गणित में फेल हो गई थी

नंदिनी ने कहा कि वे नवीं क्लास में गणित में भी फेल हो गई थी। जिससे काफी निराश हो गई थी लेकिन उनके शिक्षकों ने हमेशा मार्गदर्शन किया। मैंने मन लगाकर पढ़ाई की और मैनेजमेंट में मैंने अच्छा प्रदर्शन किया और अब मैं मिस इंडिया बनी। यह एक सपने के सच होने जैसा है। आगे भी मेहनत करते रहना है क्योंकि सपने कभी खत्म नहीं होते और उन्हें पानी के लिए मेहनत हमेशा जारी रहती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *