‘मुझे बहुत दु:ख पहुंचा…’ कर्नल केसरी सिंह विवाद पर बोले गहलोत – सोशल मीडिया पर वायरल बयान निंदनीय

कर्नल केसरी सिंह की नियुक्ति को लेकर उठे विवाद पर सीएम गहलोत का पहली बार बयान आया है.

sach 1 2023 10 13T155050.946 | Sach Bedhadak

RPSC Member Kesri Singh: राजस्थान लोक सेवा आयोग में हाल में नियुक्त किए गए कर्नल केसरी सिंह को लेकर छिड़े विवाद के बाद अब सीएम अशोक गहलोत का पहली बार बयान आया है. गहलोत ने केसरी सिंह को लेकर उठे विवाद पर कहा है कि हमारी सरकार ने उनके सैन्य बैकग्राउंड को देखते हुए उनकी नियुक्ति की सिफारिश की थी. मालूम हो कि कर्नल केसरी सिंह की नियुक्ति के बाद से उनके कुछ बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं जहां सोशल साइट पर उनको हटाने का एक अभियान छिड़ा हुआ है.

सोशल साइट पर लोगों का कहना है कि जातिवादी कर्नल केसरी सिंह को हटाओ जो कि इंडिया में टॉप ट्रेंडिंग पर चल रहा है. वहीं इसके अलावा कुछ यूजर्स सोशल मीडिया पर केसरी सिंह की विवादित पोस्ट और बयान भी शेयर कर रहे हैं. वहीं कई सामाजिक संस्थाओं और नेताओं ने भी केसरी सिंह को हटाने के लिए सीएम गहलोत को पत्र लिखा है.

सोशल मीडिया पर चल रहा अभियान

दरअसल राजस्थान लोक सेवा आयोग के सदस्य बनाए जाने के बाद से कर्नल केसरी सिंह राठौड़ के खिलाफ सोशल साइट पर उन्हें हटाने को लेकर एक मुहिम चलाई जा रही है. कर्नल सिंह के कुछ जातिविशेष वीडियो पर लोग नाराज होकर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं और उन्हें हटाने को लेकर सीएम गहलोत से अपील कर रहे हैं.

वहीं हाल में कर्नल को विवादास्पद व्यक्ति बताते हुए जाट महासभा ने राज्यपाल कलराज मिश्र से उनकी नियुक्ति तुरंत बर्खास्त करने के लिए पत्र भी लिखा था.

गहलोत मामले पर क्या बोले?

इस मामले पर सीएम गहलोत ने कहा कि एक तरफ हमारी सरकार ने 3 लाख भर्ती निकालने का ऐतिहासिक काम किया जो शायद देश में सर्वाधिक है और दूसरी तरफ पेपर लीक की कुछ घटनाएं सामने आई ये सोचकर सरकार ने प्रयास किया कि आर्मी बैकग्राउंड के अधिकारियों को राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) एवं राजस्थान अधीनस्थ सेवा बोर्ड (RSSB) जैसी संस्थाओं में स्थान दिया जाए जिससे इन संस्थाओं की विश्वसनीयता कायम रहे.

उन्होंने कहा कि सरकार ने RSSB के अध्यक्ष के रूप में मेजर जनरल आलोक राज एवं RPSC में सदस्य के रूप में कर्नल केसरी सिंह की नियुक्ति की सिफारिश की थी और इन दोनों ने ना तो अप्लाई किया और ना ही इनकी कोई सिफारिश आई, इनकी 37 साल और 20 साल की सैन्य सेवाओं को देखते हुए इनको नियुक्त किया गया.

वायरल हो रहे बयान निंदनीय – गहलोत

वहीं गहलोत ने आगे कहा कि किसी भी सेना में रहे व्यक्ति से जाति, धर्म, वर्ग इत्यादि से ऊपर उठकर देश सेवा की उम्मीद की जाती है जो सैनिक देश की सीमाओं की रक्षा के लिए अपनी जान तक न्यौछावर कर देते हैं इसलिए उनका समाज में सम्मान होता है.

सीएम ने कहा कि कर्नल केसरी सिंह की नियुक्ति के बाद सोशल मीडिया पर उनके कुछ बयान वायरल हुए हैं जो जाति विशेष और व्यक्ति विशेष को लेकर दिए गए हैं जो निंदनीय, पीड़ादायक एवं दुर्भाग्यपूर्ण हैं, उनकी टिप्पणियों से मुझे भी बेहद दुख पहुंचा है क्योंकि हमारी सरकार ने उनके सैन्य बैकग्राउंड को देखते हुए उनकी नियुक्ति की सिफारिश की थी.