अप्रैल में अब तक बीते 11 वर्षों के मुकाबले कम पारा… मई में बढ़ेगी गर्मी

प्रदेश में अप्रैल का महीना पिछले 11 वर्षों के मुकाबले ठंडा रहने का अनुमान है।

image 2023 04 10T071433.896 | Sach Bedhadak

Weather Update : जयपुर। प्रदेश में अप्रैल का महीना पिछले 11 वर्षों के मुकाबले ठंडा रहने का अनुमान है। इसका एक कारण इस वर्ष मार्च महीने में बैक टू बैक एक्टिव हुए छह पश्चिमी विक्षोभ और अप्रैल की शुरुआत के अलावा अप्रैल के आखिरी सप्ताह में एक्टिव होने जा रहे विक्षोभ को माना जा रहा है। अप्रैल के दूसरे सप्ताह के शुरू में केवल एक जगह का तापमान 40 डिग्री पार पहुंचा है।
वहीं, करीब 15 जगह का तापमान 35-36 डिग्री के दर्ज हुआ है। मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार प्रदेशवासियों को मई और जून में पसीने छुड़ाने वाली गर्मी का अहसास होगा। राजधानी में रविवार को अधिकतम तापमान 34.9 डिग्री दर्ज हुआ, जो 2 अप्रैल 2012 के तापमान से करीब 5 डिग्री कम रहा।

सीकर में 13.7 रहा न्यूनतम तापमान

प्रदेश में अप्रैल महीने का पश्चिमी विक्षोभ खत्म होते ही तापमान में बढ़ोतरी जारी है, मगर एक दो सप्ताह बाद फिर से एक्टिव होने जा रहा विक्षोभ का असर बढ़ते तापमान में रुकावट बनेगा। रविवार को सर्वाधिक अधिकतम तापमान बांसवाड़ा में 40.3 डिग्री दर्ज हुआ, इसके अलावा सीकर, अलवर और जयपुर को छोड़कर सभी जगहों का अधिकतम तापमान 35 डिग्री से ऊपर दर्ज हुआ। न्यूनतम तापमान सीकर के फतेहपुर में 13.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। इसके अलावा हनुमानगढ़ को छोड़कर सभी जगह रात का तापमान 15 डिग्री से ऊपर दर्ज हुआ।

जयपुर में 11 साल पहले अप्रैल के शुरू में पारा था 40 डिग्री के पार

जयपुर में 2 अप्रैल 2012 को तापमान 40.3 डिग्री था, जो रविवार को 34.9 डिग्री ही दर्ज हुआ। वहीं, अजमेर में 2012 में 1 अप्रैल को ही तापमान 40.5 डिग्री था, जो रविवार को 35.9 डिग्री दर्ज हुआ। कोटा में 2012 में 10 अप्रैल को तापमान 41.9 डिग्री था, जबकि रविवार को 36.4 डिग्री दर्ज हुआ। चूरू में 1 अप्रैल 2012 को तापमान 36.4 डिग्री था जो रविवार को 37.4 डिग्री दर्ज हुआ। यहां पिछले वर्ष इन्हीं दिनों में पारा 45.5 डिग्री पर चढ़ गया था।

मई-जून में औसत से अधिक रहेगा तापमान

मौसम कें द्र जयपुर निदेशक राधेश्याम शर्मा के अनुसार मई-जून में तापमान पिछले वर्ष के मुकाबले अधिक रहने का अनुमान है। वहीं, अप्रैल में आखिरी सप्ताह में नया विक्षोभ एक्टिव होगा, जो तापमान को अधिक नहीं बढ़ने देगा। बीते मार्च माह में छह पश्चिमी विक्षोभों के कारण आमजन को आखिरी सप्ताह तक ठं डक का अहसास हुआ।

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