IT सचिव तक ‘भ्रष्टाचार के खजाने’ की जांच की आंच… ED की टीम को देख सचिवालय में मचा हड़कंप

सचिवालय स्थित योजना भवन की बंद पड़ी अलमारी से ‘भ्रष्टाचार के खजाने’ की जांच अब आईटी सचिव तक पहुंच गई है।

Corruption Case in yojana

Corruption Case in yojana : जयपुर। सचिवालय स्थित योजना भवन की बंद पड़ी अलमारी से ‘भ्रष्टाचार के खजाने’ की जांच अब आईटी सचिव तक पहुंच गई है। इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अब आईटी सचिव आनंदी को नोटिस दिया है। ईडी की टीम बुधवार शाम सचिवायल पहुंची तो अधिकारियों और कर्मचारी में हड़कंप मच गया। चौंकाने वाली बात तो ये रही कि कई अफसरों को ईडी रेड के बारे में पहले से ही पता था। जिसके चलते वो आफिस तक नहीं आए।

बता दें कि डीओआईटी में सोने की ईंट और करोड़ों रुपए मिलने के मामले में बर्खास्त ज्वाइंट डायरेक्टर वेद प्रकाश यादव ईडी की गिरफ्त में है। यादव के अलावा और भी कई अधिकारी ईडी के रडार पर है। ऐसे में ईडी ने ऐसे अफसरों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।

ईडी की टीम बुधवार शाम सचिवालय पहुंची। जैसे ही ईडी के तीन अधिकारी अंदर घुसे तो अफसरों में हड़कंप मच गया। यहां पर अतिरिक्त मुख्य सचिव अखिल अरोड़ा और आईटी सचिव आनंदी के कार्यालय में मौजूद नहीं होने के बाद ईडी के अधिकारी योजना भवन पहुंचे। यहां पर आईटी आयुक्त इंद्रजीत से बातचीत की। साथ ही उन्हें आईटी सचिव आनंदी के नाम का नोटिस दिया। ईडी ने आईटी सचिव आनंदी को पूछताछ के लिए बुलाया है।

यादव ने किए थे कई चौंकाने वाले खुलासे

बता दें कि इसी मामले में पिछले सप्ताह ईडी की राजस्थान टीम ने जयपुर और उत्तरप्रदेश के आजमगढ़ में DOIT के ज्वाइंट डायरेक्टर वेद प्रकाश यादव से जुड़े दो ठिकानों पर रेड डाली थी। इस दौरान कई अहम दस्तावेज जब्त किए थे। साथ ही कई घंटे चली पूछताछ के बाद वेद प्रकाश यादव को गिरफ्तार किया था। इसके बाद ईडी रिमांड के दौरान यादव ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए। जिस पर आईटी सचिव आनंदी को नोटिस थमाया गया है। साथ ही अन्य कई अधिकारी भी ऐसे थे जो दफ्तर के अंदर मौजूद नहीं थे, उन्हें भी घर पर ही नोटिस भिजवाया गया है।

ये है पूरा मामला

गौरतलब है कि जयपुर में सचिवालय के पीछे योजना भवन के बेसमेंट की बंद पड़ी अलमारी से 19 मई की रात 2.31 करोड़ से ज्यादा की नकदी और एक किलो सोना बरामद हुआ था। अलमारी में रखे ट्रॉली सूटकेस में 2000 और 500 के नोट थे। अलमारी से 2000 के 7,298 और 500 रुपए के 17,107 नोट मिले थे। सोने की सिल्ली पर मेड इन स्विट्जरलैंड लिखा था। सोने की कीमत करीब 62 लाख थी।

जांच में जुटी पुलिस ने जब सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो वेद प्रकाश यादव अलमारी में रुपयों से भरा बैग छिपाते हुए दिखाई दिया। यादव ने उक्त बैग 8 मई को अलमारी में रखा था। इसके बाद पुलिस ने वेद प्रकाश यादव को हिरासत में लिया। पूछताछ में सामने आया कि ये रकम अलग-अलग लोगों से रिश्वत के रूप में ली थी। इसके बाद इस मामले में एसीबी की एंट्री हुई। एसीबी ने मामला दर्ज घूसखोर वेदप्रकाश यादव को गिरफ्तार किया था।

वहीं, विभाग ने यादव को पद से सस्पेंड कर दिया था। जेल से जमानत पर बाहर आने पर ईडी ने उसे 9 अगस्त को गिरफ्तार कर कोर्ट मे पेश किया था। ईडी ने चार दिन का रिमांड लिया था। रविवार को रिमांड खत्म होने पर वेद प्रकाश को दोबारा से कोर्ट में पेश किया था। उसे जेल भेज दिया गया था। वेद प्रकाश से मिली जानकारी के बाद अब ईडी के रडार पर जिम्मेदार अधिकारी भी है।

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