चांद पर खरीदी गई जमीन की रजिस्ट्री धरती पर, क्या है दावे का सच, जानें

जब से चंद्रयान 3 ने चांद पर कदम रखा है, तब से चांद पर जमीन खरीदने की चर्चा भी तेज हो गई है। वैसे तो चांद पर जमीन और प्लॉट खरीदने के दावे काफी समय से चल रहे हैं, आम आदमी से लेकर खास तक यहां जमीन खरीदने के दावे कर चुके हैं।

sb 1 27 | Sach Bedhadak

जयपुर। जब से चंद्रयान 3 ने चांद पर कदम रखा है, तब से चांद पर जमीन खरीदने की चर्चा फिर से तेज हो गई है। वैसे तो चांद पर जमीन और प्लॉट खरीदने के दावे काफी समय से चल रहे हैं, आम आदमी से लेकर खास तक यहां जमीन खरीदने का दावा कर चुका हैं।

दावे के मुताबिक, चंद्रमा पर एक एकड़ जमीन की कीमत लगभग 42.5 अमेरिकी डॉलर यानी करीब 3430 रुपये है। लोगों का मानना है कि वे बेहद कम कीमत में चांद पर जमीन खरीद सकते हैं, लेकिन क्या ये सचमुच संभव है? क्या चांद पर जमीन खरीदी जा सकती है? फैक्ट चेकिंग वेबसाइट और डिफेंस एंड एयरोस्पेस एक्सपर्ट की इस मामले में राय बिल्कुल अलग है।

क्या आप सच में चांद पर जमीन खरीद सकते हैं?

इस बारे में रक्षा और एयरोस्पेस विशेषज्ञ का कहना हैं कि चंद्रमा समेत बाहरी अंतरिक्ष पर किसी का स्वामित्व नहीं है। 1967 में लागू हुई संधि में साफ तौर पर जिक्र है कि यह सबकी साझी विरासत है। किसी की निजी संपत्ति नहीं। चांद पर जमीन खरीदना संभव नहीं है। जब जमीन का कोई मालिक ही नहीं तो उसे बेचा कैसे जा सकता है?

इनके मुताबिक चांद पर जमीन नहीं खरीदी जा सकती है। 10 अक्टूबर 1967 को लागू हुई बाह्य अंतरिक्ष संधि के अनुसार चंद्रमा किसी की निजी संपत्ति नहीं है। ये तो सिर्फ एक प्रतीकात्मक निशान है। इसकी कोई कानूनी मान्यता नहीं है।

चांद पर किसने खरीदी जमीन?

सुशांत सिंह राजपूत के साथ कई आम आदमी चांद पर जमीन खरीदने का दावा कर चुके हैं। सुशांत सिंह राजपूत ने चंद्रमा का जो क्षेत्र खरीदा था उसे मारे मस्कोविएन्स या सी ऑफ मस्कोवी कहा जाता है। इसी तरह चंद्रमा की सतह पर एक क्रेटर का नाम भी शाहरुख के नाम पर रखा गया था। शाहरुख खान को उनके एक प्रशंसक ने चांद पर जमीन का टूकड़ा गिफ्ट में दिया।

ये कंपनी करती है रजिस्ट्री

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लूना सोसाइटी इंटरनेशनल और इंटरनेशनल लूनर लैंड्स रजिस्ट्री ऐसी कंपनियां हैं जो चांद पर जमीन बेचने का दावा करती हैं।

चांद पर जमीन की बिक्री कैसे जायज?

स्पेस लॉ पर कई किताबें लिखने वाले डॉ. जिल स्टुअर्ट ने अपनी किताब द मून एग्जीबिशन बुक में लिखा है कि चांद पर जमीन खरीदना और उसे किसी को गिफ्ट करना एक फैशन बन गया है। चंद्रमा पर किसी भी देश का कोई अधिकार नहीं है। तो फिर कंपनियां रजिस्ट्री कैसे कर रही हैं? यानी चांद पर जमीन बेचने का काम एक घोटाला है और अब यह मिलियन डॉलर बिजनेस बन गया है।

जोधपुर की महिला ने खरीदी जमीन

जोधपुर एम्स की नर्सिंग ऑफिसर मीना बिश्नोई हाल ही में चांद पर जमीन खरीद कर चर्चा में आई हैं। मीना ने चांद के ‘लेक ऑफ हैपिनेस’ इलाके में एक एकड़ जमीन खरीदी है। ये जमीन उन्होंने अपनी दो बेटियों पीहू और नीनु के लिए खरीदी है। बताया जा रहा है कि मीना राजस्थान की पहली महिला हैं जिन्होंने चांद पर जमीन ली है।

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