मिग विमानों की जगह लेंगे स्वदेशी फाइटर जेट, तेजस बढ़ाएंगे IAF का तेज, 100 LCA मार्क 1A जेट होंगे शामिल

भारतीय वायुसेना अपने लड़ाके विमानों के बेड़े को मजबूत करने के लिए अहम कदम उठा रही है। इसके तहत वायुसेना देश में निर्मित 100 एलसीए मार्क 1A फाइटर जेट खरीदेगी।

LCA Tejas Mark 1A fighter jets | Sach Bedhadak

नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना अपने लड़ाके विमानों के बेड़े को मजबूत करने के लिए अहम कदम उठा रही है। इसके तहत वायुसेना देश में निर्मित 100 एलसीए मार्क 1A फाइटर जेट खरीदेगी। वायुसेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने अपने स्पेन दौरे में इसकी घोषणा की। एलसीए मार्क-1A,स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस का एडवांस वर्जन है। इसमें अपग्रेडेड एवियॉनिक्स और रडार प्रणाली लगी हैं। वायुसेना इससे पहले भी 83 एलसीए मार्क-1A विमानों का ऑर्डर दे चुकी है। वायुसेना प्रमुख ने कहा, इन स्वदेशी लड़ाकू विमान को मिग21, मिग-23 और मिग-27 के स्थान पर चरणबद्ध तरीके से शामिल किया जाएगा। इस डील का प्रस्ताव रक्षा मंत्रालय और नेशनल सिक्योरिटी स्टेकहोल्डर्स को भेजा जा चुका है।

इन विमानों को खरीदने का निर्णय उस समय लिया गया जब पिछले महीने वायुसेना प्रमुख ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड और इससे संबंधित संस्थाओं के साथ स्वदेशी लड़ाकू विमान के कार्यक्रम की समीक्षा बैठक की थी। इस बैठक में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के अधिकारी भी शामिल थे। इस डील के पूरे होने के बाद भारत के पास अगले 15 सालों में 40 एलसीए तेजस, 180 से ज्यादा एलसीए मार्क-1A और कम से कम 120 एलसीए मार्क-2 लड़ाकूविमान होने की उम्मीद है।

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स्वदेशी उपकरणों का इस्तेमाल

83 एलसीए मार्क-1A िवमानों की आपूर्ति फरवरी 2024 में हो सकती है। एलसीए मार्क-1A के 65 प्रतिशत से ज्यादा उपकरण भारत में बने हैं। इसे एयरोस्स में पे भारत की आत्मनिर्भरता और मेक-इन-इंडिया की तरफ बड़ा कदम माना जा रहा है। LCA मार्क-1A तेजस विमान में अपग्रेडेड एवियोनिक्स और रडार प्रणाली लगे हुए हैं। ज्ञात रहे कि भारत ने 15 सितंबर को सशस्त्र बलों के लिए 45,000 करोड़ रुपए के उपकरणों की खरीद के प्रस्तावों को मंजूरी दी थी।

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सी-295 विमान 25 को वायुसेना में होगा शामिल

एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी सी-295 परिवहन विमान लेने स्पेन गए हैं। यहां उन्होंने 13 सितंबर को पहला सी-295 परिवहन विमान प्राप्त किया। यह विमान पिछले तीन दशकों से वायुसेना का हिस्सा बने एवरो-748 का स्थान लेगा। सी-295 विमान को 25 सितंबर को गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर वायुसेना के बेड़े में शामिल किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, आगरा में C-295 विमान को उड़ाने की ट्रेनिंग देने के लिए ट्रेनिंग सेंटर भी अगले साल तक तैयार हो जाएगा।