सरकार का बड़ा फैसला : दिल्ली कूच को किसानों ने दो दिन के लिए टाला, एक की मौत, 25 घायल

अपनी मांगों को लेकर दिल्ली कूच करने निकले किसानों का ‘दिल्ली चलो’ प्रोटेस्ट दो दिन के लिए रोक दिया गया है। इस बात की घोषणा पंजाब किसान मजदूर संघर्ष समिति के प्रमुख किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने बुधवार को की। उन्होंने कहा कि दिल्ली मार्च में दो दिन का ठहराव रहेगा।

Farmer Protest | Sach Bedhadak

नई दिल्ली। अपनी मांगों को लेकर दिल्ली कूच करने निकले किसानों का ‘दिल्ली चलो’ प्रोटेस्ट दो दिन के लिए रोक दिया गया है। इस बात की घोषणा पंजाब किसान मजदूर संघर्ष समिति के प्रमुख किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने बुधवार को की। उन्होंने कहा कि दिल्ली मार्च में दो दिन का ठहराव रहेगा। यात्रा में ठहराव के दौरान हजारों किसान दोनों सीमाओं पर रुके रहेंगे। उधर, शंभू और खनौरी सीमा पर बड़ी संख्या में किसान डेरा डाले हुए हैं। इस बीच बुधवार देर रात सरकार ने मीडिया ब्रीफिंग में किसानों के हित के लिए बड़ा ऐलान किया।

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि सरकार ने किसानों को लाभ देने के लिए गन्ना खरीद की कीमत में 8 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। इससे गन्ने की कीमत 25 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ी है। इससे पहले दिन में उग्र प्रदर्शन करते हुए किसानों ने बैरिकेड्स तोड़ने की कोशिश की। इसमें पुलिस से उनकी तीखी झड़प भी हुई। पुलिस ने रबर की गोलियां चलाई और आंसू गैस के गोले छोड़े। इस घटना में एक किसान की मौत हो गई, जबकि 25 घायल हो गए। झड़प में पुलिस के 12 जवान भी घायल हुए। किसानों ने दो दिन के लिए दिल्ली के प्लान पर ब्रेक लगा दिया और आगे की रणनीति के लिए शुक्रवार तक का समय निर्धारित किया।

यह खबर भी पढ़ें:-MSP अध्यादेश पर अड़े अन्नदाता, अब 500 ट्रैक्टर के साथ जयपुर से दिल्ली जाएंगे किसान

पुलिस और किसानों में टकराव एक की मौत, 23 घायल

दातासिंह वाला बॉर्डर पर पुलिस और किसानों के बीच टकराव हो गया। यहां पंजाब की तरफ से किसान बॉर्डर की तरफ बढ़ने लगे तो पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और वाटर कै नन से पानी की बौछार शुरू कर दी। इस दौरान 23 लोग घायल हुए हैं। वहीं एक नौजवान की मौत हो गई। नौ आंदोलनकारी शंभू और 14 खन्नौरी बॉर्डर पर घायल हु ए हैं। शंभू बॉर्डर पर घायल होने वाले सभी नौ किसानों को मामूली चोट आई है। इन्हें राजपुरा के सरकारी अस्पताल में दाखिल कराया गया।

वहीं खनौरी बॉर्डर पर घायल होने वाले 14 आंदोलनकारियों में से चार को पटियाला के सरकारी राजिंदरा अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनकी हालत फिलहाल स्थिर है। वहीं बठिंडा निवासी 21 वर्षीय शुभकरण सिंह की गोली लगने से मौत हो गई। राजिंदरा अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. एचएस रेखी के मुताबिक गोली के बारे में पोस्टमार्टम होने के बाद ही पता लग सकेगा। हरियाणा पुलिस ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि दाता सिंह-खनौरी बॉर्डर पर प्रदर्शनकारियों ने पराली में मिर्च पाउडर डालकर पुलिस को चारों तरफ से घेर लिया।

चुनाव में गांवों में नहीं आने देंगे: टिकैत

इससे पहले भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर दिल्ली जा रहे किसानों को रोके जाने पर कहा कि अगर वे (सरकार) किसानों को दिल्ली नहीं आने दे रहे हैं तो चुनाव में किसान भी उन्हें गांव में नहीं आने देंगे। न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी, बकाया गन्ना मूल्य के भुगतान, किसानों पर दर्ज के स वापस लेने समेत विभिन्न मांगों को लेकर मेरठ में भाकियू की ओर से जिला मुख्यालय पर
प्रदर्शन किया गया था।

किसान नेता रामपाल को किया गिरफ्तार

किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष व किसान नेता रामपाल जाट को बुधवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जाट 500 ट्रैक्टरों के साथ दिल्ली कूच करने वाले थे। इसी दौरान पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। रामपाल जाट सील गांव अराई अजमेर में सुबह 5 बजे किसानो से वार्ता कर रहे थे, इसी दौरान पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।

यह खबर भी पढ़ें:-कांग्रेस पर तीखा प्रहार, पीएम बोले-‘एक स्टार्टअप संभाल नहीं पा रहे देश संभालने का सपना देख रहे हैं’

किसान नेता जगजीत की तबीयत बिगड़ी: किसान

आंदोलन का नेतृत्व कर रहे भारतीय किसान यूनियन एकता सिद्धपुर के प्रधान जगजीत सिंह डल्लेवाल की बुधवार शाम करीब 4:00 बजे तबीयत बिगड़ गई। दरअसल, आंदोलनकारी किसानों पर हरियाणा सरकार ने आंसू गैस के गोले दागे। गोले के धुएं की चपेट में आने की वजह से डल्लेवाल की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें राजिंदरा अस्पताल में भर्ती कराया गया है।