Thar Mahotsav 2023: 11 मार्च से शुरू होगा थार महोत्सव, 3 दिवसीय फेस्टिवल में विदेशी भी लेंगे जमकर मजा   

Thar Mahotsav 2023: बाड़मेर। राजस्थान में हर साल कई महोत्सव, मेले और कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। पूरे देश में राजस्थान एकमात्र ऐसा राज्य…

Thar Festival rajasthan 2023 started from 11 march, ending on 13 march

Thar Mahotsav 2023: बाड़मेर। राजस्थान में हर साल कई महोत्सव, मेले और कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। पूरे देश में राजस्थान एकमात्र ऐसा राज्य है जहां हर साल कई फेस्टीवल सेलिब्रेट किए जाते हैं। इनमें हाथी महोत्सव, मरू महोत्सव और तीज महोत्सव प्रमुख हैं। ऐसा ही एक महोत्सव है थार महोत्सव.. जल्द ही राजस्थान में इसका आगाज होने जा रहा है। आपको बता दें कि थार महोत्सव का आयोजन एक साल में एक बार किया जाता है।   

मार्च में होगा महोत्सव का आयोजन 

आपको बता दें कि इस महोत्सव का आयोजन 11 मार्च से किया जाएगा। इसमें राजस्थान के अलावा भी देशभर से लोग आते हैं। महोत्सव की लोकप्रियता इतनी है कि इसमें विदेशी भी भारी संख्या में लुत्फ उठाने आते हैं। हर साल विदेशी सेलानी राजस्थान का रूख करते हैं, इस दौरान वे कई प्रकार के त्योहार सेलिब्रेट करते हैं। तीन दिवसीय थार महोत्सव का समापन 13 मार्च को होगा। 

महोत्सव के आयोजन का उद्देश्य

image 34 7 | Sach Bedhadak

इस महोत्सव का आयोजन धोरों की धरती और पाकिस्तान की सीमा से सटे बाड़मेर में किया जाता है। महोत्सव का मुख्य उद्देश्य जिले की कला, संस्कृति, हस्तशिल्प और पर्यटन को बढ़ावा देना है। फेस्टिवल के दौरान बाड़मेर की लोककला और संस्कृति से जुड़े कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। वहीं महोत्सव में मुख्य आकर्षण थार श्री और थार सुंदरी होंगे। 

शोभायात्रा से होगी महोत्सव की शुरूआत 

image 35 7 | Sach Bedhadak

इस महोत्सव की शुरूआत शोभायात्रा के साथ होगी। हर साल इस फेस्टिवल के दौरान ऊंट श्रृंगार, दादा-पौता दौड़, थार सुंदरी, थार श्री, दम्पति दौड़ जैसे कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। वहीं इस बार भी इन सभी कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इन प्रतियोगिताओं को देखने और लुत्फ उठाने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। इसको लेकर जिला कलेक्टर लोकबंधु यादव ने बताया कि सभी कार्यक्रमों का आगाज 11 मार्च को सुबह 8 बजे से शुरू होगा। सबसे पहले गांधी चौक से आदर्श स्टेडियम तक शोभा यात्रा निकाली जाएगी। 

(Also Read- गरुड़ पुराण: पशु -पक्षियों की सेवा करने से मिलता है मां लक्ष्मी का आशीर्वाद)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *