गहलोत सरकार पर हमलावर हुए राजेंद्र गुढ़ा और दिव्या मदेरणा, ‘एक फॉर्च्यूनर में बिठाएंगे सारे विधायक’

कांग्रेस आलाकमान के प्रदेश के नेताओं को एक दूसरे के लिए बयानबाजी करने की एडवाइजरी जारी की लेकिन इसका कोई असर दिखता नजर नहीं आ…

अजय माकन के इस्तीफे पर खड़गे से बोलीं दिव्या मदेरणा, कहा- इस्तीफा न करें स्वीकार

कांग्रेस आलाकमान के प्रदेश के नेताओं को एक दूसरे के लिए बयानबाजी करने की एडवाइजरी जारी की लेकिन इसका कोई असर दिखता नजर नहीं आ रहा है एक बार फिर राजेंद्र गुढ़ा ने राजस्थान सरकार को लेकर तीखा बयान दिया तो उसी के सहारे दिव्या मदेरणा ने भी सरकार के पर निशाना साधा। 

दरअसल राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि अगर समय रहते सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बना दिया जाए तो सरकार बच सकती थी और अगली बार रिपीट भी हो सकती है। लेकिन अगर नहीं बनाया जाता है तो बहुत अच्छी बात है फिर एक ही फॉर्च्यूनर में 4 एमएलए आ जाएंगे सबसे पहले चारों धाम की यात्रा करेंगे। गुढ़ा का यह बयान इस समय राजनीति के महकमें का पारा फिर चढ़ा दिया है। 

गुढ़ा के इस बयान पर दिव्या मदेरणा ने भी कांग्रेस सरकार पर हमला बोला है और कहा कि नौकरशाही की कार्यशैली से ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस सरकार को एक फॉर्च्यूनर में बैठाने का कोई अखंड संकल्प ले चुका है। दिव्या मदेरणा ने इस ट्वीट में राजस्थान सीएमओ को टैग भी किया है। ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा ने गुढ़ा के बयान को आधार बनाते हुए नौकरशाही को निशाने पर तो ले लिया लेकिन उन्होंने इससे राजस्थान सरकार पर भी निशाना साधा है।

आपको बता दें कि इन दिनों IAS अधिकारियों की ACR  भरने का मामला राजस्थान की राजनीति में गरमाया हुआ है। इसे लेकर सरकार के मंत्री मंत्रियों में मतभेद सामने आ रहे हैं हालांकि यह मतभेद सिर्फ ACR को लेकर हैं। पिछले दिनों प्रताप सिंह खाचरियावास ने महेश जोशी को ACR वाले मामले में ही गुलाम तक कह डाला था। जिस पर महेश जोशी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि हां वह कांग्रेस सरकार के गुलाम है। लेकिन खाचरियावास ने इस बात के लिए जोशी से माफी मांगन की बात भी कही थी। 

क्योंकि उन्होंने कहा था कि अगर मेरे शब्दों से महेश जोशी जी को ठेस पहुंची है तो वह अपने शब्द वापस लेते हैं और उनके घर जाकर माफी मांगते हैं। ACR भरने के मामले में राजेंद्र गुढ़ा पहले बयान भी दे चुके हैं। गुढ़ा राजस्थान के पावर को सेंट्रलाइज होने का भी आरोप लगा चुके हैं। उन्होने कहा था कि कांस्टेबले से लेकर डीजीपी तक मुख्यमंत्री के आवास से बनाए जा रहे हैं तो ACR में क्या होगा। दिव्या मदेरणा ने तो महेश जोशी पर हमला बोलते हुए कहा था कि महेश जोशी ACR तो नहीं लिख रहे हैं, अनुशासनहीनता की गौरव गाथा जरूर लिख रहे हैं। 

गौरतलब है कि 25 सितंबर को सीएलपी बैठक में पैदा हुए अवरोध के बाद से ही राजेंद्र गुढ़ा और दिव्या मदेरणा कांग्रेस सरकार पर हमलावर हो गए हैं। वे लगातार अपने बयानों से सरकार को घेर रहे हैं। एक तरफ गुढ़ा सचिन पायलट की पैरवी करते नजर आ रहे हैं तो वहीं दिव्या मदेरणा नोटिस पाए गए तीनों नेताओं महेश जोशी, शांति धारीवाल और धर्मेंद्र राठौर के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं।वे कई बार राजस्थान सरकार पर कई आरोप लगा चुकी है।

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