ज्यूडिशियरी में भयंकर भ्रष्टाचार वाले बयान पर CM गहलोत ने मारी पलटी, कहा-वो मेरी निजी राय नहीं…

विपक्ष के हमलावर होने के बाद सीएम गहलोत ने सफाई देते हुए कहा कि ये मेरी निजी राय नहीं है। मैंने तो हमेशा न्यायपालिका का सम्मान एवं उस पर विश्वास किया है।

Ashok-Gehlot

जयपुर। ज्यूडिशियरी में भयंकर भ्रष्टाचार वाले बयान अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यू-टर्न ले लिया है। विपक्ष के हमलावर होने के बाद सीएम गहलोत ने सफाई देते हुए कहा कि ये मेरी निजी राय नहीं है। मैंने तो हमेशा न्यायपालिका का सम्मान एवं उस पर विश्वास किया है। गहलोत ने कहा था कि मैंने सुना है कि कई वकील जो जजमेंट लिखकर ले जाते हैं, अदालत से वही फैसला आता है। सुप्रीम कोर्ट के अनेकों रिटायर्ड जजों और रिटायर्ड चीफ जस्टिसों ने समय-समय पर ज्यूडिशियरी में करप्शन पर टिप्पणी की हैं और उस पर चिंता व्यक्त की है।

विपक्ष के निशाने पर आने के बाद सीएम गहलोत ने गुरुवार शाम ट्वीट कर ज्यूडिशियरी में करप्शन वाले बयान पर सफाई दी। सीएम गहलोत ने ट्वीट किया कि कल मैंने ज्यूडिशियरी के करप्शन को लेकर जो कहा था वो मेरी निजी राय नहीं हैं। मैंने हमेशा ज्यूडिशियरी का सम्मान एवं उस पर विश्वास किया है। समय-समय पर सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड न्यायाधीशों व रिटायर्ड मुख्य न्यायाधीशों तक ने ज्यूडिशियरी में भ्रष्टाचार पर टिप्पणयां की हैं और उस पर चिंता व्यक्त की है।

उन्होंने कहा कि मेरा न्यायपालिका पर इतना विश्वास है कि मुख्यमंत्री के रूप में जजों की नियुक्ति के लिए हाई कोर्ट कॉलेजियम की ओर से जो नाम हमारे पास टिप्पणी के लिए आते हैं, मैंने उन पर भी कभी कोई प्रतिकू ल टिप्पणी नहीं की है। मेरा स्पष्ट मानना है कि हर नागरिक को न्यायपालिका का सम्मान करना चाहिए और ज्यूडिशियरी पर विश्वास करना चाहिए। इससे लोकतंत्र मजबूत होगा।

सीएम गहलोत ने दिया था ये बयान

सीएम ने बुधवार को मीडिया से कहा था कि आज ज्यूडिशियरी में भयंकर भ्रष्टाचार हो रहा है। मैंने सुना है कि कई वकील तो जजमेंट लिखकर ले जाते हैं, वही जजमेंट आता है। ज्यूडिशियरी के अंदर यह क्या हो रहा है? चाहे लोअर ज्यूडिशियरी हो या अपर। हालात गंभीर हैं। देशवासियों को सोचना चाहिए। मेरी सिफारिश से भी जज बनने वालों से मैंने जिंदगीभर बात नहीं की।

मुख्यमंत्री ने कहा था कि सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स बिना असेसमेंट किए हुए लोगों के घरों में घुस रही है। आपकी अंतरात्मा, आपका परिवार, आपका जमीर, क्या इसकी गवाही दे रहा है? आरएसएस अपने चाल, चरित्र, चेहरे की बात करता था। ये खुद कहते थे कि हम अलग हैं। आज उनका चाल, चरित्र, चेहरा कहां चला गया? उन्होंने कहा कि विधानसभा और लोकसभा चुनाव एक साथ होते हैं तो भी हम पूरी तरह तैयार हैं। केंद्र की सरकार कुछ भी करवा सकती है।

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