रूस जाने के लिए रची थी अपनी किडनैपिंग की साजिश, इंदौर में मिली कोटा से लापता हुई छात्रा

कोटा। राजस्थान के कोटा से करीब एक महीने पहले अपने ही अपहरण की झूठी कहानी रचने वाली छात्रा काव्या को कोटा पुलिस इंदौर (मध्यप्रदेश) से…

Kota NEET Student Kavya Dhakad Kidnapping | Sach Bedhadak

कोटा। राजस्थान के कोटा से करीब एक महीने पहले अपने ही अपहरण की झूठी कहानी रचने वाली छात्रा काव्या को कोटा पुलिस इंदौर (मध्यप्रदेश) से लेकर आई है। पुलिस की पूछताछ में छात्रा ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। दरअसल, छात्रा के अपहरण का पूरा मामला फर्जी था। आरोपी लड़की ने बताया है कि वो रूस जाना चाहती थी, इसलिए उसने अपने दोस्त के साथ पूरा प्लान बनाया। आरोपी लड़की ने खुद ही अपने घर वालों को अपहरण की झूठी कहानी गढ़ी और 30 लाख की फिरौती मांगी थी।

रूस से MBBS करना चाहती थी छात्रा

कोटा सिटी एसपी डॉ. अमृता दुहन ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि लड़की को जानकारी थी कि उसके पिता के पास 30 लाख रुपए हैं और इन्हीं पैसों पर उसकी नजर थी। आरोपी लड़की ने बताया कि वो रूस से एमबीबीएस करना चाहती थी। इंटरनेट से उसने वहां के कॉलेज, फीस, हॉस्टल आदि के बारे में पूरी जानकारी जुटा ली थी। इसके बाद यूट्यूब के वीडियो देखकर किडनैपिंग की झूठी कहानी बनाई।

पिता ने दर्ज करवाया था केस

दरअसल, पिछले महीने 18 मार्च को शिवपुरी (मध्य प्रदेश) के रहने वाले रघुवीर धाकड़ ने कोटा के विज्ञान नगर थाने में अपनी बेटी के अपहरण का केस दर्ज कराया था। हालांकि, कुछ दिन बाद ही कोटा पुलिस ने इस मामले का पूरा खुलासा कर दिया था। आरोपी स्टूडेंट और उसका दोस्त इसके बाद से फरार थे। वे दोनों 29 मार्च को ही वापस इंदौर लौटे थे। इसके बाद 2 अप्रैल को इंदौर पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।

छात्रा के माता-पिता बनाना चाहते थे डॉक्टर

पुलिस ने बताया कि मध्यप्रदेश (शिवपुरी) जिले की निवासी आरोपी छात्रा काव्या धाकड़ (20) कोटा में कोचिंग करने के लिए अपनी मां के साथ आई थी। काव्या के माता-पिता उसे डॉक्टर बनाना चाहते थे, लेकिन वो पढ़ाई में इतनी इंटेलिजेंट नहीं थी। वो जानती थी कि इस बार भी नीट परीक्षा में वो पास नहीं हो पाएगी। इसलिए वो घरवालों को बिना बताए वो रूस जाना चाहती थी। इसके लिए उसने पूरी रिसर्च भी कर ली थी।

उसने यूट्यूब पर उसने सर्च किया कि डायरेक्ट MBBS कौनसी यूनिवर्सिटी करवा रही है। सर्च में उसे रूस की एक यूनिवर्सिटी के बारे में जानकारी मिली। यहां से उसे MBBS करने के लिए उसे 30 लाख की जरूरत होगी। रूस जाने के लिए उसने अपना पासपोर्ट बनवाने के लिए भी आवेदन कर दिया था। एक बार वहां सेटल हो जाने के बाद वह पूरा मामला अपने पिता को समझाने वाली थी। हालांकि, उसे अंदाजा नहीं था कि मामला इतना बढ़ जाएगा।

दोस्त के साथ बनाया किडनैपिंग का प्लान

उसने अपने दोस्त हर्षित सागर के साथ मिलकर रूस से एमबीबीएस करने का प्लान बनाया। इसके बाद हर्षित सागर ने काव्या धाकड़ के घरवालों को हाथ पैर और मुंह बांधे हुए फोटो सेंड किए और दोस्त ने 30 लाख की फिरौती की मांग की। इसके बाद काव्या धाकड़ और हर्षित सागर कोटा जयपुर चंडीगढ़ और इंदौर में फरारी काटते रहे।

पुलिस ने आरोपी काव्या को इंदौर में देवगुराड़िया (खुड़ैल) के आगे इंडेक्स मेडिकल कॉलेज के पास से कस्टडी में लिया। उसके साथ उसका दोस्त हर्षित भी था। इंदौर पुलिस ने कार्रवाई पूरी करने के बाद छात्रा और उसके दोस्त को कोटा पुलिस को सौंप दिया।

एसपी अमृता दूहन ने सभी युवाओं से अपील की है कि वह अपने माता-पिता का कहना माने, कोई परेशानी हो तो उनके साथ साझा करें और मेहनत से जी नहीं चुराए। इस घटना से कोटा का नाम तो जुड़ा है, लेकिन इस घटना से कोटा का कहीं कोई लेना-देना नहीं है।