भाजपा ने Jaipur Blast के पीड़ितों के साथ निकाला कैंडिल मार्च, कहा- सुप्रीम कोर्ट में अब लड़ाई लड़ेगी बीजेपी 

जयपुर बम ब्लास्ट (Jaipur Blast) के आरोपियों की रिहाई के बाद यह मुद्दा प्रदेश से लेकर देश की सियासत गरमा रहा है। आज इसे लेकर…

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जयपुर बम ब्लास्ट (Jaipur Blast) के आरोपियों की रिहाई के बाद यह मुद्दा प्रदेश से लेकर देश की सियासत गरमा रहा है। आज इसे लेकर भाजपा ने जयपुर ब्लास्ट के पीड़ितों और उनके परिवार के साथ शहर में कैंडल मार्च निकाला। शाम 6:45 बजे कैंडल मार्च रामलीला मैदान से शुरू हुआ जो सांगानेरी गेट हनुमान मंदिर तक निकाला गया। बता दें कि इसी जगह पर जयपुर में सिलसिलेवार ब्लास्ट हुए थे।

पीडितों के लिए मुआवजा जारी करे सरकार 

रामलीला मैदान पर मंच सजाया गया था। इस मंच पर ब्लास्ट (Jaipur Blast) के पीड़ित मौजूद रहे। इस सभा को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि राजस्थान की सरकार ने जयपुर ब्लास्ट के पीड़ितों के साथ अन्याय किया है। अपनी सरकार बचाने के लिए वह मोटी रकम पर सुप्रीम कोर्ट के वकील लाकर खड़ा कर देते हैं लेकिन जयपुर ब्लास्ट में मारे गए के 71 लोगों के लिए वे एक वकील नहीं ढूंढ पाए। राठौड़ ने कहा कि अब इन बेसहारा परिवारों का जीवन यापन कैसे होगा। इसके लिए राजस्थान सरकार आर्थिक पैकेज ने सौंपा। जिससे इनके दुख कम हो सके।

आतंकियों की रिहाई के लिए सिर्फ कांग्रेस सरकार जिम्मेदार 

नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि कोर्ट में कांग्रेस की लापरवाही से उन दहशतगर्दों को रिहाई मिल गई। कोर्ट में हजार से ज्यादा सरकारी गवाहों ने अपनी गवाही दी। जिसमें उन्होंने कहा था कि आरोपियों ने ही यहां पर बम रखा था, फिर भी मजबूत पैरवी ना करने के चलते आरोपी रिहा हो गए। इसके दोषी सिर्फ और सिर्फ यह कांग्रेस सरकार है। ऐसा लगता है कि गहलोत ने सोनिया गांधी को खुश करने के लिए आतंकवादियों को रिहा करवा दिया। क्योंकि बाटला हाउस वाले कांड में जिस तरह सलमान खुर्शीद ने कहा था कि जब आतंकियों को फांसी दी गई तो सोनिया गांधी की आंखों से आंसू नहीं रुक रहे थे। जिससे साफ है कि आखिर गहलोत जी ने किसे खुश करने के लिए जयपुर ब्लास्ट के आतंकियों को रिहा कर दिया।

PFI के जुलूस पर प्रतिबंध नहीं लगता

 सीपी जोशी ने कहा कि कांग्रेस सिर्फ और सिर्फ तुष्टीकरण की राजनीति करती है रामनवमी पर प्रतिबंध लगाती है, भगवा ध्वज लहराने पर प्रतिबंध लगाती है लेकिन कोटा में जब पीएफआई का जुलूस निकलता है। उसकी बैठकें होती हैं। तब उस पर कोई प्रतिबंध नहीं लगता। सीपी जोशी ने कहा कि यह सारी बातें जनता समझ रही है। आने वाले चुनाव में जनता इसका सबक सिखाएगी क्योंकि जनता को पता चल रहा है कि आखिर किसके दबाव में और किसके प्रभाव में मुख्यमंत्री गहलोत किसे खुश करने के लिए सारे काम कर रहे हैं।

सरकार नहीं गई अब भाजपा लडे़गी सुप्रीम कोर्ट में लड़ाई 

पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चौधरी ने कहा कि आरोपियों को रिहा हुए 16 दिन के बाद भी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कोई भी एसएलपी दायर नहीं की लेकिन अब बीजेपी इन पीड़ितों के लिए सुप्रीम कोर्ट जाएगी और एसएलपी दायर करेगी। बीजेपी बम ब्लास्ट के आरोपियों के खिलाफ कोर्ट ने पैरवी करेगी लड़ाई लड़ेगी। चतुर्वेदी ने यह भी कहा कि साल 2008 में जयपुर समेत कई जगह बम ब्लास्ट हुए थे लेकिन इन आतंकी हमलों की जांच एनआईए को नहीं सौंपी गई जो कि उस वक्त की सरकार की सबसे बड़ी गलती थी।

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