‘राहुल को मोहब्बत की दुकान खोलने की जल्दी’ काफिला रोकने के आरोप पर BJP ने किया पलटवार

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबिता पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी को मोहब्बत की दुकान खोलने की जल्दी थी। जिसका नतीजा ये निकला है कि जहां 13 जून से शांति थी, वहां आज फिर से हिंसा भड़क गई है और एक व्यक्ति की मौत हो गई है।

Sambita Patra | Sach Bedhadak

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के मणिपुर दौरे पर बवाल खड़ा हो गया है। कांग्रेस ने बीजेपी और मोदी सरकार पर राहुल गांधी के काफिले को रोकने का आरोप लगाया है। जिस पर बीजेपी ने गुरुवार को सफाई देते हुए राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबिता पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी को मोहब्बत की दुकान खोलने की जल्दी थी। जिसका नतीजा ये निकला है कि जहां 13 जून से शांति थी, वहां आज फिर से हिंसा भड़क गई है और एक व्यक्ति की मौत हो गई है।

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबिता पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी जिस जिद के साथ मणिपुर गए हैं, वो जिद उचित नहीं है। जागरूक होकर जाना चाहिए था। जब स्थिति इस प्रकार की हो तो मन में जागरूकता होना चाहिए, जिद नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी मणिपुर जाना चाहते थे और वो गए भी। उन्हें किसी ने नहीं रोका। लेकिन, मणिपुर सरकार ने कहा था कि जब से राहुल गांधी के दौरे को लेकर चर्चा चल रही है, तब से उनके दौरे का विरोध शुरू हो गया है।

उन्होंने कहा कि आज जो मणिपुर में हालात बने हुए हैं उसके पीछे कांग्रेस पार्टी का बड़ा हाथ है। राहुल गांधी के मणिपुर जाने से पहले वहां की ऑल मणिपुर स्टूडेंट यूनियन ने राहुल गांधी के विजिट को बायकॉट करने की मांग की। कई सिविल सोसायटी ऑर्गेनाइजेशन ने भी आह्वान किया था कि राहुल गांधी मणिपुर न आयें और यहां चिंगारी भड़काने का काम न करें। फिर भी राहुल गांधी नहीं माने। मणिपुर की महिलाओं ने भी राहुल गांधी के मणिपुर दौरे के विरोध में आवाज बुलंद की थी।

हेलिकॉप्टर से चुराचांदपुर जाने को कहा, लेकिन वो नहीं मानें…

संबिता पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी आज जब मणिपुर पहुंचे, तब भी प्रदेश सरकार ने उनसे रिक्वेस्ट की कि आप चुराचांदपुर जाना चाहते है तो आप जाईये, आपको कोई नहीं रोकेगा। लेकिन, सड़कों पर आपके खिलाफ कुछ लोग विरोध कर रहे हैं। ऐसे में हम चाहते है कि आपकी सुरक्षा और यहां के हालात को देखते हुए आप हेलिकॉप्टर से चुराचांदपुर जाएं। जब अमित शाह मणिपुर दौरे पर गए थे, तब उन्होंने चैपर की सुविधा शुरू की थी। इसके लिए 2500 रुपए देने होंगे। राहुल गांधी से भी पर्चा कटाकर हेलिकॉप्टर से जाने के लिए कहा गया। लेकिन, राहुल गांधी माने नहीं। उन्हें मोहब्बत की दुकान खोलने की जल्दी है। वो बिना मशविरा किए अपनी जिद पर अडिग रहे और मणिपुर निकल गए। ऐसे में वही हुआ, जिसका अंदेशा था। लोग सड़कों पर उतरकर उनके खिलाफ राहुल गांधी गो बैक के नारे लगा रहे है। उनसे सवाल पूछा जा रहा है कि आखिर कांग्रेस ने पहले इतनी गलतियां क्यों की, जो आज तक ठीक नहीं हो पा रही है।

लोंगों के विरोध के चलते रोकना पड़ा राहुल का काफिला

उन्होंने कहा कि लोगों के विरोध के चलते राहुल गांधी के काफिले का विष्णुपुर में रोकना पड़ा। ऐसे में अब राहुल गांधी यू-टर्न लेकर वापस आ रहे है। अगर यही राहुल गांधी सुबह करते तो आज जो स्थिति मणिपुर में बनी, वो नहीं होती। 13 जून से मणिपुर में शांति थी। लेकिन, आज सुबह एक व्यक्ति के मरने की खबर है, जो दुखद है। जब स्थिति कंट्रोल में है, ऐसे समय में राजनीतिक दृष्टि से माहौल बिगाड़ने की कोशिश की जाती है, ये उचित नहीं है।

खड़गे ने पीएम मोदी पर बोला हमला

इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ट्वीट किया था कि राहुल गांधी के काफिले को पुलिस ने बिष्णुपुर के पास रोक दिया। वो राहत शिविरों में पीड़ित लोगों से मिलने जा रहे थे। पीएम मोदी ने मणिपुर पर अपनी चुप्पी तोड़ने की जहमत नहीं उठाई है और मणिपुर को अपने हाल पर छोड़ दिया है। अब, उनकी डबल इंजन वाली सरकार राहुल गांधी को रोकने के लिए निरंकुश तरीकों का इस्तेमाल कर रही हैं। यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है। मणिपुर को शांति की जरूरत है, टकराव की नहीं।

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