Investor Summit में CM अशोक गहलोत ने कहा- कहां से कहां पहुंच गया है राजस्थान

अशोक गहलोत ने Investor Summit कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि राजस्थान जैसे प्रदेश में लोग ये नहीं समझते थे कि बिजली क्या है।…

Investor Summit में CM अशोक गहलोत ने कहा- कहां से कहां पहुंच गया है राजस्थान

अशोक गहलोत ने Investor Summit कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि राजस्थान जैसे प्रदेश में लोग ये नहीं समझते थे कि बिजली क्या है। वे सिर्फ राजा महाराजाओं के घर पर बिजली देखते थे जो कि जनरेटर से चलती थी। आप आज देखिए कि राजस्थान कहां से कहां आ गया है। गहलोत ने कहा कि हमारी सरकार खुद आगे आकर बच्चों को शिक्षा दे रही है। बच्चों की स्कूली शिक्षा हो उच्च शिक्षा हो, कोचिंग हो हर क्षेत्र में सरकार ने उनका ध्यान रखा है।

गहलोत ने कहा कि इन्वेस्ट को लेकर हमने जो पॉलिसी बनाई है वो इन्वेस्टमेंट फ्रेंडली हो, जिससे हमारे निवेशकों को कोई परेशानी न हो। जिस प्रकार ने हमने सोलर एनर्जी प्रमोट किया है। उससे आज रिकॉर्ड बिजली को बचाया गया है और तमाम गावों को रोशन किया है। हमारी सरकार के दौरान 3 साल में राजस्थान की जीडीपी में काफी बढ़ोतरी हुई है। जो तीन लाख करोड़ के पार पहुंच गई है। 

 गहलोत ने कहा कि जोधपुर में 600 करोड़ की लागत से फिनटेक बन रहा है। युवाओं लिए MSME को बढ़ावा देने के लिए खर्च कि गए हैं। इससे उन्हें प्रशिक्षण मिलेगा। MSME के क्षेत्र को प्रदेस में और आगे बढ़ाने के लिए सरकार ने कई उल्लेखनीय कार्य किए हैं। गहलोत ने कहा कई क्षेत्रों में राजस्थान एक मॉडल बनकर उभर रहा है। जो 11 लाख करोड़ के MOU साइन हुए हैं। वो शुभ संकेत हैं अगर ये लागू होते हैं तो राजस्थान विकास के एक नए आयाम स्थापित करेगा। 

गुजरात और राजस्थान की कोई तुलना नहीं की जा सकती 

अशोक गहलोत ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने  बहुत बहुत वाइब्रेंट गुजरात इन्वेस्टर्स समिट की है। उसका पूरे देश में उदाहरण दिया जाता है। हमें अब पूरे देश में राजस्थान का नाम करना है इन्वेंस्टमेंट को लेकर। गुजरातियों का दिमाग ही उद्योगों के मामले में बहुत आगे रहा है। वहां से कई उद्योगपति रहे हैं। गुजरात का इसमें काफी नाम है। लेकिन राजस्थान में कई प्राकृतिक आपदाएं आती रही हैं। मैंने बचपन से देखा है कि यहां आए दिन सूखा रहता है। पानी की बेहद कमी है यह धरती जब अकाल और सूखे की थी तब भी हमने राजस्थान को काफी कुछ दिया है। राजस्थान में बड़े-बड़े उद्योग घराने हुए हैं। वे सब उस अकाल और सूखे के समय भी देश की सेवा करते रहे थे। उन्होंने अपने दिमाग से इस आपदा का सामना किया। तो गुजरात और राजस्थान की तुलना नहीं की जा सकती। दोनों प्रदेशों की प्राकृतिक और सामाजिक स्थितियां अलग-अलग है। 

51 औद्योगिक इकाईयों का शिलान्यास और लोकार्पण 

अशोक गहलोत ने अपनी सरकार की चलाई जा रही सभी जनकल्याणकारी योजनाओं का भी जिक्र किया। उन्होंने चिरंजीवी योजना का उदाहरण देते हुए कहा कि यह पूरे देश में सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना है। आधी आबादी को स्मार्टफोन भी जल्द मिलेगा। ताकी तकनीक के साथ रहकर वे सरकार की हर योजना का लाभ ले सकें। अशोक गहलोत  ने सभी मेहमानों का धन्यवाद किया। उन्होंने निवेशकों से बिना किसी चिंता के प्रदेश में निवेश के कार्य को धरातल पर उतारने का आग्रह किया।

इन का हुआ शिलान्यास और लोकार्पण

इसके बाद अशोक गहलोत ने कार्यक्रम में 33 औद्योगिक इकाईयों का शिलान्यास किया और 18 योजनाओं का लोकार्पण किया। इसके अलावा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कार्यक्रम में 25 औद्योगिक क्षेत्र की लॉन्चिंग की। जिसें उदयपुर, सिरोही, जालोर, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा, कोटा, बूंदी, टोंक के 3, अजमेर, जयपुर में 2, अलवर, नागौर, जोधपुर में 3, जैसलमेर के औद्योगिक क्षेत्र शामिल हैं।  

राजस्थान की 6 विभूतियों को मिला राजस्थान रत्न पुरस्कार 

इन्वेस्ट राजस्थान कार्यक्रम में 6 शख्सियतों को राजस्थान रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 1 लाख की नकद राशि, प्रशस्ति पत्र, श़ॉल ओढ़ाकर इन विभूतियों को सम्मानित किया गया है। इसमें जस्टिस दलवीर भंडारी, आरएम लोढ़ा, उद्योगपति लक्ष्मी मित्तल, अनिल अग्रवाल, उर्दू साहित्यकार शीन काफ निजाम और  केसी मालू को यह पुरस्कार दिया गया है। इनमें से आरएम लोढ़ा ने इस पुरस्कृत राशि को सीएम रिलीफ फंड में दान देने का निश्चय किया। लक्ष्मी मित्तल की तऱफ से भी इस राशि को सीएम रिलीफ फंड में देने का निश्चय किया गया है। अनिल अग्रवाल को भी राजस्थान रत्न से नवाजा गया। उन्होंने भी इस राशि को सीएम रीलीफ फंड में दे दिया। 

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