साजिश, धोखा या लापरवाही? कौन था गोगामेड़ी का करीबी नवीन शेखावत जिसने हत्यारों को घर में घुसाया

श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या से प्रदेशभर में उबाल है.

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Sukhdev Singh Gogamedi Murder Case: जयपुर। श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या से प्रदेशभर में उबाल है। इस घटना के विरोध में लगातार दूसरे दिन भी प्रदेशभर में जगह-जगह दुकानें बंद करवाकर प्रदर्शन किया जा रहा है। लेकिन, बड़ा सवाल ये है कि अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी से मिलवाने वाले नवीन को शूटरों ने गोली क्यों मारी? शुरूआती जांच में सामने आया है कि सबूत मिटाने के लिए आरोपियों ने ऐसा किया। हालांकि, असली सच्चाई का पता तो आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही चल पाएगा। आईये अब जानते है इस हत्याकांड से जुड़ी कई अहम बातें, जिन्हें सुनकर आप भी चौंक जाओगे।

श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के लिए शूटर्स ने नवीन सिंह का सहारा लिया था, जो शाहपुरा का रहने वाला था और कपड़े का व्यवसाय करता था। इतना ही जिस कार से आरोपी गोगामेड़ी के घर पर गए थे, उस कार को भी नवीन ने ही शूटर्स के कहने पर जयपुर के वैशाली नगर स्थित एक रेंटल कंपनी से किराए पर ली थी।

नवीन को गोगामेड़ी घर पहुंचे में क्यों नहीं आई परेशानी?

दरअसल, कपड़ा व्यापारी नवीन सिंह शेखावत श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना से भी जुड़ा हुआ था। उसकी करणी सेना अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी से पहले से जान पहचान थी। ऐसे में वह गोगामेड़ी के घर पर आसानी से पहुंच गया था। वह यहां पर गोगामेड़ी को अपनी बुआ के बेटे की शादी का निमंत्रण देने के लिए आया था।

इस दौरान दोनों शूटर भी उसके साथ दोस्त बनकर मौके पर मौजूद थे। नवीन सिंह शेखावत कोटपूतली के बोनावास गांव का रहने वाला था। उसका परिवार करीब 20 साल पहले गांव छोड़कर जयपुर में आ गया था। नवीन जयपुर में कपड़े का कारोबार करता था और वो अपने परिवार के साथ शाहपुरा में रहता था।

घर में घुसने के 10 मिनट बाद फायरिंग

नवीन के साथ दोनों शूटर्स दोपहर 1.15 बजे गोगामेड़ी के घर पर पहुंचे थे। नवीन सिंह और दोनों हमलावर सुखदेव सिंह के साथ सोफे पर बैठकर बातचीत कर रहे थे। करीब 6 मिनट बाद दोपहर 1.21 बजे दोनों शूटर्स सोफे से उठे और गोगामेड़ी पर ताबड़तोड़ फायरिगं कर दी। हमलावरों ने गोगामेड़ी को कुल 8 गोलियां मारी। अंतिम गोली उनके सिर पर पिस्टल अड़ाकर मारी गई, ताकि वो जिंदा ना रहे।

हालांकि, गोगामेड़ी के पहली गोली लगने के बाद नवीन ने हमलावरों को रोकने का प्रयास किया और खुद सोफे से उठकर भागने लगा। तभी आरोपियों ने नवीन सिंह को भी एक के बाद एक कई गोलियां मारी। इस फायरिंग में गोगामेड़ी के साथ-साथ नवीन की भी मौत हो गई। वहीं,फायरिंग में गोगामेड़ी का गार्ड अजीत सिंह गोली लगने से घायल हो गया।

वारदात के बाद ऐसे भागे आरोपी

वारदात के बाद बदमाशों ने फरार होने के लिए एक कार चालक को पिस्तौल दिखाकर कार लूटने का प्रयास किया, लेकिन चालक कार भगाकर ले गया। इस दौरान वहां से गुजर रहे स्कूटी सवार के गोली मारकर बदमाश स्कूटी लेकर फरार हो गए। हालांकि, जांच में जुटी पुलिस ने गोगामेड़ी की हत्या में शामिल दोनों हमलावरों की पहचान कर ली है।

जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ के मुताबिक हमलावरों के नाम रोहित सिंह राठौड़ और नितिन फौजी है। शूटर रोहित नागौर जिले के मकराना के जूसरिया गांव का रहने वाला है। वहीं, नितिन फौजी महेंद्रगढ़ का रहने वाला है।

नवीन के साथ धोखा या साजिश में था शामिल?

नवीन के जरिये ही आरोपी गोगामेड़ी के घर तक पहुंचे थे। हालांकि, शूटर्स ने नवीन को भी मौत के घाट उतार दिया। ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि क्या नवीन के साथ धोखा हुआ है या वो साजिश में शामिल था। फिलहाल, पुलिस नवीन के मोबाइल की जांच व उसके शूटर के साथ कनेक्शन की जांच कर रही है।

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