अब जुनैद-नासिर हत्याकांड की हर कड़ी सुलझेगी! राजस्थान पुलिस को मिली मोनू मानेसर की कस्टडी

राजस्थान की पुलिस को मोनू मानेसर की कस्टडी मिल गई है.

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Monu Manesar: हरियाणा के नूंह में बीते दिनों धार्मिक यात्रा के दौरान हुए दंगों के आरोपी मोनू मानेसर को मंगलवार को हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया जिसके बाद मोनू को कोर्ट में पेश किया गया जहां से राजस्थान पुलिस को मोनू मानेसर की 14 दिनों की न्यायिक कस्टडी मिल गई है. वहीं इसके बाद अब भरतपुर पुलिस नासिर-जुनैद हत्या मामले में मोनू से पूछताछ करेगी.

मालूम हो कि मोनू मानेसर को राजस्थान के भरतपुर जिले के घाटमिका गांव (डीग) के रहने वाले नासिर और जुनैद की हत्या के मामले में षड्यंत्र रचने का आरोपी माना गया था. वहीं मोनू पिछले 8 महीनों से मामले में फरार चल रहा था.

वहीं मोनू मानेसर की गिरफ्तारी पर भरतपुर एसपी मृदुल कच्छावा ने मीडिया को बताया कि मोनू नासिर जुनैद मामले में वांछित और नामजद आरोपी है जिसे हरियाणा पुलिस ने डिटेन किया था. कच्छावा के मुताबिक हरियाणा पुलिस की कार्रवाई पूरी होने के बाद अब डीग पुलिस अपनी पूछताछ शुरू करेगी.

नासिर-जुनैद मामले में 8 महीने से था फरार

बता दें कि हरियाणा पुलिस ने मंगलवार को मोनू को उसी के गांव मानेसर से पकड़ा जो पिछले 8 महीने से फरार चल रहा था. मोनू मानेसर पर भिवानी में जिंदा जलाए गए नासिर-जुनैद के हत्याकांड में शामिल होने का आरोप है और मृतकों के परिजनों ने उसके खिलाफ मामला दर्ज करवाया है.

मालूम हो कि 16 फरवरी 2023 को हरियाणा के भिवानी में बोलेरो गाड़ी में दो जली हुई लाशें मिलीं थी जिनकी पहचान राजस्थान के भरतपुर जिले के घाटमिका गांव के जुनैद और नासिर के रूप में की गई थी. नासिर-जुनैद के परिजनों ने आरोप लगाया कि गौ-तस्करी के शक में दोनों की हत्या की गई है.

कौन है मोनू मानेसर?

बता दें कि मोनू मानेसर उर्फ मोहित यादव बजरंग दल का सदस्य और गौरक्षक है जो गुरुग्राम के पास मानेसर की ही रहने वाला है. वहीं मोनू ने हरियाणा में बजरंग दल की गाय संरक्षण टास्क फोर्स इकाई बना रखी है जहां वह गोरक्षा दल के रूप में जाना जाता है.

मालूम हो कि पिछले महीने राजस्थान पुलिस के डीजीपी उमेश मिश्रा ने कहा था कि नासिर और जुनैद की हत्या में मोनू मानेसर का सीधा हाथ नहीं है लेकिन परोक्ष रूप से उसकी क्या भूमिका थी इसकी पुलिस जांच कर रही है. इसके अलावा मोनू मानेसर को हिरासत में लेने को लेकर लंबे समय से राजस्थान और हरियाणा के बीच बयानबाजी चल रही थी.