RPSC Paper Leak Case: सरगना भूपेंद्र सारण की गिरफ्तारी के बाद किरोड़ी मीणा ने दिया ये बड़ा बयान

शिक्षक भर्ती पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण की गिरफ्तार के बाद बीजेपी से राज्य सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने बड़ा बयान दिया।

Kirodi Lal Meena 1 | Sach Bedhadak

जयपुर। शिक्षक भर्ती पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण की गिरफ्तार के बाद बीजेपी से राज्य सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने बड़ा बयान दिया। किरोड़ी मीणा ने भूपेंद्र सारण की गिरफ्तारी को फिक्स प्लान बताते हुए कहा कि सारण का सरेंडर करवाया गया है। लेकिन, सुरेश ढाका को पुलिस गिरफ्तार नहीं करेगी। किरोड़ी मीणा ने एसओजी पर आरोप लगाते हुए कहा कि पेपर लीक से इन्होंने करोड़ों रुपए कमाए हैं। एसओजी ने अपनी खाल बचाने के लिए ऐसा किया है। अगर पेपर लीक मामले की सीबीआई जांच होती तो पूरी सच्चाई सामने आ जाती।

आरपीएससी की वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले के मुख्य आरोपी भूपेन्द्र सारण की बेंगलुरु एयरपोर्ट से गिरफ्तारी के बाद किरोड़ी मीणा ने एक के बाद एक लगातार चार ट्वीट किए। मीणा ने ट्वीट किया कि वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में भूपेन्द्र सारण को SOG ने प्लानिंग के तहत पकड़ा है। SOG अधिकारी मोहन पोसवाल के नेतृत्व में भूपेन्द्र को पकड़ा। जिसके तार पेपर लीक माफ़ियों से जुड़े हुए है। जिसके प्रमाण में पूर्व में दे चुका की किस प्रकार कांस्टेबल भर्ती लीक परीक्षा में ऊदा राम को मुजरिम बनाकर मामले को रफ़ा दफ़ा करने का काम किया। भूपेन्द्र सारण, सुरेश ढ़ाका और SOG अधिकारी मोहन पोसवाल के दोस्ती के प्रमाण मैं पूर्व में दे चुका हूं। मोहन पोसवाल के सम्बन्ध भूपेन्द्र सारण की महिला मित्र के साथ संबंध थे। जब कांस्टेबल पेपर लीक में भूपेन्द्र फ़रारी काट रहा था तब मोहन पोसवाल का इनके निवास पर आना जाना था।

मीणा ने ट्वीट किया कि इन दोनों को फरार करवाने में अधिकारी मोहन पोसवाल का हाथ है। मेरा मानना है की सुरेश ढाका को पुलिस गिरफ्तार नहीं करेगी,जिसका दावा मैं पूर्व में प्रेस वार्ता में कर चुका हूं। यदि सुरेश ढाका पकड़ा गया तो कांग्रेस के विधायक, मंत्री एवं अधिकारियों के बड़े नाम इस पाप में सामने आएंगेl

ऐसे फरारी काटता रहा भूपेंद्र सारण

इधर, पूछताछ में सारण ने बताया कि उदयपुर में कार्रवाई होते ही उसने जयपुर छोड़ा और दिल्ली चला गया। फिर परिचित के यहां अहमदाबाद गया। करीब 25 दिन वह अहमदाबाद रहा। इसके बाद वह राजस्थान लौट आया। यहां जालोर, बीकानेर, बाड़मेर, अजमेर और फागी में कुछ दिनों तक रुका। सारण 2011 में जीएनएम भर्ती व 2022 में कांस्टेबल भर्ती पेपर लीक मामले में भी शामिल था। वह जेल भी जा चुका है।

CISF और एयरपोर्ट अधिकारियों से पकड़ा गया सारण

गौरतलब है कि राजस्थान की एटीएस, एसओजी, जोधपुर ग्रामीण और उदयपुर जिला पुलिस की टीम ने आरपीएससी की वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में फरार सरगना भूपेन्द्र सारण को गुरुवार को बेंगलुरु एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया था। सारण को पकड़ने में मिली सफलता में सीआईएसएफ, बेंगलुरु एयरपोर्ट के अधिकारियों का विशेष सहयोग रहा। राजस्थान कैडर के आईजी पुलिस जोस मोहन वर्तमान में सीआईएसएफ, बेंगलुरु में ही पदस्थापित हैं। उनसे भी मदद ली गई। भूपेन्द्र सारण और इसके दूसरे फरार साथी सुरेश ढाका पर पुलिस ने करीब तीन सप्ताह पहले ही 1-1 लाख का इनाम घोषित किया था।

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