Rajasthan Election: बालकनाथ ने बिगाड़े तिजारा के समीकरण! क्यों MLA संदीप यादव बदलना चाहते हैं सीट?

तिजारा से विधायक संदीप यादव किशनगढ़ बास सीट पर चुनाव लड़ने के लिए टिकट की मांग कर रहे हैं.

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Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव को देखते हुए सभी उम्मीदवार दोनों प्रमुख पार्टियों से टिकट के लिए जोर आजमाईश कर रहे है। इस बीच संकट के बीच सरकार का साथ देने वाले बसपा से आए विधायक भी कांग्रेस में टिकट के लिए दावेदारी कर रहे है। इधर, तिजारा से विधायक संदीप यादव भी कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने की बात कर रहे है। पहले संदीप यादव तिजारा से टिकट मांग रहे थे। लेकिन अब जानकारों का कहना है कि संदीप यादव किशनगढ़ बास सीट पर टिकट की मांग कर रहे है। आइए जानते है इसके पीछे की तस्वीर के बारे में….

किशनगढ़ बास से दावेदारी

अलवर जिले के तिजारा से भाजपा सांसद बालकनाथ को के उम्मीदवार बनाने से विधायक संदीप यादव अब तिजारा की बजाय किशनगढ़ बास से चुनाव लड़ना चाहते हैं। बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए संदीप समेत चार विधायकों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सामने कांग्रेस से टिकट की दावेदारी की है।

भाजपा सांसद बालकनाथ को टिकट

अपनी लिस्ट में बीजेपी 7 सांसदों को विधानसभा चुनाव में अपना उम्मीदवार बनाया है। इसका साइड इफेक्ट अलवर जिले की तिजारा सीट पर देखने को मिला है जहां यादव समुदाय में गहरी पैठ रखने वाले सांसद महंत बालकनाथ को भाजपा ने उम्मीदवार बनाया है।

जानकारों कि माने तो विधायक संदीप यादव भाजपा के दांव के चलते अब तिजारा सीट को छोड़ना चाहते हैं। संदीप अब समीप की किशनगढ़ बास विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने विधायक जोगेन्द्र सिंह अवाना, वाजिब अली और लाखन मीणा के साथ जोधपुर हाउस में मुख्यमंत्री गहलोत से मुलाकात की।

तिजारा से किसी मुस्लिम को उम्मीदवार बनाने की मांग

इन नेताओं ने गहलोत से कहा कि तिजारा से किसी मुस्लिम नेता को उम्मीदवार बनाया जाए, जबकि किशनगढ़ बास से संदीप को उतारा जाए। गहलोत ने कहा कि किसी भी विधायक का सीट बदलना आसान नहीं है, फिर भी देखते हैं। गौरतलब है कि किशनगढ़ बास से कांग्रेस के दीपचंद खैरिया विधायक है।

बसपा से कांग्रेस आए थे संदीप और दीपचंद

बसपा के टिकट पर तिजारा से संदीप यादव और किशनगढ़ बास से दीपचंद खैरिया ने 2018 में विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी। इनके अलावा चार अन्य विधायक बसपा के टिकट पर जीते थे। यह छह विधायक बाद में कांग्रेस में शामिल हो गए। इनमें से उदयपुरवाटी से विधायक राजेन्द्र सिंह गुढ़ा शिवसेना शिंदे में शामिल हो चुके हैं।

मामन सिंह के एलान के बाद टेंशन

इधर, टिकट के बंटवारें के बाद भाजपा में भी नेताओं के बागी होने की तस्वीर सामने आ रही है। तिजारा सीट से बाबा बालकनाथ को टिकट देने से नाराज भाजपा के पूर्व विधायक मामन सिंह यादव ने मार्चा खोल दिया है। टिकट घोषना के एक दिन बाद ही तिजारा में पूर्व विधायक द्वारा सभा बुलाकर भाजपा के उपर धोखा देने का आरोप लगाया।