राजस्थान के इस चर्चित पुलिस ऑफिसर की BJP में एंट्री, कहा-कांग्रेस सरकार में जमकर भ्रष्टाचार हुआ

Rajasthan Lok Sabha Election 2024 : लोकसभा चुनावों की तारीख करीब आते ही चुनावी सरगर्मी तेज हो गई हैं। एक तरफ दोनों पार्टियों के दिग्गज…

BL Soni join bjp | Sach Bedhadak

Rajasthan Lok Sabha Election 2024 : लोकसभा चुनावों की तारीख करीब आते ही चुनावी सरगर्मी तेज हो गई हैं। एक तरफ दोनों पार्टियों के दिग्गज स्टार प्रचारक प्रत्याशियों के लिए जनसमर्थन जुटाने के लिए ताबड़तोड़ दौरे कर रहे हैं। इसी बीच राजस्थान एसीबी के पूर्व मुखिया बीएल सोनी बीजेपी में शामिल हो गए है।

मंगलवार को जयपुर स्थित भाजपा मुख्यालय में उन्होंने भाजपा की सदस्यता ली। जॉइनिंग कमेटी के अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी की मौजूदगी में बीएल सोनी बीजेपी में शामिल हुए। बता दें कि बीएल सोनी के भाजपा में शामिल होने के संकेत कुछ दिनों पहले ही मिलने लग गए थे। दरअसल, राजनीतिक हलचलों में उनकी दिलचस्पी और पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार विरोधी बयानों के चलते उनके जल्द ही भाजपा में शामिल होने की अटकलें और चर्चाएं होना शुरू हो गई थीं। आखिरकार आज उन्होंने भाजपा का दामन थाम ही लिया।

कांग्रेस सरकार में जमकर भ्रष्टाचार हुआ

बीजेपी जॉइन करने के बाद बीएल सोनी ने कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने कहा पूरे पांच साल पिछली सरकार में संस्थागत भ्रष्टाचार हुआ। पिछली सरकार में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने निजी और राजनीतिक स्वार्थ के चलते युवाओं के हितों के साथ कुठाराघात किया।

हमने ज्यादा कार्रवाई की तो संसाधन कम कर दिए

बीएल सोनी ने कहा कि कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि मुझे करीब पौने तीन साल एसीबी में काम करने का मौका मिला। मेरे कार्यकाल में एसीबी ने सबसे ज्यादा कार्रवाई करने का रिकॉर्ड बनाया, लेकिन करीब 600 से ज्यादा प्रकरण ऐसे भी थे, जिसमें कार्रवाई से पहले हमने सरकार से अनुमति मांगी थी, लेकिन हमें अनुमति नहीं मिली।

वहीं अगर हम किसी बड़े अधिकारी को पकड़ भी लेते थे, तो सरकार से हमें अभियोजन स्वीकृति नहीं मिलती थी। जब हमने भ्रष्टाचारियों पर ज्यादा कार्रवाई करनी शुरू की तो, हमारे संसाधन कम कर दिए गए। हमें सरकार से पूरा लीगल सपोर्ट भी नहीं मिला। बीएल सोनी ने कहा कि पेपर लीक के मामले में अब गठित एसआईटी अच्छा काम कर रही है। अब कितने भी रसूखदार लोग हो, मुझे लगता है कि अब वे बच नहीं सकते हैं।

हर विभाग में कैंसर की तरह मध्यस्थ हो गए थे। कोई अधिकारी, कर्मचारी या आम व्यक्ति उच्चतम स्तर पर समस्या बताना चाहता तो उसकी सीधी मुलाकात नहीं हो सकती थी। उसे मध्यस्थ के जरिए ही मुलाकात करनी पड़ती थी। कई जगह तो मध्यस्थ कैबिनेट रैंक से भी ऊपर हो गए थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार में जिन लोगों को भर्ती का जिम्मा दिया गया था। वे संदिग्ध आचरण के लोग थे। जिनकी वजह से आज पूरा राजस्थान शर्मसार हुआ है।