पेट में घूस का माल…अधिकारियों को देख रिश्वत के नोट खा गया पटवारी, अस्पताल में डॉक्टरों ने निकाले

अब तक आपने ये तो खूब सुना होगा कि रिश्वतखोर रकम छोड़कर रफूचक्कर हो गया। लेकिन, क्या कभी ऐसा सुना है कि कोई रिश्वत की रकम ही डकार गया हो।

Bribery case in Madhya Pradesh

Bribery case in Madhya Pradesh : कटनी। अब तक आपने ये तो खूब सुना होगा कि रिश्वतखोर रकम छोड़कर रफूचक्कर हो गया। लेकिन, क्या कभी ऐसा सुना है कि कोई रिश्वत की रकम ही डकार गया हो। कुछ ऐसा ही हैरान कर देने वाला मामला मध्यप्रदेश के कटनी में सामने आया है। जब जबलपुर लोकायुक्त की टीम कटनी जिले में रिश्वतखोर पटवारी को रंगे हाथों पकड़ने के लिए पहुंची तो वह रुपयों को निगल गया। आरोपी एक-एक कर 500 रुपए के 9 नोट निकल गया। यह देख लोकायुक्त टीम के अफसर भी चौंक गए।

आनन-फानन में एक पुलिवाले ने पटवारी के मुंह में हाथ डालकर नोट निकालने की कोशिश की तो उसकी उंगली चबा गया। बाद में आरोपी को अस्पताल ले जाया गया, ताकि उसके पेट से नोटों के टुकड़ों को बाहर निकाला जा सके। लेकिन, लोकायुक्त की टीम रिश्वत की राशि बरामद नहीं कर पाई। इस घटना का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। जिसमें साफ दिख रहा है कि पटवारी अस्पताल में बैठा है और मुंह में कुछ चबा रहा है।

अधिकारियों ने बताया कि पीड़ित चंदन ने ने जबलपुर लोकायुक्त की टीम को शिकायत दी कि कटनी जिले के बिलहरी में पटवारी गजेंद्र सिंह उससे रिश्वत मांग रहा है। पटवारी सीमांकन के नाम पर 5 हजार रुपए की रिश्वत मांग कर परेशान कर रहा है। जिस पर टीम ने शिकायत का सत्यापन करवाया। शिकायत सही पाए जाने पर सोमवार को टीम बिलहरी पहुंची। जहां पर आरोपी पटवारी को रंगे हाथों गिरफ्तार करने का प्लान था।

डॉक्टरों की कोशिश के बाद भी नहीं निकले नोट

टीम के अधिकारियों को देखते ही आरोपी पटवारी रिश्वत की राशि को निगल गया। देखते ही देखते वह 500-500 रुपए के 9 नोट मुंह में चबा-चबाकर खाने लगा। उसके मुंह से नोट निकालने का काफी प्रयास किया। जब एक पुलिसकर्मी ने पटवारी के मुंह में हाथ डाला तो उसकी अंगुलियों को भी चबा डाला। इसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया। लेकिन, डॉक्टरों की लाख कोशिशों के बावजूद एक भी नोट नहीं निकल सका। क्योंकि रिश्वत के नोट लुगदी के रूप में निकाले गए।

अन्य सबूतों के आधार कर होगी कार्रवाई

लोकायुक्त इंस्पेक्टर कमल सिंह उईके ने बताया कि रिश्वतखोर पटवारी गजेंद्र सिंह को साढ़े 4 हजार रुपए के साथ पकड़ा था, लेकिन वो सारे नोटों को निगल गया। डॉक्टरों भी उसके मुंह से रिश्वत की राशि बरामद नहीं कर पाए है। ऐसे में अब अन्य सबूतों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। आरोपी गजेंद्र सिंह पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।

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