राजस्थान में आवारा कुत्तों का आतंक… अब सिरोही के आबूरोड में 6 साल के बच्चे को नोंच-नोंचकर मार डाला

राजस्थान में आवारा कुत्तों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब सिरोही के आबूरोड में 6 साल के मासूम कुत्तों ने नोंच-नोंचकर मार डाला।

6-year-old child death

सिरोही। राजस्थान में आवारा कुत्तों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब सिरोही के आबूरोड में 6 साल के मासूम कुत्तों ने नोंच-नोंचकर मार डाला। घटना आबूरोड सदर थाना क्षेत्र के क्यारिया गांव की 27 जुलाई की की बताई जा रही है। लेकिन, मामला अब सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सामने आया है। इसके बाद आनन-फानन में प्रशासन के अधिकारी पीड़ित परिवार से मिलने के लिए पहुंचे। अधिकारियों ने पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता दिलाने का आश्वास दिया है।

जानकारी के मुताबिक क्यारिया गांव में 27 जुलाई की सुबह 6 साल के मासूम पर कुत्तों ने उस वक्त हमला किया, जब वह शौच के लिए जा रहा था। तभी 5-6 आवारा कुत्तों ने बच्चे को घेर लिया और बुरी तरह नोंच डाला। इस घटना में झांमर निवासी अमृत गरासिया के इकलौते बेटे जसवंत की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद परिजनों ने सरपंच को इस बारे में सूचना दी। लेकिन, पुलिस व प्रशासन को सूचना नहीं दे पाए। चौंकाने वाली बात ये रही कि सरपंच ने भी पुलिस को सूचना देना उचित नहीं समझा।

पीड़ित परिजनों से मुलाकात के बाद बीडीओ नवलाराम ने मंगलवार को बताया कि झांमर निवासी अमृत गरासिया पिछले काफी समय से अपने ससुराल क्यारिया में रहकर खेती-बाड़ी का काम करता था। वह अपने इकलौते बेटे और तीन बेटियों के साथ ससुराल में ही रहता था। 27 जुलाई की सुबह जब उसका इकलौता बेटा जसवंत शौच के लिए गया था तो आवारा कुत्तों ने हमला कर बुरी तरह नोंच डाला। जिससे 6 साल के बच्चे की मौत हो गई। मामला सामने आने के बाद अब पुलिस ने परिजनों की रिपोर्ट पर मृग दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

आखिर सरपंच ने क्यों दबाया मामला?

कुत्तों के हमले में बच्चे की मौत की खबर 1 अगस्त को सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आया और अधिकारी पीड़ित परिवार से मिलने के लिए पहुंचे। जिम्मेदार अधिकारियों ने पीड़ित परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। लेकिन, बड़ा सवाल ये है कि आखिर सरपंच ने इस मामले की क्यों दबाए रखा। फिलहाल, प्रशासन इसकी जांच में जुटा हुआ है।

पिछले महीने बूंदी में भी सामने आया था ऐसा मामला

बता दें कि करीब 23 दिन पहले बूंदी जिले के सदर थाना क्षेत्र में भी ऐसा ही मामला सामने आया था। तीखा बरड़ा निवासी भोजराज गुर्जर (42) के 13 वर्षीय बेटे मांगीलाल गुर्जर को कुत्तों ने नोंच-नोंचकर मार डाला था। यह घटना उस वक्त हुई थी जब वो खेत पर जा रहा था, तभी घर से 150 मीटर की दूरी पर तीन आवार कुत्तों ने बच्चे को घेर कर मौत के घाट उतार दिया था।

5 महीने पहले सिरोही में एक माह के बच्चे को उठा ले गए थे कुत्ते

इससे पहले 27 फरवरी को सिरोही में भी ऐसा ही मामला सामने आया था। यहां के सरकारी अस्पताल में अपनी मां के पास सो रहे एक माह के बच्चे को कुत्ते उठाकर ले गए थे। कुत्ते मासूम का पेट और एक हाथ नोंचकर खा गए थे, जिससे उसकी मौत हो गई। कुत्ते बच्चे का एक हाथ उसकी मां के सामने ही नोंचकर ले गए और उसके 5 टुकड़े कर दिए। सिरोही के पिंडवाड़ा में रहने वाले महेंद्र मीणा (40) को सिलिकोसिस बीमारी से पीड़ित थे। महेंद्र का टीबी अस्पताल में इलाज चल रहा था। उसकी पत्नी अपने 3 बच्चों के साथ उसके बेड के पास नीचे फर्श पर सो रही थी। इसी दौरान रात करीब 1:30 बजे वार्ड में घूम रहे आवारा कुत्ते उसके एक महीने के बेटे विकास को उठाकर ले गए। महिला दौड़कर वहां गई तब तक कुत्तों ने उसे नोंच-नोंचकर मार डाला था।

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