भजनलाल सरकार का एक और बड़ा फैसला, शिक्षक भर्ती घोटाले मामले में जांच होगी तेज

सीएम भजन लाल शर्मा ने जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय में कथित 154 शिक्षक भर्ती घोटाले के मामले पूर्व की गहलोत सरकार के दौरान एसएलपी वापस लेने की अर्जी पेश की थी। जिसे भजनलाल सरकार ने गुरुवार को वापस ले लिया है।

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JNVU Teacher Recruitment Scam: राजस्थान में बीजेपी की सरकार बनने के बाद से लगातार सीएम भजनलाल शर्मा एक्शन मोड़ में नजर आ रहे है। अब सीएम भजन लाल शर्मा ने जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय में कथित 154 शिक्षक भर्ती घोटाले के मामले पूर्व की गहलोत सरकार के दौरान एसएलपी वापस लेने की अर्जी पेश की थी। जिसे भजनलाल सरकार ने गुरुवार को वापस ले लिया है।

भजनलाल सरकार ने पलटा फैसला

जेएनवीयू शिक्षक भर्ती घोटाले की एफआईआर सुप्रीम कोर्ट में दायर एसएलपी पर एसीबी में दर्ज की गई थी, जहां राज्य की पिछली कांग्रेस सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान एसएलपी वापस लेने की अर्जी पेश की थी। 6 अक्टूबर 2023 को सुप्रीम कोर्ट में दायर एसएलपी वापस लेने की अर्जी को भजनलाल सरकार ने गुरुवार को वापस ले लिया।

क्या है पूरा मामला

जेएनवीयू यूनिवर्सिटी में 2013 में शिक्षकों की भर्ती की गई थी। जिसमें आरोप लगाया गया था कि भर्ती के दौरान योग्यता की अनदेखी की गई। इसकी जांच एंटी करप्शन ब्यूरो कर रहा था। उस समय सरकार ने इस को रोक दिया था। आचार संहिता से दो दिन पहले लिए गए फैसले पर बीजेपी ने कांग्रेस को घर लिया था।

VC और MLA को हुई जेल

जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय में 2013 में हुए शिक्षक भर्ती घोटाले के मामले में पूर्व कुलपति प्रोफेसर भंवर सिंह राजपुरोहित और पूर्व विधायक जुगल काबरा जेल जा चुके हैं। इससे पहले वसुंधरा सरकार ने मामले की जांच आगे बढ़ाने की बात कही थी। . अब एसीबी ने भी कार्रवाई तेज कर दी। भजनलाल सरकार के इस आदेश के बाद अब शिक्षक भर्ती घोटाला मामले की जांच में तेजी आएगी।