तारानगर वाले नेताजी से पूछिए कौन-सी चक्की का आटा खाता हूं…CM के बयान पर डोटासरा का पलटवार

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने सीएम भजनलाल शर्मा पर निशाना साधा है। डोटासरा ने कहा- मुख्यमंत्रीजी पूछ रहे थे कौन-सी चक्की का आटा खाते हैं जो 4-4 आरएएस बन गए…?

govind singh dotasara | Sach Bedhadak

जयपुर। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने सीएम भजनलाल शर्मा पर निशाना साधा है। डोटासरा ने कहा- मुख्यमंत्रीजी पूछ रहे थे कौन-सी चक्की का आटा खाते हैं जो 4-4 आरएएस बन गए…? ये तारानगर से लड़ने वाले नेताजी (राजेंद्र राठौड़) से पूछ लीजिए कौन-सी चक्की का आटा खाया। वो ही पूछते थे कौन-सी चक्की का आटा खाया है, अब उनसे पूछ लीजिए।

डोटासरा ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी में बुधवार को आयोजित बैठक के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान यह बात कही। उन्होंने कहा कि 6 महीने और रुक जाओ, इनके यहां क्या-क्या कारनामे होते हैं। उन्होंने व्यक्तिगत आरोप लगाया है, वह लगा सकते हैं। मैं जब राजस्थान विधानसभा में बोलूंगा, उनके हर आरोप का जवाब दूंगा। उनके कान खड़े हो जाएंगे। उनकी सुनने की क्षमता नहीं होगी और चिल्ला-चिल्ला कर बाहर भाग जाएंगे।

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प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा ने कहा कि अब वो किस स्तर पर चर्चा को ले जाना चाहते हैं, इस पर अभी ज्यादा कहने की जरूरत नहीं है। कुछ है तो जांच करवा लीजिए। उनके पास तो सारी एजेंसियां हैं। ये आरोप लगा सकते हैं, जो डबल इंजन की सरकार बताते हैं। केंद्र की एजेंसियां उनके कब्जे में हैं। जो तांडव नृत्य मचा रखा है, वह सबके सामने है। चंडीगढ़ में मेयर के चुनाव में क्या किया, सबके सामने है। लालू प्रसाद यादव और उनके बेटे को ईडी बुला रही है। झारखंड में सीएम को बुला रहे हैं। हमारे यहां भी ईडी वाले चाय-नाश्ता करके गए थे। जनता इन्हें जान चुकी है।

डोटासरा ने कहा कहा कि बीजेपी के मंत्रियों के पास करने को कुछ नहीं है। ये तो जुगाड़ करके काम चला रहे हैं। आज किसी को भी पावरफुल माना जाए तो वह हमारा मुख्य सचिव है। मुख्य सचिव छापे मारता है, दफ्तरों में जाता है। इससे पावरफुल मुझे तो कोई नजर नहीं आता।

विशेषाधिकार हनन का लाएंगे प्रस्ताव

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि ईआरसीपी पर मंगलवार को मुख्यमंत्री सदन में कह रहे थे कि 3510 एमसीएम पानी मिला है, जबकि एमओयू के हिसाब से 2400 एमसीएम पानी मिलेगा। यह सदन के विशेषाधिकार हनन का मामला है। हम लोग सीएम के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का मामला पेश करेंगे। सीएम ने सदन को गलत जानकारी देकर गुमराह किया है। पीके सी में ये सिंचाई के लिए पानी दे नहीं सकते, ये जो पीके सी का फंडा लेकर आए हैं, वह इज्जत बचाने के लिए लेकर आए हैं। इन्हें वसुंधरा राजे की योजना से चिढ़ थी। उस योजना को हमारी सरकार ने आगे बढ़ाया।

जनहित की बात नहीं, सिर्फ आरोप लगाए

डोटासरा ने कहा कि विधानसभा में मुख्यमंत्री सवा दो घंटे बोले, लेकिन उसमें जनता के काम की एक बात नहीं थी। मुख्यमंत्री का भाषण इतना नीरस था कि हमें हाथ जोड़कर कहना पड़ा कि महाराज अब तो हमारा पीछा छोड़िए। हमने मान लिया आप भाषण अच्छा देते हो। मुख्यमंत्री इतने लंबे भाषण में एक बार भी जनता के लिए नहीं बोले। के वल वही बातें कही, जो ये 5 साल तक हमारी सरकार के खिलाफ बोलते थे। अब तो विधानसभा चुनाव हो गए। जनता ने बहुमत दे दिया। अब तो काम की बात कीजिए और काम करके दिखाइए।

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विस में सीएम ने दिया था ये बयान सीएम भजनलाल शर्मा ने राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस का विधानसभा में जवाब देते हुए नाम लिए बिना डोटासरा पर तंज कसा था। सीएम भजनलाल ने कहा था कि कई सदस्य तो ऐसे हैं, जिन्होंने खुद ने तो कु छ काम नहीं किया। वो अपने पिता और पूर्वजों की खा रहे हैं, लेकिन बात बड़ी-बड़ी करते हैं। इसलिए एक ही परिवार के 3-3, 4-4 सदस्य आरएएस सिलेक्ट हो रहे थे। वो कौन-सी चक्की का आटा खाते थे, कहां का पानी पीते थे। यही नहीं, आगे सुनिए, नंबर भी सबके बराबर आ रहे हैं। लेकिन, वो तो वही करेगा, जो उसे कहा गया है।