जयपुर: किशनपोल से हिंदुओं का पलायन! प्रताड़ना के आरोपों के साथ लगे पंपलेट, BJP ने बोला हमला

जयपुर के किशनपोल इलाके में हिंदुओं के पलायन करने के कुछ पंपलेट घरों और दुकानों की दीवारों पर लगे हुए हैं जिसके बाद बवाल हो गया है.

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जयपुर: राजस्थान की राजधानी के परकोटा इलाके में कई जगह लगे कुछ पोस्टरों से बवाल हो गया है. मिली जानकारी के मुताबिक किशनपोल इलाके में लगे हिंदुओं के पलायन करने के कुछ पंपलेट घरों और दुकानों की दीवारों पर लगे हुए देखे गए हैं. बताया जा रहा है कि इलाके में 40 से 50 घरों के बाहर हिंदुओं के पलायन करने के पंपलेट लगे हुए हैं. दरअसल पोस्टर लगने के पीछे पता चला है कि कुछ हिंदू परिवारों ने अल्पसंख्यक समाज के कुछ लोगों द्वारा परेशान करने का आरोप लगाया है.

वहीं स्थानीय लोगों की ओर से अल्पसंख्यक समाज के द्वारा प्रताड़ना को लेकर कलेक्टर को भी शिकायत दी गई है जिसके बाद पुलिस के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे हैं.

इसके अलावा स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस और प्रशासन द्वारा अल्पसंख्यक समाज के लोगों पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई. वहीं इस मामले के तूल पकड़ने पर बीजेपी ने कांग्रेस पर तुष्टिकरण का आरोप लगाया है जहां बीजेपी प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने कहा कि राज्य में खुलेआम तुष्टिकरण की राजनीति हो रही है.

क्या लिखा है पंपलेट में ?

दरअसल दीवारों पर लगे पंपलेट में लिखा है कि किशनपोल के स्थानीय निवासी पलायन को मजबूर है जिसके लिए जिम्मेदार कांग्रेस पार्षद फरीद कुरैशी हैं. बता दें कि कुरैशी जयपुर हैरिटेज नगर निगम में वार्ड नंबर 69 के पार्षद हैं.

बीजेपी ने कांग्रेस को घेरा

वहीं इस मामले के तूल पकड़ते ही बीजेपी नेता रामलाल शर्मा ने कांग्रेस पर तुष्टिकरण का आरोप लगाते हुए कहा कि किशनपोल में जो लोग हिंदू परिवारों को पलायन करने के लिए मजबूर कर रहे हैं उनके ऊपर कानून के दायरे के अंदर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को अब तुष्टिकरण की राजनीति छोड़ देनी चाहिए.

वहीं बीजेपी सांसद राज्यवर्धन राठौड़ ने इस मामले पर कहा कि ऐसी ही घटना मालपुरा में हुई है, यह तुष्टिकरण की राजनीति है, मालपुरा में 600 से 700 मीटर का रिहायशी इलाका अब धीरे-धीरे कब्जा लिया गया है, जो एक समय गुर्जर मोहल्ला होता था, वह शादाब मोहल्ला हो गया है, कोई अपनी मर्जी से प्रॉपर्टी बेचते हैं तो उस पर आपत्ति नहीं है, लेकिन डरा धमकाकर ऐसा काम किया जाता है और किशनपोल में भी मामला ठीक वैसा ही है.

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