132KV हाईटेंशन लाइन चुराने वाली गिरोह का पर्दाफाश, दौड़ते करंट में चुरा लेते थे केबल

बाड़मेर। 132KV की हाईटेंशन लाइन इतनी खतरनाक होती है कि पलक झपकते ही इंसान की जान चली जाती है। हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने…

New Project 2024 02 04T162844.819 | Sach Bedhadak

बाड़मेर। 132KV की हाईटेंशन लाइन इतनी खतरनाक होती है कि पलक झपकते ही इंसान की जान चली जाती है। हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से अब तक बहुत से हादसे हो चुके है। क्योंकि हाईटेंशन लाइन में करंट इतना तेज दौड़ता है कि यह दूर से ही खींच लेता है। इसके बावजूद बाड़मेर में ऐसी गैंग है जो दौड़ते करंट से 132 KV की हाईटेंशन लाइन का केबल चुरा लेते हैं। शनिवार को बाड़मेर ग्रामीण व डीएसटी टीम केबल चुराने वाली गैंग के दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है। पुलिस की पूछताछ में बदमाशों ने हैरान कर देने वाले खुलासे किए।

बॉर्डर एरिया के कई गांव से मिली शिकायत

बाड़मेर एसपी दिगंत आनंद ने बताया कि पिछले कई दिनों से पुलिस को लगातार बॉर्डर एरिया में हाईटेंशन लाइन चोरी होने की शिकायत मिल रही थी। मुखबिर से सूचना मिली कि इलाके में हाईटेक गैंग से कई बदमाश हैं। जो बहते करंट के बीच हाईटेंशन लाइन में चोरी करते हैं। इस पर पुलिस की डीएसटी व ग्रामीण थाने की एक स्पेशल टीम बनाई।

पुलिस ने शनिवार को 132 KV लाइन से तार चुराने वाले गिरोह का खुलासा किया है। पुलिस ने 2 आरोपी लाधाराम पुत्र अगराराम निवासी महादेव नगर नांद (बाड़मेर) और गोमाराम जाखड़ पुत्र गुलाराम निवासी खूमें की बेरी धोरीमन्ना (बाड़मेर) को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से वारदात में इस्तेमाल एक वाहन, एक ट्रांसफॉर्मर भी जब्त किया है। एक सहयोगी को भी डिटेन किया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

बाड़मेर एसपी दिगंत आनंद ने बताया कि आरोपी कई बार हाईटेंशन लाइन चोरी कर चुके हैं। वह भी बहते करंट के बीच। आरोपियों ने बताया कि उन्हें 132 KV की लाइन पर काम करने का अनुभव है। आरोपी इस लाइन को तैयार करने वाली फर्म के ठेकेदार के साथ हम काम कर चुके हैं। आरोपियों का काम पोल खड़े करना और वायर को खींचना था। आरोपी को काम के दौरान इस केबल की कीमत और इसके वर्क के बारे में पता लगा। ठेकेदार के साथ काम पूरा हो गया तो चोरी का आइडिया आया। आरोपी अपनी जान जोखिम में डालकर चलती लाइन के दौरान पोल पर चढ़ जाते थे।

इसके बाद कटर से पहले तो हुक के पास छीणी (औजार) से इंसुलेटर को तोड़कर लाइन फॉल्ट कर देते थे। फिर रबर के हत्थे वाली आरी से केबल को काट देते थे। रबर के कारण करंट नहीं आता था। केबल इकट्‌ठा हुआ तो गैंग बनाकर तार बेचने और चोरी करने का धंधा शुरू कर दिया।

ऐसे हुआ चोरी का खुलासा

बाड़मेर पर अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर मापुरी-गडरारोड के बीच हाईटेंशन लाइन को काटकर चोरी कर लिया गया था। इससे बॉर्डर के आसपास वाले गांवों में 5 दिन तक बिजली सप्लाई बंद रही। पांच दिन तक लाइट नहीं आई तो ग्रामीणों ने दबाव बना दिया। परेशान होकर डिस्कॉम के अधिकारियों ने बाड़मेर ग्रामीण थाना में FIR दर्ज करवाई थी। इसी तरह की चोरी रामसर थाना इलाके के भाचभर गांव के पास हुआ। अलग-अलग थानों की पुलिस चार चोरों की तलाश में थी। चोरों ने बाड़मेर के ग्रामीण क्षेत्र में देवका में 1200 मीटर, सोनड़ी में 700 मीटर, जैसलमेर में 700 मीटर 132 केवी की लाइन चुराई थी। पुलिस थाने में जब एक जैसे चोरी की FIR दर्ज हुई। जिसके बाद पुलिस ने इस गिरोह को पकड़कर चोरी का पर्दाफाश किया।