Dholpur News: BJP से निष्काषित शोभारानी कुशवाहा ने की कांग्रेस ज्वाइन

बीजेपी से निष्कासित विधायक शोभारानी कुशवाहा ने कांग्रेस पार्टी की जॉइन कर ली है। बीजेपी से विधायक शोभारानी कुशवाहा को राज्यसभा में क्रॉस वोटिंग करने पर पार्टी से निष्कासित किया गया था।

Rajasthan Police 79 | Sach Bedhadak

Dholpur News: बीजेपी से निष्कासित विधायक शोभारानी कुशवाहा ने कांग्रेस पार्टी की जॉइन कर ली है। बीजेपी से विधायक शोभारानी कुशवाहा को राज्यसभा में क्रॉस वोटिंग करने पर पार्टी से निष्कासित किया गया था। धौलपुर से कांग्रेस जिला अध्यक्ष साकेत बिहारी शर्मा ने यह जानकारी दी।

राज्यसभा चुनाव में की थी क्रॉस वोटिंग

राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने के कारण विधायक शोभारानी कुशवाह को बीजेपी ने पार्टी से निकाल दिया था। कुशवाह ने कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद तिवारी के पक्ष में वोट किया था। कुशवाह को कारण बताओ नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया था, लेकिन उन्होंने कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया और पार्टी के खिलाफ बयानबाजी की। राष्ट्रीय अनुशासन समिति के सचिव ओम पाठक ने कुशवाह के निष्कासन का आदेश जारी किया था।

जब शोभारानी को लेकर बोले CM गहलोत

धौलपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए अशोक गहलोत ने मानेसर की घटना का जिक्र करते हुए कहा था कि शोभारानी कुशवाह ने उनका साथ दिया और उनकी सरकार को गिरने से बचाया। सीएम गहलोत ने खुले मंच से विधायक शोभारानी का नाम भी लिया था जिक्र बाद राजस्थान के धौलपुर से विधायक शोभारानी को लेकर चर्चा तेज हो गई थी।

बीजेपी और अब कांग्रेस का थामन

विधायक शोभारानी कुशवाह के पति बीएल कुशवाह एक युवा उद्योगपति हैं। बीएल कुशवाह ने 2013 में बसपा की टिकट पर चुनाव लड़कर विधायक बने। इसके बाद बीएल कुशवाह हत्या के मामले में जेल में सजा हो गई। साल 2017 में हुए उपचुनाव में बीजेपी ने बीएल कुशवाह की पत्नी शोभारानी कुशवाह को टिकट दिया था। शोभारानी कुशवाह ने चुनाव में जीत हासिल की थी। 2018 में फिर बीजेपी ने शोभारानी कुशवाह को दावेदार बनाया और चुनाव में जीत हासिल की।

पूर्वी राजस्थान में नहीं BJP का एक भी विधायक

पूर्वी राजस्थान में बीजेपी अब खाली हाथ है। शोभारानी कुशवाह को पार्टी से निकाले जाने के बाद अब आखिरकार उन्होनें कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। पूर्वी राजस्थान के पांच जिलों में बीजेपी का कोई विधायक नहीं बचा है। 2023 के चुनाव में अब बीजेपी को पूर्वी राजस्थान में खत्म हो चुकी साख को बचाना बड़ी चुनौती है।