हनुमान बेनीवाल की पार्टी RLP के साथ हुआ खेला, कद्दावर नेता उम्मेदाराम कांग्रेस में शामिल

Rajasthan Lok Sabha Elections: RLP के कद्दावर नेता उम्मेदाराम बेनीवाल ने हनुमान बेनीवाल का साथ छोड़कर कांग्रेस का दामन थामा।

rlp leader ummedaram beniwal | Sach Bedhadak

Rajasthan Lok Sabha Elections: राजस्थान में लोकसभा चुनाव से पहले नेताओं के दल बदलने से सियासत गरमाई हुई है। कांग्रेस का एक बड़ा धड़ा बीजेपी में शामिल हो चुका है। वहीं अब कांग्रेस पार्टी ने हनुमान बेनीवाल के साथ खेला करते हुए RLP के नेता उम्मेदाराम बेनीवाल (Ummeda Ram Beniwal) को कांग्रेस का दुपट्‌टा ओढ़ा दिया है।

उम्मेदाराम बेनीवाल ने प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और प्रतिपक्ष नेता टीकाराम जूली, पूर्व मंत्री एवं विधायक हरीश चौधरी और पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी की मौजूदगी में कांग्रेस ज्वॉइन कर ली। इससे पहले उम्मेदाराम ने आरएलपी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। कांग्रेस उम्मेदाराम बेनीवाल को बाड़मेर-लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाने के संकेत दिए है। जॉइन के दौरान बाड़मेर-जैसलमेर क्षेत्र के पूर्व विधायक व नेता भी शामिल थे।

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इसके इतर खबरें चल रही हैं कि RLP पार्टी लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी के साथ गठबंधन कर सकती है। अगर ऐसा होता है तो आरएलपी से एक नेता का मंत्री बनना लगभग तय है। इससे पहले चर्चा यह भी थी कि बेनीवाल कांग्रेस के साथ गठबंधन कर सकते हैं। हालांकि, अब बीजेपी के साथ जाने की चर्चा जोरों पर चल रही है।

उम्मेदाराम ने बदल दिया था समीकरण

RLP नेता उम्मेदाराम बेनीवाल ने बायतु विधानसभा से हरीश चौधरी के सामने चुनाव लड़ा था। यह मुकाबला कांटेदार रहा था और उम्मेदाराम केवल 910 वोटों से ही चुनाव हारे थे। लेकिन लोकसभा चुनाव से उम्मेदाराम के कांग्रेस ज्वाइन करने समीकरण बदल गए हैं।

कांग्रेस ने RLP के गढ़ में लगाई सेंध

हनुमान बेनीवाल और हरीश चौधरी के बीच जाट राजनीति के लिए वर्चस्व की लड़ाई लड़ते आ रहे हैं। ऐसे में उम्मेदाराम को कांग्रेस में शामिल कर कांग्रेस ने आरएलपी की गढ़ में सेंध लगाने का काम किया है। उल्लेखनीय है कि हनुमान बेनीवाल दो साल 2018 और 2023 में उम्मेदाराम बेनीवाल को आरएलपी की टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा चुके हैं।

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हालांकि, वो दोनों ही बार चुनाव हार गए। फिलहाल बेनीवाल आरएलपी से जिला परिषद सदस्य हैं। बाड़मेर आरएलपी का गढ़ माना जाता है। ऐसे में लोकसभा चुनाव से पहले आएलपी के कद्दावर नेता उम्मेदाराम बेनीवाल का कांग्रेस में शामिल होना हनुमान बेनीवाल के लिए बड़ा झटका है।