मंत्री vs अफसरशाही : IAS संघ की CM गहलोत से अपील, मंत्रियों के बयानों पर लगे लगाम

राजस्थान आइएएस एसोसिएशन के सचिव डॉ. समित शर्मा ने एसोसिएशन की तरफ से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा है। इस पत्र में एसोसिएशन ने…

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राजस्थान आइएएस एसोसिएशन के सचिव डॉ. समित शर्मा ने एसोसिएशन की तरफ से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा है। इस पत्र में एसोसिएशन ने मंत्रियों और जनप्रतिनिधियों के लगातार आइएएस अधिकारियों पर रही जा रही टिप्पणी को लेकर शिकायत की गई है। इसमें एसीआर वाला मामला भी शामिल हैं।

इस पत्र में एसोसिएशन ने कहा है कि हाल ही में ऐसी कई घटनाएं हुई हैं जिनमें कुछ मंत्रियों और प्रतिनिधियों को सार्वजनिक रूप से और मीडिया में आईएएस अधिकारियों को निशाने पर लिया गया है। कुछ बयान तो कई बड़े मंत्रियों ने भी दिए थे जिससे उनके मंत्रालय और उनके विभाग में काम करने वाले अफसरों पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। इससे उन लोगों को गहरा धक्का लगा है जो ईमानदारी से अपना काम कर रहे हैं। इससे उनके कार्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है और यह एक तरह से उनका अपमान करने जैसा है।

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मंत्री रमेश मीणा और परसादी लाल मीणा पर निशाना

पत्र में लिखा गया है कि हाल ही में बीकानेर में सार्वजनिक समारोह के दौरान मंत्री ने कलेक्टर और डीएम के लिए अपमानजनक टिप्पणी की थी। कुछ दिन पहले इसी मंत्री ने अलवर में कलेक्टर और डीएम के लिए आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। अधिकारियों के प्रति इस तरह का बर्ताव बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसकी हम कड़ी निंदा करते हैं। इस तरह की बार-बार की घटनाएं नौकरशाही का मनोबल गिराती हैं और सरकार की छवि को भी खराब करती हैं।

प्रशासनिक मशीनरी भुगतेगी खामियाजा, सरकार की छवि होगी खराब

मीडिया में इस तरह के बयान दिए जा रहे हैं। जिससे हम अधिकारियों का मनोबल गिरता है। जिन्होंने अपनी पूरी मेहनत सरकार के मिशन को लागू करवाने में लगा दी इस स्थिति से बचने की जरूरत है। इश पत्र में यह भी कहा गया है कि अगर आपको किसी अधिकारी का काम सही नहीं लग रहा है तो उसके खिलाफ कार्रवाई करें। लेकिन इस तरह का सिर्फ प्रचार और मीडिया के जरिए अधिकारियों को अपमानित करने से असली समस्या हल नहीं हो सकती है। आप इस मामले का संज्ञान लीजिए, क्योंकि इसे अगर यहीं नहीं रोका गया तो भविष्य में अधिकारी खुलकर काम नहीं कर पाएंगे जिससे वे कठिन फैसले लेने से डरेंगे। जिससे इसका खामियाजा पूरी प्रशासनिक मशीनरी को भुगतना पड़ सकता है।

मंत्री रमेश मीणा ने बीकानेर के डीएम को फटकारा था

बता दें कि मंत्री रमेश मीणा ने झुंझुनूं दौरे के दौरान बीकानेर के डीएम को बैठक के बीच कड़ी फटकार लगाई थी। इस मामले का एक वीडियो भी जारी हुआ था जिसमें रमेश मीणा जब भाषण दे रहे थे तो बीकानेर कलेक्टर फोन पर कुछ काम कर रहे थे। जो कि रमेश मीणा ने देख लिया थाष इस पर मंत्री रमेश मीणा कलेक्टर पर बौखला गए थे और उन्हें गेट आउट बोलकर बाहर का रास्ता दिखा दिया था। तो वहीं परसादी लाल मीणा ने भी दौसा में एक मीटिंग के दौरान एक अधिकारी को फटकार लगा दी थी, जानकारी के मुताबिक विधायक कोष से स्वीकृत हुए कार्यों में लेटलतीफी को लेकर मंत्री परसादी लाल मीणा ने जिला परिषद के सीईओ को बाहर चले जाने को कह दिया था।

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