सेकेंड ग्रेड टीचर पेपर लीक : आयोग प्रबंधन के विरोध में उतरी भाजपा और RLP

अजमेर : सेकेंड ग्रेड टीचर पेपर लीक मामले में भाजपा राज्य सरकार और आयोग के खिलाफ लामबंद है। सरकार को घेरने के साथ ही वह…

सेकेंड ग्रेड टीचर पेपर लीक : आयोग प्रबंधन के विरोध में उतरी भाजपा और RLP

अजमेर : सेकेंड ग्रेड टीचर पेपर लीक मामले में भाजपा राज्य सरकार और आयोग के खिलाफ लामबंद है। सरकार को घेरने के साथ ही वह राजस्थान लोकसेवा आयोग के प्रबंधन के खिलाफ भी अपनी नाराजगी जता रही है। इसी क्रम में आज भाजपा की युवा इकाई यानी युवा मोर्चा पेपर लीक के विरोध में अजमेर में पैदल मार्च निकालेगी। इसके अलावा RLP यानी हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी भी जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन करेगी और सीबीआई से पेपर लीक मामले में जांच की मांग करेगी।  

दूसरी तरफ सांसद भागीरथ चौधरी भी आरपीएससी पहुंच गए हैं। हंगामे के आसार को देखते हुए आरपीएससी के बाहर भारी पुलिस जाब्ता तैनात किया गया है। सांसद चौधरी ने कहा कि बेरोजगारों के साथ कांग्रेस सरकार ने अन्याय किया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तो इस पर ध्यान देना चाहिए और इस परिपाटी को खत्म करने की दिशा में काम करना चाहिए चौधरी ने कहा कि आपसी झगड़ों को भूलकर सरकार को युवाओं की ओर ध्यान देना चाहिए। युवा आत्महत्या पर मजबूर हो रहे हैं, कई लोगों के रिश्ते टूट रहे हैं।

दो मुख्य आरोपी अभी भी फरार

बता दें पेपर लीक मामले में अब तक पकड़े गए सभी 55 आरोपी पुलिस की रिमांड पर हैं। इनमें से 7 महिला आरोपियों को 2 दिन और अन्य आरोपियों को 5 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया। लेकिन अभी दो मुख्य आरोपी फरार हैं, बता दें कि ये वो आरोपी है जिन्होंने वॉट्सएप पर जयपुर से पेपर भेजे थे। इनका नाम सुरेश ढाका और भूपेंद्र विश्नोई उर्फ भूपी है। इनकी तलाश में उदयपुर सहित अन्य जिलों की पुलिस जगह-जगह दबिश दे रही है। जानकारी है कि ये दोनों ही आरोपी जयपुर के कई कोचिंग संस्थानों से जुड़े हुए हैं।

सुरेश बिश्नोई का जीजा है सुरेश ढाका

वहीं शुक्रवार को पकड़ा गया सुरेश बिश्नोई हेडमास्टर है। इसके जीजा सुरेश ढाका ने ही जयपुर से वॉट्सएप पर पेपर भेजा था। जीजा-साले ने ही मिलकर यह साजिश रची। भूपेंद्र परावां गांव का रहने वाला है। इसका भाई गोपाल पुलिस में एसआई था। वह पाली के बगड़ी थाने से खुद भी ऑयल चोरी के मामले में सस्पेंड हो चुका है।

बेरोजगार एकीकृत महासंघ ने आर-पार की लड़ाई का किया ऐलान

इसके अलावा राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ ने भी आर पार की लड़ाई का ऐलान कर दिया है। साथ ही बेरोजगारों ने गहलोत सरकार के सामने बड़ी मांगें भी रख दी हैं। वहीं संघ ने 28 अक्टूबर को जयपुर के शहीद स्मारक पर धरना देने का एलान किया हैं। जिसके लिए प्रदेश भर के बेरोजगारों से एकीकृत होने का आह्वान किया हैं।

बेरोजगारों ने सरकार के समक्ष रखी ये मांगें

1- भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका ) तत्काल लागू किया जाए। जिससे इस कानून के तहत अपराधियों को 12 महीने तक जमानत नहीं हो और उन्हें कठोर सजा दी जा सके।

2- पेपर लीक में पकड़ी गई बस की जांच निष्पक्ष रुप से की जाए।

3- आरपीएससी की गोपनीयता (पेपर सेटर, प्रिंटिंग, वितरण) की निष्पक्ष जांच की जाए।

4- तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती फरवरी में आयोजित होगी और इसके अलावा CET परीक्षा आयोजित होनी हैं। ऐसे में इन

5- सभी भर्ती परीक्षाओं से पहले राज्य सरकार सतत धरपकड़ अभियान चलाकर प्रदेश में पनपे पेपर माफिया और गिरोह का खात्मा करें।

6- युवा बेरोजगार फर्जीवाडे, नकल और पेपर लीक को लेकर कभी भी किसी भी वक्त सीधी शिकायत कर सके, जिस पर तुरंत कार्रवाई हो सके। ऐसा सिस्टम स्थापित किया जाए।

8- गैर जमानती कानून के तहत पेपर लीक में लिप्त सभी दोषियों के खिलाफ जल्द सख्त कार्रवाई हो। दोषियों को सजा दिलाने के लिए फास्ट ट्रैक कोटों का गठन किया जाए।

9- आरपीएससी, कर्मचारी चयन बोर्ड जैसी संस्थाओं में सरकार ईमानदार निष्पक्ष और सेवानिष्ठ आईएएस अधिकारियों की नियुक्ति करें।

10- पेपर को बाहरी प्रिंटिंग प्रेसो से ना छपवाकर राज्य सरकार खुद की प्रिंटिंग प्रेसों से ही छपवाने का कार्य करें। पेपर लीक में लिए जागृति स्कूल की मान्यता तुरंत रद्द की जाए। जिससे अपराधियों में कानून का भय बना रहे।

यह भी पढ़ें- 28 से 3 दिन के जयपुर दौरे पर रहेंगे रंधावा, सरकार को देंगे ताकत और संगठन को मजबूती

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *