क्या आलाकमान का चला डंडा? जनता ने हमें चुना है काम होंगे, केंद्रीय मंत्री शेखावत पर बदले बाबू सिंह के सुर

MLA Babu Singh Statement on Gajendra Singh Shekhawat : शेरगढ़ के विधायक बाबू सिंह ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को लेकर कहा कि जनता ने हमें चुना है तो काम तो होंगे।

MLA Babu Singh | Sach Bedhadak

MLA Babu Singh Statement on Gajendra Singh Shekhawat : जयपुर। लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी नेताओं के बीच आपसी कलह खुलकर सामने आ रही है। पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के करीबी माने जाने वाले केंद्रीय नेता गजेंद्र सिंह शेखावत को लेकर मेवाड़ के शेरगढ़ से विधायक बाबू सिंह ने सभा में खुली बगावत करते हुए क्षेत्र में काम नहीं करने आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि बाहरी लोग आते हैं चुनाव जीतते पर क्षेत्र में कोई काम नहीं कराते। उन्हें केवल अपने गृहक्षेत्र की पड़ी होती है। गजेंद्र सिंह शेखावत ने प्रदेश में 56 केंद्रीय स्कूल लेकर आए हैं, लेकिन शेरगढ़ में एक भी नहीं बना।

गजेंद्र सिंह ने पोस्ट कर दिया बाबू को जवाब

गजेंद्र सिंह शेखावत ने विधायक बाबू सिंह के आरोपों पर जुबां से तो कोई जवाब नहीं दिया पर सोशल मीडिया पर शेरगढ़ में कराए गए 3.18 करोड़ रुपए के कार्यों का एक पोस्टर शेयर करते हुए बाबू सिंह को करारा जवाब दिया। जिसमें विधायक कोटे से शेरगढ़ में किए गए कार्यों का उल्लेख किया। यह विकास कार्य साल 2014 के बाद कराए गए हैं। ऐसा गजेंद्र सिंह शेखावत ने सोशल मीडिया पर लिखा है।

बाबू सिंह के बदले सुर

शेरगढ़ से विधायक बाबू सिंह के दो दिन बाद ही केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को लेकर सुर बदल गए। ऐसा लगता है जैसे बाबू सिंह को आलाकमान से डांट पड़ी हो। जोधपुर के सर्किट हाउस में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को लेकर नारे लगे थे ‘मोदी तेरे से बैर नहीं, शेखावत तेरी खैर नहीं।’ मीडिया के इन सवालों का जवाब देते हुए बाबू सिंह ने कहा कि मैं तो अभी सीधा मीटिंग में आया हूं, मुझे इस बारे में कुछ मालूम नहीं है।

बाबू ने कहा कि शेरगढ़ में विकास के काम हो रहे हैं। क्योंकि जनता में हमें चुना है। पिछले 5 साल में मैं कोई काम नहीं करा पाया। क्योंकि मैं उस समय एमएलए नहीं था। अब जनता ने हमारे हाथ में कलम दी है तो काम कर ही रहे हैं। शेरगढ़ के सर्किट हाउस में हुए शेखावत के विरोध को लेकर मेरी उनसे बात हुई। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों और विरोध करने वालों को ज्ञापन सौंपना चाहिए।

यह खबर भी पढ़ें:-दीया कुमारी का बड़ा तोहफा, अब अविवाहित महिला बन सकेंगी आंगड़बाड़ी सहायिका, 10% बढ़ेगा मानदेय