नेहा राठौड़ राजस्थान में करेगी ‘का बा..’! बदला प्रचार का तरीका, चुनाव में कलाकारों की एडवांस बुकिंग

इस बार राजस्थान के चुनावी रण में लाइट, कैमरा और एक्शन भी देखने को मिल रहा है। बीजेपी की दूसरी और कांग्रेस की पहली लिस्ट के बाद से लगातार राजस्थान में राजस्थानी गानों की गूंज देखने को मिल रही है।

Rajasthan Police 83 | Sach Bedhadak

Rajasthan Assembly Election 2023: इस बार राजस्थान के चुनावी रण में लाइट, कैमरा और एक्शन भी देखने को मिल रहा है। बीजेपी की दूसरी और कांग्रेस की पहली लिस्ट के बाद से लगातार राजस्थान में राजस्थानी गानों की गूंज देखने को मिल रही है। इस बार चुनाव मैदान में उम्मीदवार सोशल मीडिया के जरिए कलाकारों के साथ-साथ रील्स का भी इस्तेमाल कर रहे हैं।

कलाकारों की एडवांस बुकिंग

राजस्थान विधानसभा चुनाव को देखते हुए राजस्थान में कलाकारों के पास अगले एक महीने तक की एंडवास बुकिंग है। चुनाव को ध्यान में रखते हुए कुछ दावेदारों ने तो चुनावी मौसम के दौरान धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने के लिए इवेंट कंपनियों से प्री-बुकिंग तक करा ली है।

30 से 1.50 तक लाख रुपये गाने बनाने का रेट

-70 से अधिक कलाकार सक्रिय
-150 उम्मीदवारों ने प्री-ऑर्डर
-30 हजार से 1.50 लाख रुपए में तैयार हो रहे गाने

‘यूपी में का बा’

नेहा राठौड़ ‘यूपी में का बा’ गाना गाने वाली ने हाल ही में एक इंटरव्यू ने कहा कि राजस्थान चुनाव में भी ‘का बा’ की गूंज जरूर होगी। संभावना जताई जा रही है कि नेहा राठौड़ राजस्थान में भी किसी पार्टी का प्रचार करती नजर आएगी।

कई उम्मीदवार कर रहे संपर्क

  • कलाकारों ने बताया कि चुनाव प्रचार के लिए रील बनाने के लिए कई उम्मीदवारों संपर्क कर रहे है। हालांकि, कई कलाकारों ने चुनावी मौसम में काम नहीं करने का फैसला किया है।
  • तीन इवेंट कंपनियों के जरिए 70 से ज्यादा इवेंट
  • दिल्ली, जयपुर और आगरा की प्रमुख इवेंट कंपनियां 30 अक्टूबर से 20 नवंबर तक प्रदेश में 70 से ज्यादा कार्यक्रम आयोजित करने की तैयारी में हैं।

लोक कलाकारों से गाना बनवाने का ऑफर

जानकारी के मुताबिक उम्मीदवारों की ओर से स्थानीय भाषा में लोक कलाकारों से गाना बनवाने का ऑफर भी दिया जा रहा है. प्रदेश के 150 से ज्यादा नेताओं की ओर से 15 कलाकारों द्वारा स्थानीय और हिंदी भाषा में गाने तैयार किये गये हैं। इन गानों के जरिए वोटरों को लुभाने की पूरी तैयारी है।

बदले चुनावी दौर में प्रचार भी हाईटेक हो गया है। बदले चुनावी दौर में प्रचार भी हाईटेक हो गया है। पिछले चुनाव की तुलना में इस चुनाव में कलाकारों की मांग बढ़ी है. प्रत्याशियों में सबसे ज्यादा क्रेज देशभक्ति और राजस्थानी गानों के साथ-साथ अपने गानों को लेकर है। कई कलाकारों के पास अगले एक महीने के लिए भारी बुकिंग है।