Rajasthan Election: एक वोट से क्या होगा…जब राजस्थान में दिखी थी 1 वोट की ताकत, सियासत में मच गया तहलका

Election Results 2023: देश में समय-समय पर कहीं न कहीं चुनाव होते रहते हैं। हाल ही में देश के पांच राज्यों में चुनाव की मतदान…

New Project 2023 12 02T184214.140 | Sach Bedhadak

Election Results 2023: देश में समय-समय पर कहीं न कहीं चुनाव होते रहते हैं। हाल ही में देश के पांच राज्यों में चुनाव की मतदान प्रक्रिया पूरी हुई। वहीं अब मतगणना की बारी है। राजस्थान और मध्य प्रदेश समेत देश के 4 राज्यों में मतगणना 3 दिसंबर को होगी। ऐसे में सभी की निगाहें चुनाव के परिणामों पर टिकी हुई है।

मतगणना के बाद हार-जीत के ऐसे मामले भी सामने आते हैं जहां रिकॉर्ड वोटों के मार्जिन से उम्मीदवार चुनाव जीतते हैं। वहीं, ऐसे मामले भी इतिहास में दर्ज हैं, जहां केवल एक वोट ने नेताओं का भविष्य तय किया है। राजस्थान की राजनीति में एक ऐसा मामला भी सामने आया था, जब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एक वोट से हार गए गए थे।

चुनाव में एक वोट की कीमत क्या होती है, यह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ. सीपी जोशी से ज्यादा कौन जान सकता है। क्योंकि डॉ. सीपी जोशी एक वोट से चुनाव हार गए थे। दरअसल, साल 2008 के विधानसभा चुनावों में डॉ. सीपी जोशी नाथद्वारा विधानसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी थे। उस समय डॉ. जोशी महज एक वोट से चुनाव हार गए थे। डॉ. जोशी ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि वह एक वोट से चुनाव हार जाएंगे। उनके लिए सबसे बड़े दुख की बात यह रही कि उनकी पत्नी प्रोफेसर हेमलता जोशी मतदान करने नहीं पहुंच पाई थी। अगर वह मतदान करती तो मामला बराबरी तक तो पहुंच जाता लेकिन ऐसा नहीं हो सका।

चार चुनाव जीतने के बाद पांचवें में 1 वोट से हारे…

अशोक गहलोत के बाद राजस्थान कांग्रेस में सबसे अनुभवी और कद्दावर नेताओ में डॉ. सीपी जोशी का नाम शामिल है। डॉ. सीपी जोशी को संगठन का अनुभव है। साथ वह केन्द्र में मंत्री भी रहे है। वह राजस्थान की नाथद्वारा विधानसभा सीट से साल 1980, 1985, 1998 में और 2003 में जीत दर्ज कर चुके थे। उन्होंने प्रदेश की भाजपा सरकार के खिलाफ कई बड़े आंदोलन खड़े किए। साल 2008 में चुनाव आए तो जोशी की मुख्यमंत्री के तौर पर सबसे प्रबल दावेदारी थी।

गहलोत भी कहने लगे थे कि इस बार जोशी का चांस लग रहा है। लिहाजा, वो भी जीत के लिए वे पूरी तरह आश्वस्त थे। वे मुख्यमंत्री बनने के लिए दिल्ली के शीर्ष नेताओं के घरों पर देखे जाने लगे थे, लेकिन नतीजे आए तो उनके सारे अरमानों पर पानी फिर गया। उन्होंने उसके बारे में किसी ने सोचा तक नहीं था। वे भाजपा के कल्याण सिंह चौहान से एक वोट के अंतर से विधानसभा चुनाव हार गए। डॉ. सीपी जोशी को 62215 वोट मिले, जबकि चौहान को 62216 वोट आए।

चुनाव परिणाम आने के बाद डॉ. जोशी खुद स्वीकार किया कि उनकी पत्नी और बेटी मंदिर गए थे। ऐसे में वह समय पर मतदान करने नहीं पहुंच सकी थी। डॉ. जोशी भाजपा प्रत्याशी कल्याण सिंह चौहान से महज एक वोट से चुनाव हार गए।

हाईकोर्ट ने रद्द किया चुनाव, लेकिन 5 साल विधायक रहे कल्याण सिंह…

एक वोट से चुनाव हारने के बाद कांग्रेस नेता सीपी जोशी ने हाईकोर्ट में याचिका लगाते हुए मतदान में धांधली का आरोप लगाया। डॉ. जोशी का आरोप था कि बीजेपी प्रत्याशी कल्याण सिंह चौहान की पत्नी कल्पना कंवर ने दो बूथों पर मतदान किया। बूथ संख्या 39 और 40 पर मतदान करने का आरोप लगाया था। लंबे समय तक मामला कोर्ट में चला। आखिर वर्ष 2017 में राजस्थान हाईकोर्ट ने फैसला सुनाया और चुनाव को रद्द कर दिया। बाद में हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ कल्याण सिंह सुप्रीम कोर्ट चले गए। ऐसे में 5 साल का वक्त निकल गया और कल्याण सिंह पांच साल तक विधायक रहे।