खबर का असर: अजमेर में ठेले वाले पर ‘खाकी’ का जुल्म…बेरहमी से पीटा, कांस्टेबल हुआ लाइन हाजिर

राजस्थान के अजमेर जिले में ठेले वाले पर ‘खाकी’ का जुल्म देखने को मिला है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक कांस्टेबल ठेले वाले की बेरहमी से पिटाई करता दिख रहा है।

Ajmer News | Sach Bedhadak

अजमेर। राजस्थान के अजमेर जिले में ठेले वाले पर ‘खाकी’ का जुल्म देखने को मिला है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक कांस्टेबल ठेले वाले की बेरहमी से पिटाई करता दिख रहा है। सच बेधड़क ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया। पुलिस की गुंडागर्दी का मामला सामने आने के बाद पुलिस अधीक्षक ने एक्शन लेते हुए कांस्टेबल को लाइन हाजिर कर दिया है। साथ ही मामले की विभागीय जांच करने के भी आदेश दिए हैं। हालांकि, अजमेर में यह पहली बार नहीं है, जब पुलिस की गुंडागर्दी देखने को मिले है। अजमेर में कुछ दिन पहले ही आईएएस और आईपीएस द्वारा एक होटलकर्मी के साथ बेरहमी से मारपीट का मामला सामने आया था।

जानकारी के मुताबिक ठेले वाले की पिटाई का वीडियो अजमेर के दहगाह बाजार का गुरुवार सुबह का बताया जा रहा है। जहां त्रिपोलिया गेट पर एक फल विक्रेता ने ठेला लगा रखा था। कॉन्स्टेबल जितेंद्र ने ठेला हटाने के लिए कहा तो दोनों के बीच हल्की कहासुनी हो गई। बस फिर क्या था पुलिस वाले ने वर्दी का रौब दिखाते हुए ठेला चालक की बेरहमी से पिटाई शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस वाला पीटते हुए उसे त्रिपोलिया गेट चौकी ले गया।

वीडियो वायरल हुआ तो हरकत में आया प्रशासन

मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने इस घटना का वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। कुछ ही देर में पुलिसकर्मी की गुंडागर्दी का यह वीडियो वायरल हो गया। सच बेधड़क ने भी इस खबर को प्रमुखता से दिखाया। पुलिस की बदनामी का वीडियो सोशल मीडिया पर देखकर पुलिस अधिकारियों में हड़कंप मच गया। वीडियो वायरल होने पर एसपी चूनाराम जाट ने मामले को गंभीरता से लिया और कॉन्स्टेबल जितेंद्र सिंह को लाइन हाजिर कर दिया। साथ ही मामले की विभागीय जांच करने के भी आदेश दिए हैं।

कांस्टेबल ने दी ये सफाई

वीडियो वायरल होने के बाद कांस्टेबल ने सफाई देते हुए कहा कि ठेले वाले को कई बार रास्ते में ठेला नहीं लगाने के लिए कहा था, क्योंकि इससे सड़क मार्ग पर जाम की स्थिति पैदा हो जाती थी। गुरुवार को भी कुछ ऐसा ही हुआ था। जब ठेले वाले से ठेला हटाने के लिए कहा तो उसने बदतमीजी शुरू कर दी। इस पर उससे बहस हो गई। इस पर थोड़ी सख्ती दिखानी पड़ी और ठेला चालक को पुलिस चौकी लाया गया। लेकिन, बेरहमी से मारपीट का आरोप गलत है।

पहले भी पुलिस की गुंडागर्दी का मामला आया था सामने

अजमेर में कुछ दिन पहले भी पुलिस की गुंडागर्दी का मामला सामने आया था। 11 जून की रात 2 बजे हाईवे स्थित होटल मकराना राज के एक कर्मचारी से आईएएस और आईपीएस सहित कई पुलिसकर्मियों ने शराब के नशे में मारपीट की थी। अगले दिन इस घटना के वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया था। होटल मालिक ने भी आईपीएस सहित कई पुलिसकर्मियों पर होटलकर्मी से मारपीट का आरोप लगाया था। जिस पर एसपी ने एक्शन लेते हुए आईएएस गिरधर, आईपीएस सुशील बिश्नोई सहित गेगल थाने के एएसआई रुपाराम, कांस्टेबल गौतम, मुकेश यादव, मुकेश जाट, कनिष्ठ सहायक हनुमान प्रसाद, पटवारी नरेंद्र सिंह दहिया को सस्पेंड कर दिया था।

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