BJP का मिशन-2023…मीटिंग कैंसिल कर नड्डा-शाह दिल्ली गए, जानें-6.30 घंटे चले महामंथन से क्या निकला?

बीजेपी ने राजस्थान चुनाव को लेकर पूरी तरह कमर कस ली है। अमित शाह और जेपी नड्डा ने आज सभी कार्यक्रम क्यों रद्द किए और देर रात तक चले 6.30 घंटे के महामंथन से क्या निकला?

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जयपुर। इसी साल के अंत में होने वाले राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई है। इसको लेकर बीजेपी ने पूरी तरह कमर कस ली है। चुनावी रणनीति और प्रत्याशी चयन को लेकर बुधवार रात करीब 6.30 घंटे चले महामंथन के बाद गुरुवार को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने प्रदेश के कई नेताओं के साथ चर्चा की। इसके बाद नड्डा और शाह दिल्ली के लिए रवाना हो गए। हालांकि, आज दोनों नेताओं के संघ पदाधिकारियों के साथ मीटिंग, बीजेपी प्रदेश कार्यालय और सेवा भारती भवन जाने का कार्यक्रम था। लेकिन, सभी कार्यक्रम रद्द कर दोनों नेता दोपहर बाद दिल्ली चले गए। ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि आखिर दोनों नेताओं ने सभी कार्यक्रम क्यों रद्द किए और देर रात तक चले करीब 6.30 घंटे के महामंथन से क्या निकला? हालांकि, यह तो साफ है कि बीजेपी की जल्द ही प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर सकती है।

बता दें कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बुधवार शाम सात बजे जयपुर एयरपोर्ट पहुंचे थे। वहां से सीधे होटल पहुंचे जहां रात करीब 2 बजे बाद तक दोनों नेताओं का पदाधिकारियों से चर्चा का दौर जारी था। इस दौरान दोनों नेताओं ने पूर्व सीएम वसुंधरा राजे सहित प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, सतीश पूनियां, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, चुनाव सह प्रभारी कुलदीप विश्नोई, केन्द्रीय राज्य मंत्री कैलाश चौधरी और राष्ट्रीय मंत्री अल्का गुर्जर से वार्ता की। इसके बाद होटल ललित में ठहरे दोनों नेताओं ने आज प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से मुलाकात की। खास बात ये रही कि दोनों नेताओं ने सीपी जोशी और गजेंद्र सिंह शेखावत से अलग-अलग मंत्रणा की और फिर सारे कार्यक्रम रद्द कर दिल्ली के लिए रवाना हो गए।

बीजेपी के महामंथन से क्या निकला?

आगे क्या है बीजेपी का प्लान : राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी में बुधवार को देर रात तक मंथन चला। करीब साढ़े छह घंटे तक जेपी नड्डा और अमित शाह ने प्रदेश के बड़े नेताओं से वन-टू-वन संवाद किया। इस दौरान चर्चा की गई कि अब बीजेपी कैसे आगे बढ़ेगी और ऐसा कौनसा अभियान लेकर आएगी कि राजस्थान का रण जीता जा सके। नहीं सहेगा राजस्थान और परिवर्तन यात्राओं का भी केंद्रीय नेतृत्व ने फीडबैक लिया। दोनों नेताओं ने जनता से मिले रिस्पांस को लेकर भी चर्चा की। इसके अलावा अब आगे कैसे बढ़ना है और किन मुद्दों को उठाना है, जनता के बीच में किस तरीके से जाना है, इन सभी पहलुओं पर बारीकी से चर्चा की गई।

कमल के फूल और मोदी के चेहरे पर ही राजस्थान में चुनाव : हालांकि, बीजेपी बार-बार यही कह रही है कि राजस्थान सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव पीएम मोदी के चेहरे पर ही लड़ा जाएगा। खुद पीएम मोदी भी जब-जब राजस्थान दौरे पर आए है कि तब साफ संकेत दे चुके है कि राजस्थान में स्थानीय नेताओं के चेहरे पर चुनाव नहीं लड़ा जाएगा। यानी चुनाव तो मोदी के चेहरे पर भी लड़ा जाएगा। महामंथन में भी इस पर चर्चा हुई और केंद्रीय नेतृत्व ने साफ कहा कि राजस्थान में कमल के फूल और मोदी के चेहरे पर ही चुनाव लड़ा जाएगा।

परिवर्तन यात्राओं में भीड़ नहीं जुटने पर नाराजगी : प्रदेश के 200 विधानसभा क्षेत्रों से निकली परिवर्तन यात्रा के दौरान हुए विवादों की पूरी रिपोर्ट जेपी नड्डा और अमित शाह के पास है। दोनों नेताओं ने परिवर्तन यात्राओं में कई जगह भीड़ नहीं जुटने, नेताओं की गुटबाजी के चलते कई जगह स्थानीय नेताओं के विरोज जैसी घटनाओं पर नाराजगी जताई। उन्होंने प्रदेश स्तर के नेताओं के बीच चल रही आपसी प्रतिस्पर्धा जैसे मुद्दों पर नड्डा और शाह ने नेताओं को नसीहत दी है। बता दें कि बीजेपी की परिवर्तन संकल्प यात्रा के दौरान कई क्षेत्रों में विरोध हुआ था। पार्टी के नेताओं में भी स्वागत और भाषण लेकर कई तरह के झगड़े सामने आए थे।

डैमेज कंट्रोल की रणनीति पर भी बात : शाह और नड्डा टिकट वितरण के बाद डैमेज कंट्रोल को लेकर भी रणनीति पर चर्चा की। साथ ही सांसदों को चुनावी मैदान में उतारने के असर को लेकर प्रदेश पदाधिकारियों से फीड बैक लिया। बताया जा रहा है कि पूर्वी राजस्थान में पार्टी की कमजोर स्थिति को देखते हुए यहां सांसदों को चुनावी मैदान में उतरा जा सकता है। इसे लेकर शाह ने पदाधिकारियों से बात की। वहीं, नड्डा ने प्रदेश पदाधिकारियों को भी चुनावी समर में उतारे जाने से परेहज नहीं होने की जानकारी दी। नड्डा ने कहा, पहली प्राथमिकता जिताऊ को टिकट देने की है।

राजे को मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी : राजस्थान के रण को कैसे जीता जाएं और दिग्गज नेताओं को क्या भूमिका अदा करनी है। इसको लेकर भी चर्चा की गई। जेपी नड्डा और अमित शाह ने वसुंधरा राजे, गजेंद्र सिंह शेखावत, राजेंद्र राठौड़ सहित सभी दिग्गज नेताओं से अलग-अलग मंत्रणा की। सूत्रों की माने तो वसुंधरा राजे को भी चुनाव में बड़ी भूमिका दी जा सकती है। हालांकि, अभी तक यह तो साफ नही हो पाया है कि आखिर पूर्व सीएम वसुंधरा राजे को क्या भूमिका मिलेगी।

जल्द जारी होगी बीजेपी की पहली लिस्ट : बीजेपी के अंदर अब प्रत्याशियों की पहली सूची को लेकर सुगबुहाट तेज हो गई है। माना जा रहा है कि जल्द ही बीजेपी की पहली लिस्ट जारी हो सकती है। मीटिंग में प्रत्याशियों की पहली सूची फाइनल हो चुकी है। चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी और प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह की अनुमति के बाद प्रत्याशियों के नामों का पैनल तैयार किया गया। इसके बाद जल्द ही प्रत्याशियों की सूची जारी हो जाएगी।

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