जानिए ड्रोन कितने प्रकार के होते हैं और उन्हें उड़ाने के लिए कहां से लाइसेंस लेना होता है

ड्रोन का प्रयोग करने के लिए भी सरकार ने नियम बना रखे हैं। इन नियमों की अवहेलना करने पर दोषी को एक लाख रुपए तक का जुर्माना देना पड़ सकता है, साथ ही किसी सेंसेटिव क्षेत्र में बिना लिखित अनुमति के ड्रोन उड़ाते हुए पाया जाने पर कानूनी कार्यवाही भी की जा सकती है।

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आजकल ड्रोन का प्रयोग एक आम बात बन गया है, फिर चाहे कोई सर्वे करना हो या वेडिंग शूट करना हो, ड्रोन का उपयोग दिनों-दिन बढ़ता ही जा रहा है। हालांकि बहुत से लोग यह नहीं जानते हैं कि ड्रोन का प्रयोग करने के लिए भी सरकार ने नियम बना रखे हैं।

इन नियमों की अवहेलना करने पर दोषी को एक लाख रुपए तक का जुर्माना देना पड़ सकता है, साथ ही किसी सेंसेटिव क्षेत्र में बिना लिखित अनुमति के ड्रोन उड़ाते हुए पाया जाने पर कानूनी कार्यवाही भी की जा सकती है। यदि आप भी ड्रोन बेचना-खरीदना या उड़ाना चाहते हैं तो आपको भी सरकारी नियमों का ज्ञान होना चाहिए। आइए जानते हैं ड्रोन के विभिन्न प्रकार तथा उन्हें उड़ाने के लिए आवश्यक नियमों के बारे में-

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ड्रोन कितने प्रकार के होते हैं

ड्रोन उड़ाने के नियमों को जानने से पहले ड्रोन कितने प्रकार के होते हैं, यह भी जानना अनिवार्य है। ड्रोन को निम्न 5 कैटेगरीज में बांटा जाता है

नैनो ड्रोन जिनका वजन 250 ग्राम या इससे भी कम होता है।
माइक्रो ड्रोन का वजन 250 ग्राम से लेकर 2 किलोग्राम तक होता है।
छोटे ड्रोन जिनका वजन 2 किलोग्राम से 25 किलोग्राम के बीच होता है।
मीडियम ड्रोन जिनका वजन 25 किलोग्राम से लेकर 150 किलोग्राम तक होता है।
बड़े ड्रोन जिनका वजन 150 किलोग्राम से 500 किलोग्राम के बीच होता है।

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क्या हैं देश में ड्रोन उड़ाने के नियम

देश में ड्रोन उड़ाने के लिए संबंधित संस्थान तथा व्यक्ति को ड्रोन सर्टिफिकेट तथा लाइसेंस लेना होता है। बिना सर्टिफिकेट/ लाइसेंस के किसी ड्रोन को नहीं उड़ाया जा सकता है। यह सर्टिफिकेट/ लाइसेंस केन्द्र सरकार अथवा क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा जारी किया जाता है।
ड्रोन को उड़ाने से पहले उसका डिजिटल रजिस्ट्रेशन करवाना होगा तथा उसका कहां और किस तरह प्रयोग होगा, यह सूचना भी देनी होगी।
सरकार द्वारा प्रत्येक ड्रोन को एक विशिष्ट पहचान संख्या (UIN) दी जाती है, इसे भी संभाल कर रखना चाहिए, किसी भी आपातकालीन स्थिति में यह बड़ी उपयोगी सिद्ध होती है।
यदि कोई व्यक्ति या संस्था अपने ड्रोन को बेच देती है तो उन्हें अपना रजिस्ट्रेशन कैंसिल करवाना अनिवार्य है।
यदि ड्रोन को किसी संवेदनशील क्षेत्र में प्रयोग करना है तो उस जगह की लोकेशन और रुट की बाकायदा लिखित में जानकारी लेनी होती है।

किन ड्रोन्स पर लागू होते हैं सरकारी नियम

केन्द्र सरकार द्वारा बनाए गए ये नियम सभी ड्रोन्स पर लागू होते हैं हालांकि 2 किलोग्राम से कम वजन वाले ड्रोन उड़ाने के लिए परमिशन लेने की आवश्यकता नहीं होती है। इसी तरह 2 किलोग्राम से अधिक वजन वाले ड़्रोन्स को उड़ाने के लिए सरकार से अनुमति लेनी होती है तथा उसके रूट को भी अप्रुव करवाना होता है। यदि ऐसा नहीं किया जाए तो एक लाख रुपए तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।

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