शेयर बाजार में निवेश करने से लगता है डर, बॉन्ड से ऐसे करें धमाकेदार कमाई?

यह बात हम सभी जानते है कि शेयर बाजार में निवेश करना हर किसी की बात नहीं होती है। इसका सबसे बड़ा कारण है कि…

share market 01 15 | Sach Bedhadak

यह बात हम सभी जानते है कि शेयर बाजार में निवेश करना हर किसी की बात नहीं होती है। इसका सबसे बड़ा कारण है कि शेयर बाजार में भारी जोखिम होता है। इसी वजह से ज्यादातर लोग एफडी या आरडी जैसे विकल्प चुनते हैं, लेकिन वहां रिटर्न बहुत ही कम मिलता है। फिर अच्छा रिटर्न कमाने को तरीका क्या हो सकता है, तो इसका जवाब है बॉन्ड बाजार में निवेश करना, जहां पर आप सुरक्षित तरीके से शानदार रिटर्न हासिल कर सकते हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि बॉन्ड से पैसा कैसे बनता है? क्या आप उससे बढ़िया रिटर्न मिलता है? क्या केवल सरकार ही बॉन्ड जारी करती है? क्या बॉन्ड की भी ट्रेडिंग होती है? इन सबकुछ बातों को समझने के लिए पहले बॉन्ड और शेयर से उसके अलग होने के बारे में कुछ जान लेते हैं।

बॉन्ड और शेयर में अंतर
अगर आप किसी भी कंपनी के शेयर खरीदते हैं, तो आप उसके उतने प्रतिशत के भागीदार हो जाते हैं। एक प्रकार से आप उस कंपनी के उतने शेयर के बराबर के मालिक होते हैं। अब यदि आपकी कंपनी का कारोबार अच्छा चलता है, वो प्रॉफिट कमाती है और बढ़िया परफॉर्म करती है, तो उसके पॉजिटिव दिनों का आपको फायदा मिलता है। यदि कंपनी का परफॉर्मेंस बुरा है या उसे नुकसान हुआ है तो आपके खुद के बिजनेस की तरह उसका घाटा भी आपका है।

अब समझते हैं बॉन्ड के बारे में, आमतौर पर कंपनियां, बैंक या सरकार पूंजी जुटाने के लिए बॉन्ड जारी करती है, लेकिन वास्तव में यह एक ‘ऑन पेपर लोन’ की तरह होता है, तो लोन की तरह ही इसमें आपकी इनकम फिक्स ब्याज के रूप में होती है, साथ ही मैच्योरिटी पर आपको इसका पूरा पेमेंट मिलता है। जैसे कि आपका अपना लोन हर हाल में चुकाना होता है, उसी तरह कंपनी, बैंक या सरकार भी बॉन्ड का मैच्योरिटी पेमेंट करती हैं, इसलिए शेयर की तुलना में यह ज्यादा सुरक्षित होता है। कंपनी क्या करती है, क्या नहीं करती है, कैसे करती है? इस सबसे बॉन्ड इंवेस्टर को कोई लेना-देना नहीं होता है।

जानिए कैसे होती है बॉन्ड से कमाई?
बॉन्ड में निवेश पर आपकी मूल कमाई उस पर मिलने वाला ब्याज और मैच्योरिटी पर वापस आने वाला मूलधन होता है। मगर यह कितनी किस प्रकार होती है। आइए जानते हैं इसके बारे में….

(1) अगर कोई व्यक्ति यानी इंडिविजुअल सीधे बॉन्ड खरीदता है और उसे मैच्योरिटी तक रखता है, जैसे पोस्ट ऑफिस से ‘किसान विकास पत्र’ खरीद लाना।

(2) यदि आप ऐसे म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं, जो सिर्फ बॉन्ड में डील करते हैं। एक और तरीका बॉन्ड ईटीएफ में निवेश का है।

(3) यदि आप शेयर बाजार की तरह ही बॉन्ड मार्केट से बॉन्ड ले सकते हैं, कई बार जरूरतमंद लोग अपने बॉन्ड को फेस वैल्यू से कम कीमत पर इन बाजार में बेच देते हैं। लोग कम कीमत के बॉन्ड खरीदकर उनके मैच्योर होने पर अच्छा रिटर्न कमाते हैं।