‘डंडे’ के डर से भागा बदमाशों को रोल मॉडल मानने का ‘भूत’, सोशल मीडिया पर घटे गैंगस्टर्स के फॉलोवर्स

राजस्थान की पुलिस ना सिर्फ गैंगस्टर्स के पीछे पड़ उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचाने का काम रही है, बल्कि बदमाशों को रोल मॉडल मानकर इन्हें सोशल मीडिया पर फॉलो करने वालों पर भी कार्रवाई कर रही हैं।

image 2023 04 16T090610.717 | Sach Bedhadak

(हिमांशु शर्मा) जयपुर। राजस्थान की पुलिस ना सिर्फ गैंगस्टर्स के पीछे पड़ उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचाने का काम रही है, बल्कि बदमाशों को रोल मॉडल मानकर इन्हें सोशल मीडिया पर फॉलो करने वालों पर भी कार्रवाई कर रही हैं। प्रदेश भर में हुई कार्रवाई का असर यह हुआ कि सोशल मीडिया पर अपने रोल मॉडल गैंगस्टर्स को फॉलो कर इनके आपराधिक कृत्यों का महिमामंडन करने वाले फॉलोवर्स बदमाशों का साथ छोड़कर भागने लगे हैं। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सोशल मीडिया पर बदमाशों को फॉलो करने वाले युवाओं से समझाइश करने और कार्रवाई करने का असर यूथ और नाबालिगों में देखने को मिला है।

सोशल मीडिया के फॉलोवर्स और गैंगस्टर के ऊपर पुलिस की कार्रवाई होने से अब परिणाम सामने आने लगे हैं। कार्रवाई का परिणाम यह हुआ कि इन अपराधियों से दिग्भ्रमित युवाओं का मोहभंग हुआ हैं। पुलिस के इस अभियान से पहले बीकानेर के मोनू ग्रुप के सोशल मीडिया पर कुल 36 हजार 537 फॉलोवर्स थे, लेकिन पुलिस की कार्रवाई हुई तो करीब 10 हजार फॉलोवर्स अपने आप ही इन्हें छोड़ भोग और फॉलोवर्स की संख्या घट गई। इसी तरह लॉरेंस के गुर्गे रोहित गोदारा के 38 हजार 862 फॉलोवर्स थे, जिसमें से करीब 7 हजार पुलिस के भय से अनफॉलो कर निकल गए।

एडीजी क्राइम एमएन दिनेश ने कहा कि सोशल मीडिया पर जो बदमाशों का महिमामंडन कर रहे हैं, उन पर एक्शन लिया जा रहा है। बदमाशों को फॉलो करने वाले नाबालिगों को डीवाईएसी से लेकर आईपीएस स्तर के अधिकारियों ने समझाकर उन्हें अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए लक्ष्य की ओर प्रदर्शित किया है। फॉलावर्स पर नजर रख सभी जिलों में कार्रवाई की जा रही है।

(Rajasthan Police) नए फॉलोवर्स बनना बंद

पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार अब गैंगस्टर व बदमाशों को अपना रोल मॉडल या इनकी तरह अपराध की राह पर जाने के सपने देखने वालों ने इन्हें फॉलो करना बंद कर दिया हैं। इस कारण से सोशल मीडिया पर इनके फॉलोवर्स की संख्या में गिरावट आई है और इन्हें नए गुर्गें मिलना भी बंद हो गए हैं। हालांकि, सोशल मीडिया पर बदमाशों के एक नाम से कई अकाउंट चल रहे हैं।

सोशल मीडिया से बनाते हैं अपना नया शिकार

सोशल मीडिया पर गैंगस्टर्स के फोटो या पेज को लाइक करने से साथ ही गैंगस्टर्स अपनी गैंग को बढ़ाने के लिए नए युवाओ और नाबालिगों को टार्गेट कर लेते थे। उन्हें अच्छी लाइफ, हाईप्रोफाइल लाइफ स्टाइल आदि के सपने दिखाकर इन्हें अपराध की दुनिया में ले आते हैं। लाइक या फॉलो करते ही इनका माइंडवास कर इन्हें अपने साथ जोड़ लेते हैं।

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सोशल मीडिया से अकाउंट हाइड

जयपुर से पुलिस की आईटी सैल ने प्रयास कर सोशल मीडिया से बदमाशों के अकाउंट को हाइड भी किया है। लॉरेंस के गुर्गे रितिक बॉक्सर से लेकर कई बदमाशों के अकाउंट एफबी पेज पर आसानी से नजर नहीं आ रहे हैं। वहीं, कुछ बदमाशों के एफबी अकाउंट को सस्पेंड करने के लिए एफबी प्लेटफॉर्म यूएस को भी लिखा है। लेकिन, पुलिस अधिकारियों की माने तो एफबी से किसी भी अकाउंट को सस्पेंड करवाना आसान नहीं है, क्योकि इसका एक लंबा प्रोसेस हैं।

अब तक 1100 गिरफ्तार

सोशल मीडिया पर अपराधियों को फॉलो करने वालों के खिलाफ कुल 38 प्रकरण दर्ज कर और प्रिवेंन्टिव सेक्शंस में कुल 1100 लोगों को गिरफ्तार किया। जयपुर से प्रदेशभर में बदमाशों को फॉलो करने वाले कुल 2 हजार से अधिक को चिह्नत किया गया था, जिनमें से यह गिरफ्तारी हुई हैं। इसके अलावा अभी भी पुलिस एक हजार फॉलोवर्स पर नजर है। वहीं, पुलिस ने 5 हजार युवाओं और नाबालिगों से समझाइश की है।

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