Lawrence Bishnoi: गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई, गोल्डी बराड़ की गैंग के पकड़े गए कई नाबालिग, हरियाणा और राजस्थान के गांवों के हैं सभी आरोपी

देश के मोस्ट वांटेड गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi)और गोल्डी बराड़ के गिरोह का दिल्ली पुलिस ने पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस गिरोह के…

Lawrence Bishnoi और गोल्डी बराड़

देश के मोस्ट वांटेड गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi)और गोल्डी बराड़ के गिरोह का दिल्ली पुलिस ने पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस गिरोह के द्वारा की जा रही अवैध वसूली के मॉड्यूल का खुलासा किया है। जिसमें पता चला है कि यह दोनों गैंगस्टर अपने गैंग के मॉड्यूल के लिए नाबालिग लड़कों का इस्तेमाल कर रहे थे।

क्राइम ब्रांच ने 8 को किया गिरफ्तार

इस केस में कार्रवाई करते हुए दिल्ली पुलिस में 8 लोगों को पकड़ा किया है। इनके पास से 6 हथियार भी बरामद किए गए हैं। जिनमें से कुछ विदेशी भी हैं। जांच में सामने आया है कि इनमें सहित कई नाबालिग जिन्हें गोल्ड बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) अपने गिरोह के मॉड्यूल को अंजाम देने करने के लिए इस्तेमाल कर रहे थे। इन दोनों ने इनका इस्तेमाल इसलिए किया, क्योंकि नाबालिक होने के चलते पुलिस य़ा सुरक्षा एजेंसी को इनकी भनक नहीं लगती, ना ही इन पर नजर पड़ती। इसलिए वे अपने गैंग में अधिकतर नाबालिग लड़कों को काम पर रखते थे और उनके जरिए ही अपने अवैध वसूली जैसे काम कराते थे।

हरियाणा-राजस्थान के दूर-दराज के गांवों से लालच देकर लाए गए

इन नाबालिगों में सभी हरियाणा और राजस्थान जैसे राज्यों के रहने वाले हैं। ये हरियाणा और राजस्थान के दूरदराज गांवों से चुन-चुन कर लाए जाते थे। इन्हें नशे की लत लगवाई जाती थी। ऐशो-आराम के सपने दिखाए जाते थे। जिनके झांसे में आकर यह नाबालिग इनके साथ काम करने लग गए थे। इन नाबालिगों को इनका टारगेट बता कर इन्हें पैसा दिया जाता था। साथ ही नशे का सामान भी दिया जाता था। ऐशो-आराम की जिंदगी, पैसा और नशा मिलने से यह लड़के बेहद खुश हो जाते थे और जैसा ये दोनों गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ कहते थे ये लोग वैसा ही करते थे।

दिल्ली के 3 बिजनेसमैन के घर पर फायरिंग

मामले की जानकारी देते हुए क्राइम ब्रांच के विशेष आयुक्त रविंद्र कुमार यादव ने बताया कि लॉरेंस बिश्नोई, गोल्डी बरार और विश्नोई के भाई अनमोल ने इन शूटर्स से दिल्ली के तीन अलग-अलग जगहों पर बड़े-बड़े व्यापारियों के घर पर वसूली के पैसे ना देने पर फायरिंग करवाई थी। लॉरेंस ने पहले इन तीनों से वसूली की मोटी रकम की मांग की थी लेकिन पैसे ना देने पर इन्होंने फायरिंग करवाई थी। इसी मामले में यह कार्रवाई की गई है।

जीक्लब फायरिंग भी अवैध वसूली को लेकर

बीते दिनों राजस्थान पुलिस ने जयपुर के जीक्लब फायरिंग मामले में जो चार्जशीट तैयार की है। उसमें लॉरेंस बिश्नोई, गोल्डी बराड़, अनमोल बिश्नोई, रोहित गोदारा, रितिक बॉक्सर और सोनू मराठा पर आरोप लगाए हैं कि उन्होंने ही 4 शूटर्स फायरिंग के लिए बीकानेर और आगरा से मंगवाए थे। इनमें से रितिक बॉक्सर को तो नेपाल बॉर्डर से हाल ही में पकड़ लिया गया है। बिश्नोई ने जीक्लब के मालिक से रंगदारी के रूप में करोडो़ं की रकम मांगी थी, जिसे  ना देने पर जी क्लब पर फायरिंग कराई गई थी।

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