ये फर्जी पुलिस इंस्पेक्टर तीसरी पास, लेकिन अधिकारी से लेकर राजनेता तक को अपने जाल में फंसाने में माहिर

जांच में सामने आया है कि आरोपी पहले भी पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है।

kota fake police01 | Sach Bedhadak

fake Police Officer : कोटा। जिले की किशोरपुरा थाना पुलिस ने एक फर्जी पुलिस इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया है। आरोपी शिवा उर्फ गुड्डू महज तीसरी पास है और उसने खुद को क्राइम ब्रांच का इंस्पेक्टर बताते हुए शहर में अलग-अलग जगह पर धमका कर लोगों से रुपए ऐंठे है। आरोपी फर्राटेदार अंग्रेजी बोलने में माहिर है, यही वजह है कि अधिकारी से लेकर राजनेता तक उसके जाल में फंस चुके है। फिलहाल, पुलिस पकड़े गए आरोपी से पूछताछ में जुटी हुई है। जांच में सामने आया है कि आरोपी पहले भी पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है। लेकिन, उसकी हरकतों में कोई सुधार नहीं हुआ और पुलिस की गिरफ्त से बाहर आते ही ठगी की वारदातें करना शुरू कर दिया।

पुलिस ने बताया कि राजवीर सिंह नाम से फर्जी पुलिस इंस्पेक्टर बनकर कोटा के चंबल गार्डन में लड़के-लड़की को धमकाने व मारपीट करने के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि ये प्रेमी युगल को जबरन गाड़ी में ले गए और 5 हजार वसूले। इनसे पुलिस वर्दी और वाहन जब्त किया है। इनमें एक आरोपी आईपीएस बनकर सात साल पहले एक विधायक से भी 2 लाख वसूल चुका है।

पीड़ित अंकित मेघवाल ने रिपोर्ट दी थी की गर्लफ्रेंड के साथ कराई के बालाजी जा रहा था। तिराहे पर एक गाड़ी में बैठे दो व्यक्ति मिले एक ने खुद को बड़ी धाने का इंस्पेक्टर राजवीर सिंह बताया। बंद करने की धमकी देकर गाड़ी में बिठा लिया और नयागांव रोड की तरफ ले गए। मारपीट कर 10 हजार रुपए मांगे। गुजारिश के बाद 4 हजार रुपए ऑनलाइन अकाउंट व 500- 500 रुपए देने पर माने । पुलिस ने आकाशवाणी कॉलोनी निवासी शिवा उर्फ गुड्डू और देवली मांझी निवासी भुवनेश मीणा को गिरफ्तार किया। आरोपी के पास से पुलिस की वर्दी जूते बेल्ट नेम प्लेट सहित स्कॉर्पियो गाड़ी और पुलिस अधिकारी जैसा दिखने के लिए इस्तेमाल करने वाली सभी चीजों को बरामद कर लिया है आरोपी के मोबाइल से पुलिस इंस्पेक्टर के वेश में खिंचवाई के फोटो, फर्ज़ी दस्तावेज सहित अन्य संदिग्ध चीजें मोबाइल से बरामद की है। कोटा पुलिस को उम्मीद है कि पकड़े गए आरोपी से कई खुलासे होंगे।

विधायक से भी 2 लाख रुपए ऐंठ चुका है आरोपी

आरोपी इतना शातिर ठग है कि बड़े से बड़े लोगों को फोन करके अपने जाल में फंसा लेता था। आरोपी पहले भी आईपीएस बनकर ठगी करता रहा है। साल 2016 में एक विधायक को धमकी देकर दो लाख रुपए पार्टी को दिलवाने के नाम पर खाते में डलवा लिए। दो साल पहले किशनगढ़ की गांधीनगर पुलिस ने भी इसे कोटा से गिरफ्तार किया था। गोरखपुर में एक लाख रुपए, कानपुर में डेढ़ लाख रुपए, आगरा में 30 लाख रुपए ठग चुका है। कर्नाटक में 25 लाख रुपए समेत महाराष्ट्र, यूपी के कल्याणपुर, नयापुर में भी ठगी का प्रयास किया।

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