‘किसी नेता की खत्म नहीं होती अहमियत..’ क्या चला गया वसुंधरा राजे का ग्लैमर? सतीश पूनिया का बड़ा बयान

भारतीय जनता पार्टी की ओर से संकल्प परिवर्तन यात्रा उपनेत प्रतिपक्ष आज अलवर पहुंचे.

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Satish Poonia in Alwar: भारतीय जनता पार्टी की ओर से संकल्प परिवर्तन यात्रा उपनेत प्रतिपक्ष आज अलवर में पहुचे। इस दौरान सतीश पूनियां ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री पर निशाना साधा है। प्रेसवार्ता सतिश पूनियां ने कहा कि राजस्थान में कानून व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गई है।

पूनियां ने कहा कि आज खुलेआम बहन बेटियों की इज्जत लूटी जाती है बेरोजगारों के साथ छलावा हो रहा है भर्ती पेपर लीक हो रहे हैं और सरकार क्या ऐसा रवैया है कि बेरोजगार आत्महत्या जैसी घटना को पारित कर रहे हैं इसलिए भारतीय जनता पार्टी की ओर से संकल्प परिवर्तन यात्रा निकाली जा रही है।

सत्ता परिवर्तन की ओर अग्रसर

उपनेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जो उत्साह इस यात्रा में दिखाई दे रहा है वह पूरी तरह सत्ता परिवर्तन की ओर अग्रसर है। परिवर्तन यात्रा के दौरान दूसरे दिन अलवर पहुंचे सतीश पूनिया ने राज्य सरकार पर आरोप लगाए और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की तारीफ की।

वसुंधरा राजे की अहमियत खत्म होने के सवाल पर कहा पूनियां ने कहा कि न नेता की अहमियत खत्म होती है न सम्मान। उन्होंने अनेक अवसरों पर नेता विकसित किए हैं। जितने हमारे नेता है उनका इतिहास, विरासत, स्किल है। पार्टी समय समय पर उनका उपयोग करती है।

बदलाव की जरुरत

पूनियां ने कहा कि वसुंधरा राजे प्रदेश की चारों यात्राओं की शुरूआत के समय मौजूद रही हैं बदलाव की जरूरत पहले थी अब भी है। लेकिन जब लीडर होता है तो उसका आकर्षण होता है। वसुंधरा 2003 उस समय पार्टी में प्रोजेक्ट होकर आई। उनका ग्लैमर भी था। जब लीडर लीड करता है तो उसका असर होता है। लेकिन इसका सैट फिनोमिना नहीं होता है।

यह पार्टी डिजाइन तय करता है। उस समय मजबूरी ये थी कि पूरे राजस्थान की 200 विधानसभाओं का नापना था। 20 दिन में सारा काम करना था। इस यात्रा क्रेज व मोटिव और समर्थन के प्रति बदलाव नहीं है।

2003 और 2023 में बड़ा परिवर्तन

उन्होंने इतना तक कह दिया कि 2003 और 2023 की परिवर्तन यात्रा में बड़ा अंतर यह है कि उस समय वसुंधरा राजे का ग्लैमर व आकर्षण था। जब कोई लीडर लीड करता है तो ऐसा होता है। यही नहीं पूनिया ने कई बार वसुंधरा राजे का नाम लिया। इतना भी कहा कि उनके प्रति कभी अश्रद्धा का भाव मन में नहीं रखा। जब भी कार्यक्रम में मिलते हैं बातें करते हैं।

असम्मान व अश्रद्धा का भाव नहीं

लेकिन पिछले 10 दिनों से वसुंधरा राजे से न मिले न बात हुई है जब पूनिया प्रदेशाध्यक्ष थे तब वसुंधरा राजे का नाम आपकी जुबां पर इतना नहीं आता था। अब कुछ मिनट आप चार बार नाम ले चुके है। क्या दोनों एक ट्रैक पर आ गए इस सवाल पर पुनिया ने कहा कि पार्टी के हित के लिए एक रहे हैं। मैंने व्यक्तिगत संबंधों पर कभी कुछ नहीं कहा । मेरा व्यक्तिगत तौर पर किसी नेता व कार्यकर्ता के प्रति असम्मान व अश्रद्धा नहीं रही।

हम सब एकमुखी होकर साथ चलें

आगे उन्होनें कहा कि हम सब एकमुखी होकर साथ चलें। मैं पहले भी उनका सम्मान करता था। आज भी करता हूं 10 दिनों से वसुंधरा राजे यात्रा में नही है इस सवाल पर कहा कि अभी तो मुझे जानकारी नहीं है । इन दिनों बात नहीं हुई। जब कार्यक्रमों में आती हैं तब बात होती है। लेकिन आप कहेंगे तो मैं पूछकर बता सकता हूं।

जनता खुद चल कर आ रही यात्रा में

उन्होंने यात्रा के दौरान होने भीड़ को लेकर कहा की ये नरेगा व आंगनबाड़ी की भीड़ नहीं है। सरकारी कर्मचारियों की पाबंद वाली भीड़ नहीं है। यह आर्गेनिक भीड़ है। जनता खुद चल कर आ रही है। हर परिस्थिति में भीड़ उस जगह का पैमाना नहीं है प्रेस वार्ता के दौरान भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया पूर्व, केंद्रीय राज्य मंत्री सी आर चौधरी, भाजपा के जिला अध्यक्ष अशोक गुप्ता सहित तमाम नेता मौजूद थे।