बाड़मेर-जैसलमेर सीटः कांग्रेस के पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी के चुनाव लड़ने से इनकार के बाद नए नामों पर चर्चा

राजस्थान में चूरू लोकसभा सीट के बाद अब पश्चिमी राजस्थान की बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट भी चर्चा में आती जा रही है। यहां बाड़मेर जिले की शिव विधानसभा सीट से बतौर निर्दलीय प्रत्याशी जीत दर्ज कराने वाले युवा विधायक रविन्द्र सिंह भाटी ने निर्दलीय चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं।

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Barmer-Jaisalmer Lok Sabha Seat: राजस्थान में चूरू लोकसभा सीट के बाद अब पश्चिमी राजस्थान की बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट भी चर्चा में आती जा रही है। यहां बाड़मेर जिले की शिव विधानसभा सीट से बतौर निर्दलीय प्रत्याशी जीत दर्ज कराने वाले युवा विधायक रविन्द्र सिंह भाटी ने निर्दलीय चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं। वहीं बीजेपी ने बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा सीट से केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी को चुनाव मैदान में उतारा है।

कांग्रेस में कौन उम्मीदवार होगा?

कांग्रेस में कौन उम्मीदवार होगा? इसको लेकर अभी भी पेच फंसा हुआ है। अब तक कांग्रेस में पहले पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी का नाम लगभग फाइनल माना जा रहा था। लेकिन सूत्रों के अनुसार हेमाराम चौधरी ने लोकसभा चुनाव भी लड़ने से इनकार कर दिया है। ऐसे में कांग्रेस की उम्मीद पर तगड़ा झटका लगा है, क्योंकि हेमाराम चौधरी बीजेपी के कैलाश चौधरी को कड़ी टक्कर देने में सक्षम नेता है। ऐसे में उनकी ‘ना’ के बाद कांग्रेस का सियासी गणित बिगड़ गया है।

अब किस पर लगेगा कांग्रेस का दांव

बीजेपी ने बाड़मेर जैसलमेर से एक बार फिर केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी को रिपीट किया है। इसको लेकर कांग्रेस उनके सामने ऐसा मजबूत दावेदार खड़ा करना चाहती है, जो चुनाव में उन्हें पटखनी दे सके। इसके लिए कांग्रेस की सियासत में पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी का नाम फाइनल माना जा रहा था। हालांकि जाट नेताओं में और भी नाम सुर्खियों में हैं लेकिन हेमाराम का नाम सबसे मजबूत स्थिति में था। अब उन्होंने विधानसभा चुनाव की तरह यह चुनाव भी लड़ने से इनकार कर दिया है। ऐसे में फिर से कांग्रेस के लिए इस सीट को लेकर मंथन शुरू हो गया है।

तीन जाट नेताओं के नाम पर मंथन जारी

कांग्रेस को पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी से बड़ी आश थी कि मोदी लहर के बीच केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी को टक्कर देने में हेमाराम चौधरी सक्षम है। लेकिन फिर से कांग्रेस नए उम्मीदवार को लेकर मंथन में जुटी है। चर्चा है कि अब कांग्रेस बायतु विधायक और पूर्व मंत्री हरीश चौधरी, पूर्व सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी और कांग्रेस की महिला नेता प्रभा चौधरी को लेकर विचार कर रही है। इन तीनों जाट नेताओं के नाम दावेदारों की दौड़ में शामिल हैं।

राजस्थान में क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ी संसदीय सीट बाड़मेर-जैसलमेर जाट बाहुल्य सीट है। इस सीट पर जाटों के साथ राजपूतों का भी दबदबा है। यहां करीब 4 लाख जाट मतदाता है और 2.7 लाख राजपूत मतदाता हैं। साथ ही करीब 2.5 लाख मुस्लिम मतदाता हैं। जबकि 4 लाख मतदाता अनुसूचित जाति के हैं। बीजेपी ने यहां से जाट उम्मीदवार के तौर पर कैलाश चौधरी को फिर से रिपीट किया है जबकि चर्चा एक ही कांग्रेस भी हरि चौधरी, कर्नल सोनाराम चौधरी और प्रभा चौधरी में से किसी एक जाट नेता को उम्मीदवार बना सकती है।