3 बार सुसाइड करना चाहते थे Mohammed Shami, घरवालों का साथ बना सबसे बड़ी ताकत, ऐसे हासिल की मुकाम

आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल मैच में भारत ने न्यूजीलैंड को 70 रनों से करारी शिकस्त दी है। इस जीत के हीरो तेज गेंदबाज…

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आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल मैच में भारत ने न्यूजीलैंड को 70 रनों से करारी शिकस्त दी है। इस जीत के हीरो तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी रहे है, उन्होंने 9.5 ओवर में 57 रन देकर 7 विकेट लेने में सफल रहे है, वहीं टीम इंडिया के स्टार विराट कोहली और श्रेयस अय्यर ने शानदार शतक ठोके। मोहम्मद शमी इसके साथ ही वनडे क्रिकेट में चौथी बार पांच विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए हैं। इसके अलावा उनके नाम एक और गजब का रिकॉर्ड दर्ज हो गया है, वर्ल्ड कप में 50 विकेट लेने वाले वह पहले भारतीय गेंदबाज बन गए हैं।

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सुसाइड करना चाहते थे मोहम्मद शमी

भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को यहां तक पहुंचने की राह बिल्कुल भी आसान नहीं थी। पिछले कुछ सालों से शमी कई आरोपों और विवादों से जुड़े रहे। ये वो समय था जब शमी 2015 वर्ल्ड कप के बाद चोट से वापसी कर रहे थे और उनकी पर्सनल जिंदगी में बहुत उथल-पुथल मची थी, लेकिन तकदरीर में कुछ और ही लिखा था। परिवार का साथ मिला और वो अपने बुरे वक्त से लड़कर इस मुकाम तक पहुंचे।

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इंस्टाग्राम लाइव पर बंया किया दर्द
दरअसल, 2020 में कोरोनाकाल के दौरान एक रोहित शर्मा के साथ इंस्टाग्राम लाइव में मोहम्मद शमी ने सुसाइड का ख्याल आने वाली बात का भी खुलासा किया था। उन्होंने कहा, मैं 2015 वर्ल्ड कप में चोटिल हो गया था, इसके बाद टीम में वापसी करने में मुझे 18 महीने लगे और वह मेरे जीवन का सबसे कठिन दौरा था। क्या आप को बता है कि रिहैब कितना मुश्किल होता है और उसके बाद पारिवारिक समस्याएं। यह सब चल रहा था और इसी बीच आईपीएल से 10-15 दिन पहले मेरा एक्सीडेंट हो गया।

मोहम्मद शमी ने आगे कहा था, मेरा मानना है कि यदि मेरे परिवार का साथ मुझे नहीं मिलता तो मैं क्रिकेट छोड़ देता और मैंने तीन बार खुदकुशी करने के बारे में भी सोचा था। मेरे परिवार मुझे पर दिन-रात नजर रखता था, मेरा घर 24वीं मंजिल पर था और उन्हें लगता था कि मैं कही अपार्टमेंट से कूद नहीं जाऊं।

परिवार का साथ नहीं मिलता तो कुछ भयानक हो जाता
शमी ने आगे बढ़ते हुए कहा, मुश्किल वक्त में मेरा परिवार मेरे साथ था और किसी भी व्यक्ति के लिए इससे बड़ी ताकत और कुछ नहीं हो सकती। मेरे परिवार के सभी सदस्य मुझे कह रहे थे कि हर समस्या का समाधान होता है और सिर्फ अपने खेल पर ध्यान दो, जिस चीज में तुम अच्छे हो उसमें खो जाओ, इसलिए मैंने सबकुछ खो दिया, मैं नेट्स में जमकर पसीना बहाया, मैं रनिंग एक्सरसाइज कर रहा था, मुझे पता नहीं था कि मैं क्या कर रहा था, मै बेचेन था और अभ्यास के वक्त में दुखी हो जाता सकता और अगर वो लोग नहीं होते तो मैं कुछ गलत कर जाता।