अब डूंगरपुर में पुलिया के नीचे मिला विस्फोटक, उदयपुर-अहमदाबाद रेलवे ट्रैक विस्फोट मामले से लिंक !

उदयपुर-अहमदाबाद रेलवे ट्रैक विस्फोट मामले को अभी 2 दिन ही हुए हैं कि अब डूंगरपुर में भी एक पुलिया के नीचे भारी मात्रा में विस्फोटक…

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उदयपुर-अहमदाबाद रेलवे ट्रैक विस्फोट मामले को अभी 2 दिन ही हुए हैं कि अब डूंगरपुर में भी एक पुलिया के नीचे भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद होने की खबर सामने आई है। मामला जिले के आसपुर थाना क्षेत्र का है जहां भबराना पुलिया के नीचे सोम नदी से करीब 186 किलो विस्फोटक मिलने से हड़कंप मच गया है। सबसे हैरानी की बात यह है कि यह विस्फोटक वैसा ही है जैसा उदयपुर-अहमदाबाद रेलवे ट्रैक को उड़ाने के लिए यूज किया गया था। इसलिए अब इस घटना को उदयपुर-अहमदाबाद ट्रैक विस्फोट मामले से भी जोड़कर देखा जा रहा है।

186 किलो विस्फोटक से भरा हुआ था पानी के बीच पड़ा कार्टन

मामले की जानकारी देते हुए आसपुर थाना अधिकारी सवाई सिंह ने बताया कि आज शाम कुछ लोग भबराना पुल के पास से निकल रहे थे, तब उन्होंने पानी के बीचों-बीच एक लावारिस कार्टन पड़ा देखा। मामला गड़बड़ देखते हुए लोगों ने पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद आसपुर थाना अधिकारी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। इसके बाद पानी के बीचों-बीच से कार्टन को लाकर जांच की गई तो पता चला कि पूरा काटन ही विस्फोटक से भरा हुआ है। लेकिन पानी में भीगने की वजह से यह गीला हो गया था और खराब हो चुका था। 

उदयपुर-अहमदाबाद रेलवे ट्रैक विस्फोट मामले से लिंक !

प्रथम दृष्टया पुलिस उदयपुर-अहमदाबाद रेलवे ट्रैक मामले से जोड़ कर जांच कर रही है। क्योंकि इस कार्टन में करीब 186 किलो विस्फोटक भरा हुआ था। पुलिस जब इसे अपने साथ थाने लेकर आए तो करीब 7 कट्टों में भर कर इसे साथ लाया गया। सोम नदी में अब इस विस्फोटक के मिलने से इस आशंका को बल मिला है कि डोडा पुल की तरह है सोम नदी पर बने इस भबराना पुल को उड़ाने की साजिश की गई है। 

डोडा पुल उड़ाने के लिए सुपर पॉवर 90 कैटेगरी का विस्फोटक का हुआ था इस्तेमाल

बता दें कि यह मामला उदयपुर-सलम्बूर मार्ग पर केवड़े की नाड में स्थित रेलवे पुल पर हुआ था। अब तक हुई जांच में सामने आय़ा है कि इस ट्रैक को ब्लास्ट कराने के लिए अज्ञातों ने सुपर पॉवर 90 कैटेगरी का विस्फोटक का इस्तेमाल किया था।आपको बता दें कि सुपर पॉवर 90 पैकेज्ड इमल्शन विस्फोटक है। जो कि अव्वल दर्जे का एक बेहद खतरनाक विस्फोटक माना जाता है। इस विस्फोटक के बारे में भी जांच टीमें विश्लेषण कर रही हैं। 

आपको बता दें कि इस विस्फोटक का इस्तेमाल नोएडा के ट्विन टॉवर को गिराने के लिए किया गया था। इस उदाहरण से आप समझ सकते हैं कि यह विस्फोटक कितना खतरनाक साबित हो सकता है। उदयपुर-अहमदाबाद ट्रैक विस्फोट का मामला UAPA के तहत दर्ज होने के बाद अब एंटी टेररिस्ट स्क्वॉयड यानी ATS और नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी यानी NIA को इसकी जांच सौंप दी गई है। इस मामले में अब आंतकी एंगल लेकर ये दोनों एजेंसियां इस मामले की जांच को आगे बढ़ाएंगी।

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