BJP Tiffin Politics : नेता-कार्यकर्ताओं के बीच का फर्क मिटाने के लिए BJP का अनूठा प्रयोग

भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं और नेताओं के बीच का फर्क मिटाने के लिए एक साथ एक ही जाजम पर बैठक कर भोजन करने का अनूठा प्रयोग शुरू किया है।

bjp12 | Sach Bedhadak

BJP Tiffin Politics : जयपुर। भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं और नेताओं के बीच का फर्क मिटाने के लिए एक साथ एक ही जाजम पर बैठक कर भोजन करने का अनूठा प्रयोग शुरू किया है। भाजपा के इस नए प्रयोग का नाम टिफिन बैठक है। इस नए प्रयोग से जहां पार्टी अपने कार्यकर्ता और नेताओं को यह अहसास करवा रही है कि दोनों में कोई फर्क नहीं है, वहीं एक साथ मिल बांट कर भोजन कर सामाजिक समरसता का संदेश भी दिया जा रहा है। 

भाजपा ने देश भर में टिफिन बैठक शुरू की है। इसकी शुरुआत पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा कर चुके हैं। टिफिन बैठक में पार्टी के सीनियर नेता पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे और साथ ही लंच भी करेंगे। भाजपा देश भर में इस तरह की 4000 टिफिन बैठक करेगी और यह हर विधानसभा स्तर पर आयोजित की जाएगी। राजस्थान की 200 विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी ने यह कार्यक्रम तय किए हैं। प्रदेश में चुनाव होने के कारण इस तरह के कार्यक्रम ज्यादा किए जाएंगे।  

खाने के साथ संवाद भी 

भाजपा ने इस तरह के कार्यक्रम का समय भी तय किया है। बैठक तीन घंटे की होंगी। इसमें एक घंटे कें द्र की मोदी सरकार की 9 साल की उपलब्धियों पर बात होगी और एक घंटे कार्यकर्ताओं से अलग-अलग मसलों पर चर्चा होगी। बीजेपी का महा जनसंपर्क अभियान चल रहा है। इसके तहत सीनियर नेताओं का प्रवास अभियान भी है। जातिवाद के खिलाफ भी संदेश रणनीतिकार मानते हैं कि ऐसी बैठकों से पार्टी कार्यकर्ता में एकजुटता तो आएगी ही, साथ ही जातिवाद की भावना भी कमजोर पड़ेगी।

हालांकि राजनीतिक विशेषज्ञ मानते हैं कि भाजपा का यह प्रयोग उसके मातृ संगठन RSS में कई सालों से किया जा रहा है। संघ के बड़े कार्यक्रमों में पहले भोजन की व्यवस्था समाज से भोजन के पैके ट एकत्र करके की जाती थी। इन पैके टों को कार्यकर्ता एक साथ बैठक कर खाते थे। 

टिफिन से पहले चाय पर चर्चा

भाजपा ने पिछले लोकसभा चुनाव से पहले चाय पर चर्चा कार्यक्रम कर न केवल अपने कार्यकर्ताओं को साधा था। बल्कि आमजनता में भी इस तरह की चर्चा करके अपने पक्ष में राजनीतिक माहौल तैयार किया था। अब टिफिन कार्यक्रम पार्टी ने अपने हाथ में लिया है। इसमें नेता और कार्यकर्ताओं को घर से टिफिन बनवाकर लाना होता है।

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