दो राज्यों में बना नवापुर रेलवे स्टेशन, एक राज्य में है टिकट खिड़की दूसरे में है वेटिंग रूम   

इस दुनिया में कई अनोखी चीजे हैं। जिन्हें जानकर लोग हैरत में पड़ जाते हैं। देश की आधी से ज्यादा आबादी रोजाना ट्रेन में सफर…

Navapur railway station built in two states, one state has ticket window, the other has waiting room

इस दुनिया में कई अनोखी चीजे हैं। जिन्हें जानकर लोग हैरत में पड़ जाते हैं। देश की आधी से ज्यादा आबादी रोजाना ट्रेन में सफर करती है। किसी को हर दिन अपने दफ्तर जाना है तो किसी को स्कूल या कॉलेज। लाखों की संख्या में लोग ट्रेन का सफर करते है। ट्रेन और रेलवे से जुड़े कई अलग-अलग तथ्य हर दिन लोगों के सामने आते हैं। कुछ स्टेशन के नाम बड़े अलग होते हैं तो कुछ स्टेशन का इतिहास अनोखा होता है।

ऐसा ही एक रोचक तथ्य भारतीय रेलवे से जुड़ा हुआ है। दरअसल हम बात कर रहें हैं भारत के ऐसे रेलवे स्टेशन की जो दो राज्यो में बसा हुआ है। जिसका आधा हिस्सा तो एक राज्य में आता है वहीं बाकी का हिस्सा दूसरे राज्य में आता है। इस रेलवे स्टेशन का नाम नवापुर है। इस स्टेशन पर दो राज्यों का कानून चलता है। दिलचस्प बात यह है कि इस स्टेशन पर आने वाली ट्रेन का हिस्सा भी दोनों राज्यों में होता है। यानी कि ट्रेन के डिब्बे एक राज्य में तो इंजन दूसरे राज्य में होता है।   

इन दो राज्यों की सीमा पर बना 

नवापुर रेलवे स्टेशन के साथ कई रोचक तथ्य जुड़े हुए हैं। इन तथ्यों के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। इसका आधा हिस्सा महाराष्ट्र में तो आधा हिस्सा गुजरात में होने के कारण इसे देश का अनोखा स्टेशन माना जाता है। इस स्टेशन पर एक बेंच रखी है जिसके आधे हिस्से में महाराष्ट्र और दूसरे हिस्से में गुजरात लिखा हुआ है। यहां दोनों राज्यों के लोगों के लिए अलग-अलग भाषाओं में घोषणा होती है, जिससे कि दोनों राज्यों के यात्रियों को जानकारी समझ में आ सके।

इस रेलवे स्टेशन की लंबाई 800 मीटर है। इसका 300 मीटर हिस्सा महाराष्ट्र में तथा 500 मीटर गुजरात में है। नवापुर रेलवे स्टेशन के दो राज्यों में बंटे होने के मुख्य कारण यह है कि यह उस समय बना था, जब दोनों राज्यों का बंटवारा नहीं हुआ था। मई 1961 से पहले यह पूरी तरह संयुक्त मुंबई प्रांत में पड़ता था। 

स्टेशन की दिलचस्प बातें 

इस स्टेशन की टिकट खिड़की महाराष्ट्र राज्य में है। 

जबकि स्टेशन मास्टर गुजरात राज्य में बैठते हैं।

इस स्टेशन पर मुख्य घोषणाएं चार अलग-अलग भाषाओं में होती है। 

ये भाषाएं हिंदी, अंग्रेजी, गुजराती और मराठी है। 

यहां सभी सूचनाएं भी चार भाषाओं में लिखी जाती है।

यहां का रेलवे पुलिस स्टेशन और कैटरिंग महाराष्ट्र के नंदूरबार जिले के नवापुर में है। जबकि वेटिंग रूम, पानी की टंकी और शौचालय गुजरात के तापी जिले के उच्छल में है। 

यह रेलवे स्टेशन भी दो राज्यों में

नवापुर के अलावा भारत में एक और रेलवे स्टेशन है जो दो राज्यों की सीमा पर बना हुआ है। इसका नाम भवानीमंडी रेलवे स्टेशन है। यह स्टेशन राजस्थान और मध्यप्रदेश दो राज्यों की सीमा पर झालावाड़ जिले में स्थित है। इसकी स्थिति भी नवापुर की तरह ही है। इसका प्लेटफॉर्म दोनों राज्यों में है, एक छोर पर राजस्थान का तो दूसरे छोर पर मध्यप्रदेश का बोर्ड लगा हुआ है।   

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