पूर्व विधायक के बेटे ने तीसरे दिन अस्पताल में दम तोड़ा, पत्नी के गम में FB पर लाइव आकर खाया था जहर

फेसबुक पर लाइव आकर जहर खाने वाले सुनीष कांत की रविवार देर रात उपचार के दौरान मौत हो गई।

image 2023 05 15T122857.024 | Sach Bedhadak

Sunish Kant Suicide Case : सिरोही। फेसबुक पर लाइव आकर जहर खाने वाले सुनीष कांत की रविवार देर रात उपचार के दौरान मौत हो गई। सिरोही जिले में आबूरोड में शुक्रवार रात को पूर्व विधायक टीकमचंद कांत के बेटे सुनीष कांत ने फेसबुक पर लाइव आकर जहर खा लिया था। जिसके बाद उन्हें उपचार के लिए आबूरोड के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया था। जहां सुनीष कांत दो दिन तक जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करते रहे। आखिरकार, तीसरे दिन रविवार देर रात सुनीष कांत की मौत हो गई।

थानाधिकारी सरोज बैरवा ने बताया कि पारिवार कलह के चलते पूर्व विधायक टीकमचंद कांत के बेटे सुनीष कांत की पत्नी मायके चली गई थी। जिससे आहत होकर सुनीष ने जहर खा लिया था। सुनीष ने फेसबुक पर लाइव आकर जहर खाया और कहा कि पूजा मैं तुझसे बहुत प्यार करता हूं, मुझे क्यूं छोड़कर गई पागल। परिजनों ने सुनीष कांत को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां से गंभीर हालात में ट्रोमा सेंटर रेफर कर दिया। पिछले 2 दिन से सुनीष का आईसीयू वार्ड में उपचार चल रहा था और उनकी स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ। जिसके चलते रविवार देर रात उनका निधन हो गया।

ये था पूरा मामला

दरअसल, पूर्व विधायक टीकमचंद कांत के बेटे सुनीष कांत निवासी आबूरोड का किसी बात पर चार-पांच दिन पहले पत्नी से झगड़ा हो गया था। गुस्साए सुनीष ने अपने घर में रखे सामान को आग के हवाले कर दिया था। इसके बाद उसकी पत्नी पूजा अपने बेटे को साथ लेकर अपने मायके अहमदाबाद चली गई थी। पत्नी के पीहर जाने से आहत होकर शुक्रवार शाम करीब 8 बजे कार में सुनीष कांत ने जहर खा लिया था।

इस फेसबुक पर लाइव आकर सुनीष कांत ने कहा था कि पूजा मैं तुम्हें बहुत प्यार करता हूं, तुम मुझे छोड़कर क्यों चली गई। अब तो बुढ़ापा आ गया था, जिंदगी जिएंगे। मैं किसी को बदनाम करके नहीं मरूंगा। जहां भी हो देख रही हो मुझे। तो जल्दी सामने आ जा। मेरी लाश तो उदयपुर ले जाएंगे। मैंने देह दान कर दिया है। प्रदीप मित्तल से भी मैं कहना चाह रहा हूं। आधा एक घंटे में मेरी मौत हो जाएगी। मेरी डेड बॉडी को कोई हाथ नहीं लगाएगा। बस एक घंटे का टाइम बचा है। जहर की गोलियों खा ली हैं। मैं मिलूंगा किसी को नहीं, बस मेरी लाश ही मिलेगी। मैं किस जगह हूं किसी को नहीं बताऊंगा। एक घंटे बाद मेरी लाश उदयपुर ले जाना। मैंने पहले भी लिख दिया था कि आबूरोड का कोई भी व्यक्ति मुझे हाथ नहीं लगाएगा। चिंता मत करना सब सुखी रहना। मेरे मन्नू बेटा रवि तंवर तेरी सहायता करेगा। तेरी पढ़ाई तक खर्च तंवर करेगा। उससे मिल लेना।

ये खबर भी पढ़ें:-पायलट गुट के MLA पर लगा 38 लाख की जमीन हड़पने का आरोप, FIR दर्ज, पीड़िता बोलीं-धोखे से कराई रजिस्ट्री

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *