मैंने इतने अपराध किए…मरना चाहता हूं, जयपुर के थाने में हिस्ट्रीशीटर ने किया सुसाइड का प्रयास

जयपुर। मैंने इतने अपराध किए है, जिससे मेरा छुटकारा नहीं होगा…इसलिए मैं जीना नहीं चाहता हूं। जिदंगी से परेशान हो चुका हूं…मैं मरना चाहता हूं।…

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जयपुर। मैंने इतने अपराध किए है, जिससे मेरा छुटकारा नहीं होगा…इसलिए मैं जीना नहीं चाहता हूं। जिदंगी से परेशान हो चुका हूं…मैं मरना चाहता हूं। राजधानी जयपुर के सोडाला थाने में एक हिस्ट्रीशीटर ने आत्महत्या करने की कोशिश की। हिस्ट्रीशीटर ने जेल में ओड़ने के लिए दिए कंबल का फंदा बनाकर लगा लिया। पुलिसकर्मियों ने हिस्ट्रीशीटर को फंदे से उतारकर बचाया। इसके बाद सोडाला थाना पुलिस ने आरोपी हिस्ट्रीशीटर के खिलाफ आत्महत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है।

एएसआई भगवान सहाय ने सोडाला थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है। एएसआई ने शिकायत में आरोपी हिस्ट्रीशीटर दीपक बिहारी उर्फ दीपक राय (25) पुत्र ब्रिजलाल निवासी आजाद नगर राकड़ी सोडाला के खिलाफ आत्महत्या का प्रयास करने का मुकदमा दर्ज करवाया है। शिकायत में बताया कि दीपक बिहारी उर्फ दीपक राय सोडाला थाने का हिस्ट्रीशीटर है।

दीपक बिहारी के खिलाफ सोडाला व श्याम नगर में हत्या का प्रयास, लूट, मारपीट, आबकारी व आर्म्स एक्ट के कुल 14 मुकदमें दर्ज है। 3 नवम्बर की रात दीपक को गिरफ्तारी वारंट पर गिरफ्तार किया था। तभी से अब तक वह जेल में बंद है। हवालात में बिछाने और ओढ़ने के लिए दिए कंबल को दीपक बिहारी ने दांतों व हाथ से फाड़ लिया। इसके बाद हवालात के सरियों से कंबल का फंदा बांधकर सुसाइड का प्रयास किया।

पुलिसकर्मियों ने फंदा हटाकर निकाला बाहर…

करीब आधे घंटे बाद संतरी ड्यूटी पर तैनात कांस्टेबल रविन्द्र ने दीपक को सुसाइड करते देख आवाज लगाई। थाने में मौजूद साथी पुलिसकर्मियों की मदद से कंबल के फंदे को हटाकर हिस्ट्रीशीटर दीपक को हवालात से बाहर निकाला और सुसाइड करने के कारण के बारे में पूछा। पुलिस की पूछताछ में हिस्ट्रीशीटर दीपक बिहारी कहा- मैंने इतने अपराध किए है। जिससे मेरा छुटकारा नहीं होगा, इसलिए मैं जीना नहीं चाहता हूं। जिदंगी से परेशान हो चुका हूं, मैं मरना चाहता हूं। पुलिसकर्मियों के समझाइस करने के बाद भी नहीं माना। पुलिस ने दीपक बिहारी के खिलाफ सुसाइड का प्रयास करने का मामला दर्ज किया।