युवा और किसानों को BJP के इन 5 वादों का बेसब्री से इंतजार, CM भजनलाल ने बोली थी ये बड़ी बात

राजस्थान में बीजेपी सरकार सरकार बनने के बाद अब प्रदेश के युवा औऱ किसानों को उनके लिए की गई घोषणाओं का इंतजार है। चुनाव से पहले बीजेपी ने युवाओं और किसानों से 5 बड़े वादे किए थे।

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CM Bhajan Lal Sharma: राजस्थान में बीजेपी सरकार सरकार बनने के बाद अब प्रदेश के युवा औऱ किसानों को उनके लिए की गई घोषणाओं का इंतजार है। चुनाव से पहले बीजेपी ने युवाओं और किसानों से 5 बड़े वादे किए थे। जनता चाहती है कि सरकार अपने द्वारा किए गए वादों पर जल्द से जल्द काम शुरू करे। वहीं, किसान भी चाहते हैं कि उनसे किया गया वादा जल्द से जल्द पूरा किया जाए। क्योंकि उन्होंने इन्हीं वादों की वजह से बीजेपी को वोट दिया।

युवा और किसानों से वादा

यह सरकार द्वारा युवाओं और किसानों से किए गए 5 वादों में से एक था। किसानों की जमीन का उचित मुआवजा, किसानों को प्रति वर्ष 12000 रु. छात्रों के लिए वादे थे केजी से पीजी तक छात्राओं के लिए मुफ्त शिक्षा, पर्यटन क्षेत्र में लाखों युवाओं के लिए रोजगार, युवाओं के लिए सरकारी नौकरियां।

नीलाम हुई जमीन का उचित मुआवजा

भाजपा ने कांग्रेस सरकार के शासनकाल में नीलाम हुई किसानों की जमीनों का उचित मुआवजा दिलाने के लिए मुआवजा नीति लाने का वादा किया था। बीजेपी ने पीएम किसान सम्मान निधि के तहत किसानों के लिए वित्तीय सहायता बढ़ाकर 120,000 रुपये प्रति वर्ष करने का वादा किया था.

मुफ्त शिक्षा देने की घोषणा

बीजेपी ने राजस्थान की छात्राओं से वादा किया था कि वे केजी से पीजी तक मुफ्त गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देंगे। बीजेपी ने युवाओं से रोजगार का दावा किया था. जिसमें 2000 करोड़ रुपये के निवेश से राज्य के 5 लाख युवाओं को प्रशिक्षित कर रोजगार या स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराये जायेंगे।

युवाओं के लिए सरकारी नौकरियां

अपने घोषणा पत्र में बीजेपी द्वारा युवाओं को नौकरी देने का वादा भी किया गया था। बीजेपी ने कहा था कि वह अगले 5 साल में राज्य के युवाओं को 2.5 लाख सरकारी नौकरियां देगी।

पीएम मोदी की गारंटी को किया जाएगा पूरा

प्रदेश के मुखिया ने सीएम की कुर्सी संभालने के बाद अपनी पहली प्रेसवार्ता में कहा था कि घोषणापत्र के पहले वादे का नाम मोदी की गारंटी था। इसे पूरा किया जायेगा। इसके तहत कुछ काम शुरू हो गया है, जैसे गरीब परिवारों को 450 रुपये में गैस सिलेंडर दिया जाता है। पेपर लीक मामले की जांच भी शुरू हो गई है। हालांकि, राज्य के युवा और किसान भी उनके वादों का इंतजार कर रहे हैं।