“प्रदेश को नीचा दिखाने का काम कर रहे शेखावत” ERCP को लेकर मंत्री जोशी ने केंद्रीय मंत्री पर साधा निशाना

केंद्रीय पेयजल योजनाओं को लेकर राज्य सरकार और केंद्र सरकार के मंत्रियों के बीच टकराव सामने आ रहे हैं।

Mahesh Joshi

जयपुर। केंद्रीय पेयजल योजनाओं को लेकर राज्य सरकार और केंद्र सरकार के मंत्रियों के बीच टकराव सामने आ रहे हैं। जल जीवन मिशन की प्रगति और ईआरसीपी मामले में कांग्रेस सरकार में जलदाय मंत्री महेश जोशी (Mahesh Joshi) ने जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर निशाना साधा है। शेखावत के जेजेएम की राजस्थान में धीमी गति को लेकर राज्य सरकार पर लगाए आरोपों का जवाब देते हुए जलदाय मंत्री महेश जोशी ने कहा कि केंद्रीय मंत्री शेखावत राजस्थान की जनता का अपमान कर रहे हैं।

शेखावत पैरामीटर का हवाला देकर राजस्थान को 12वें नम्बर पर बता रहे हैं, जबकि राजस्थान की स्थिति अलग है। फिर भी हमने दूसरे राज्यों से अधिक राशि खर्च की है। गुरुवार को सरकारी आवास पर पत्रकार वार्ता में मंत्री जोशी ने कहा कि जल जीवन मिशन को लेकर गजेंद्र सिंह शेखावत राजस्थान को नीचा दिखाने का काम कर रहे हैं। राज्य का प्रतिनिधि होने के नाते उन्हें अतिरिक्त सहायता दिलानी चाहिए थी। 

विपरीत परिस्थितियों में काम कर रहा राजस्थान

जोशी ने कहा कि सभी राज्यों की स्थिति भिन्न है। हमारे एक जल कनेक्शन पर 72 हजार रुपए खर्च आ रहा है। हमारे अधिकारी ताकत से काम कर रहे हैं। अभी शटडाउन में काम करते कोबरा निकल आया था, कर्मचारी बच गया। जेजेएम में राजस्थान ने 16 हजार करोड़ की राशि खर्च की है, उनके हिसाब से हम 12वें नम्बर पर हैं। जबकि यूपी, एमपी, गुजरात, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र में हमसे कम पैसा खर्च किया गया है। इन राज्यों ने पुराने कनेक्शन भी शामिल कर लिए हैं, जिससे वह आगे निकल गए। जोशी ने कहा कि शेखावत राज्य के होने कारण अपना फर्ज निभाएं । हमारी भौगोलिक परिस्थितियां विषम हैं। यहां के विशाल भू- भाग का दो-तिहाई हिस्सा मरूस्थल है और प्रति व्यक्ति जल की उपलब्धता भी न्यूनतम है।

प्रदेश की छितराई हुई बसावट के कारण छोटी-छोटी ढाणियों तक पानी पहुंचाने के लिए अत्यधिक राशि व्यय करनी पड़ती है एवं समय भी अधिक लगता है। भूजल स्त्रोत आधारित जेजेएम की योजनाओं के लिए स्रोतों की दीर्घकालीन सस्नेटेबिलिटी राजस्थान के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती है। गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने आरोप लगाया था कि राजस्थान जैसे कुछ गैर भाजपा शासित राज्य इस योजना को लागू करने में पूरा सहयोग नहीं दे रहे हैं, जिससे लक्ष्य हासिल करने में कठिनाई आ रही है।

ERCP को नहीं किया राष्ट्रीय परियोजना घोषित

ईआरसीपी पर जोशी ने कहा कि इस बार जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अजमेर आए थे, तब लगा था कि वह इसे राष्ट्रीय परियोजना घोषित करेंगे। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। कें द्रीय मंत्री पीएम को राय तक नहीं दे सकते हैं। शेखावत को पीएम फोबिया हो गया है। वह राजस्थान की जनता को उनका हक नहीं दिलवा सकते। जोशी ने कहा कि अब तक जल जीवन मिशन पर राज्य में 16 हजार 586 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। 92 लाख कनेक्शन का लक्ष्य रखा गया था। इसमें से 42 लाख 45 हजार कनेक्शन किए चुके हैं। जोशी ने कहा कि शेखावत को यह बात पसंद नहीं कि राजस्थान की परफॉर्मेंस अच्छी हो। जबकि हकीकत और सच्चाई है कि प्रदेश में जल जीवन मिशन योजना को लेकर गंभीरता से काम हो रहा है। राजस्थान में जल जीवन मिशन का काम अन्य कई राज्य से बेहतर है।

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